आज
जैसे जैसे महिला सशक्तिकरण की मांग जोर पकड़ रही है वैसे ही एक धारणा और
भी बलवती होती जा रही है वह यह कि विवाह करने से नारी गुलाम हो जाती है
,पति की दासी हो जाती है और इसका परिचायक है बहुत सी स्वावलंबी महिलाओं का
विवाह से दूर रहना .मोहन भागवत जी द्वारा विवाह संस्कार को सौदा बताये जाने
पर मेरे द्वारा...
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