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Good Morning! Welcome to TAJ MAHAL ! The Taj Mahal is the epitome of Mughal art and one of the most famous buildings in the world. Yet there have been few serious studies of it and no full analysis of its architecture and meaning. Ebba Koch, an important scholar, has been permitted to take measurements of the complex and has been working on the palaces and gardens of Shah Jahan for thirty years and on the Taj Mahal itself—the tomb of the emperor's wife, Mumtaz Mahal—for a decade. |
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" इतना नहीं ख़फा होते" ( डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
ज़रा सी बात पे इतना नहीं ख़फा होते
हमेशा बात से मसले रफा-दफा होते
आदरणीय श्री रूपचंद शास्त्री मंयक जी का इस 11वीं महफ़िल में अपने सभापति के रूप में स्वागत करते हैं और आप सभी हिंदी ब्लॉगर्स का भी दिल से स्वागत है .
और सभी ब्लॉगर्स को प्रेरणा अर्गल का प्रणाम और सलाम .
आज सबसे पहले मंच की पोस्ट्स |
अनवर जमालजी की रचनाएँहिमाचल प्रदेश के बैजनाथ में कभी नहीं जलता रावण का पुतलाअगले पांच साल में ढह जाएगा ताजमहल ! तीर्थ यात्रियों पर बस चढ़ा कर 7 को मार डाला ड्राइवर ने किराए के विवाद में News यहां मुसलमान करते हैं रामलीला का आयोजन गाँधीजी, कुरान और मुसलमान कैसे दूर करें शिकायतें ?काश नफरतें और फासले खत्म हो जायेंब्लॉगर्स मीट वीकली (11) 2 October |
अख्तर खान "अकेलाजी " की रचनाएँकहते हैं कल रावण वध है ... |
मंच से बाहर की पोस्ट पप्पू परिहारजी की रचना तेजवानी गिरधर जी की रचना साधना वैद जी की रचना . |
नीलकमल वैष्णव जी की रचना दुआ.. . रवीन्द्र प्रभात जी की रचना मरासिम.... |
अनुपमा त्रिपाठी..जी की रचना सूरज साथ है मेरे .....!! विशाल जी की रचना मैं तो बस रेत हूँअसलम कासमी जी की रचनासनातन सन्देश रविकर जी की रचना दस सिर सहमत नहीं रहे थे | आनंद द्विवेदी जी की रचना मौसम सुहाना आ गया ... |
बदलती परिस्थितियों के अनुरूप अवतार प्रयोजन : विजयादशमी |
'लंबे बच्चे चाहिए तो बीवी लाएं दूर की'
BBC सुनने में यह बात अजीब-सी लग सकती है, लेकिन पोलैंड के वैज्ञानिकों का दावा है कि अगर पति और पत्नी एक ही शहर के हैं तो उनके बच्चे का कद...
चुंबन पर रोक की मांग
जर्मनी में ऑफिसों में चुंबन पर रोक की मांग पश्चिमी देशों के समाज में एक दूसरे से मिलने पर चुंबन की प्रथा को तिरछी निगाहों से नहीं देखा जात...
गाज़ियाबाद के मुशायरे में...
ज़ुबां से कहूं तो है तौहीन उनकीवो ख़ुद जानते हैं मैं क्या चाहता हूं -अफ़ज़ल मंगलौरी जब से छुआ है तुझको महकने लगा बदन फ़ुरक़त ने...
18 comments:
Late due to technical problems.
Sorry.
आभार |
झलकियों की चित्रमय प्रस्तुति के कारण संबंधित ब्लॉग पर जाने की इच्छा द्विगुणित हुई है।
Dil khush ho gaya yahan ka mahaul dekh kar shukriya sabhi ka.
Wah...
सुंदर ...
प्रेरणा जी, आप तो छा गई हैं जी,
हमारे गरीबखाने पर भी कभी पधारें.
@ प्रेरणा जी , यह सच है कि आपका लिंक्स को पसंद करना और उन्हें पेश करना दोनों ही काम निहायत सलीक़े का निशान हैं .
यह मंच ऐसे ही ऊंचाईयां छुए, यही दुआ है.
दिलों को जोड़ने की यह मुहिम बहुत मुबारक है और रूपचंद शास्त्री जी और अनवर जमाल साहब की मेहनत भी काबिल ए तारीफ़ है,
शुक्रिया .
बहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण...सभी लिंक्स बहुत रोचक
लगते हैं और ज़रूर उन पर जाना होगा...आभार
आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद की आप सब इस मंच मं पधारे और हमारे द्वारा लगाए हुए लिनक्स को आप सबने पसंद किया /हमारा यही प्रयास है की अच्छे अच्छे लिनक्स से आप सबका परिचय करायें /आशा है की आगे भी आप सबका सहयोग इस मंच को मिलता रहेगा /आभार /
अनवर भाईजान का, दिल से है आभार।
बहन प्रेरणा ने दिया, लिंकों का उपहार।।
लिंकों का उपहार, पाय कर मन है हर्षित।
ब्लॉगिंग की यह मीट, ध्यान करती आकर्षित।।
कह "मयंक" हिन्दी हँसती है जालधरा पर।
जियो हजारों साल, लाड़ले ब्लॉगर अनवर।।
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ब्लॉगर मीट वीकली -12 का प्रस्तुतिकरण बहुत बढ़िया रहा।
आप सभी का स्वागत और अभिनन्दन करता हूँ!
अच्छी लिंक्सऔर उन्हें प्रस्तुत करने का नायाब तरी का |बहुत बहुत बधाई प्रेरणा जी |
आशा
सुन्दर झलकियों के साथ बढ़िया लिंक्स के साथ ही साथ मेरी ब्लॉग पोस्ट को इस चर्चा में शामिल करने के लिए बहुत बहुत आभार!
घर-दफ्तर की तमाम व्यस्तताओं के बीच झूलती जिंदगी में से जब कभी दुनिया से रु-ब-रु होने के वास्ते ब्लॉग पढने लिखने के लिए समय निकालने में कामयाब होती हूँ तो कुछ पल ही सही अंतर्मन में एक अलग ही सुकूं होता है और इस बीच जहाँ कहीं पोस्ट के चर्चा होती है लगता की मेरा लिखना कुछ तो सार्थक हुआ.... इस सबके लिए आप सभी की आभारी हूँ...
सादर
bahut badhiya links... aabhaar :)
अच्छी चर्चा,
सुंदर लिंक्स
काफी वक्त के बाद इधर आना हुआ, यहां की शान बान देख कर बहुत खुशी हुयी, फेसला करना मुश्किल हो रहा है यह पढूं या वो पढूं, ब्लाग में चारों चारो तरफ महनत की खुशबू आ रही है,, आप सभी को मुबारकबाद
सोमवार को सुबह ब्लॉगर मीट नहीं मिली तो निराशा और आश्चर्य हुआ था ! उसके बाद इतनी व्यस्तता थी को दोबारा देखने का वक्त ही नहीं मिला ! बहुत सुन्दर मीट है यह भी ! सभी लिंक्स आकर्षक हैं मेरे आलेख को इसमें शामिल किया आभारी हूँ ! प्रेरणाजी व अनवर भाई आपका बहुत बहुत शुक्रिया !
प्रेरणा जी आपने बहुत सुन्दरता से प्रस्तुत किया है ढेर सारे लिंक्स के साथ! मेरी कविता शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!
आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद की आप सब इस मंच पर पधारे /और आपने मेरे द्वारा लगाये लिनक्स एवम प्रस्तुति को पसंद किया /आप सबकी प्रसंशा मुझे और अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है/ और मेरा उत्साह बढाती है /आप सबका बहुत आभार /आशा है आप सबका आशीर्वाद हमेशा इस मंच को मिलता रहेगा /
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