सभी हिंदी भाषियों को प्रेरणा अर्गल का प्रणाम और सलाम !
ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सभी ब्लॉगर्स का हार्दिक स्वागत है। सबसे पहले हम अपने सभापति आदरणी रूपचंद शास्त्री मयंक जी का हार्दिक अभिनंदन करते हैं .
हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल
DR. ANWER JAMAL
DR. ANWER JAMAL
DR. ANWER JAMAL
अख्तर खान "अकेला"
अब बस करो सचिन....महेंद्र श्रीवास्तव
उमस और गर्मी से आँखेँ बीमार ~ Mind and body researches
सिरफिरा-आजाद पंछी: अभी ! मैं दूध पीता बच्चा हूँ और अपना जन्मदिन कब ...
शप्त कस्तूरी प्रतिभा सक्सेनाजी
व्यंगात्मक क्षणिकाएं...
सुदामा कृष्णा की दोस्ती भुलाकर हम विदेशियों की दोस्ती की बात करते हैं और खुद को शर्मसार करते हैं--अख्तर खान "अकेलाजी "
Neeraj Dwivedi जागो
नैन-भाव सत्यम शिवमजी बता रहे हैं
ये थे आज के लिंक्स...
प्रेरणा जी !
धन्यवाद डॉ,साहब आपको मेरा प्रयास अच्छा लगा .
आप भी मिठाई खाइए .
शुक्रिया . -प्रेरणा अर्गल
आज़ादी की वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई
नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर भी बहुत सराहा जा रहा है
आज हमें अपने नेताओं से और अपने प्रशासन से शिकायत है तो इन्हें हमने ही चुना है। हम अपनी जातिवादी और सांप्रदायिक मानसिकता से मुक्त होते तो हम बेहतर चुनाव कर सकते थे और तब प्रशासन भी आज से बेहतर ही होता।
जगह जगह धरने प्रदर्शन करना और अधिकारियों के सिर में दर्द करना किसी भी समस्या का हल नहीं है। ये हालात किसी चमत्कार से ठीक नहीं होंगे। ये हालात तभी ठीक होंगे जबकि हम देश और समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को समझेंगे।
इस समय रमज़ान का महीना भी हमारे दरम्यान है और रोज़ा ‘संयम‘ ही सिखाता है। हमारी ज़्यादातर समस्याओं के पीछे संयम का अभाव ही है। हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम अपने अंदर संयम का गुण विकसित करें। हमें अपनी ज़िम्मेदारियों को तय करना ही होगा।
जैसी दुनिया में हम रहना चाहते हैं वैसी दुनिया अपने लिए हमें ख़ुद ही बनानी होगी और यह काम अकेले नहीं हो सकता। इसके लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना होगा।
प्रभु पालनहार से अपने देश और सारे विश्व के मंगल की प्रार्थना के साथ आज की महफ़िल तमाम होती है।
महान हिंदी की सेवा में आप जैसे कर्मशील ब्लॉगर्स की मौजूदगी हमारे लिए ख़ुशी का बायस है, हम अपने सभापति महोदय के साथ साथ आप सबके भी बहुत शुक्रगुज़ार हैं।
आप सभी के सुझाव और आपका सहयोग हमारी ताक़त हैं।
शुभरात्रि शब-बख़ैर !
अस्-सलामु अलैकुम , ओउम् शांति !!
ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सभी ब्लॉगर्स का हार्दिक स्वागत है। सबसे पहले हम अपने सभापति आदरणी रूपचंद शास्त्री मयंक जी का हार्दिक अभिनंदन करते हैं .
हिंदी ब्लॉगर्स का एक सार्थक मंच है। एक ऐसा मंच जहां जीवन का हरेक रंग मौजूद है। यहां काव्य भी है और यहां गद्य भी है। यहां राजनीति, समाज और मनोरंजन से लेकर अध्यात्म तक हरेक विषय पर सुंदर चिंतन मौजूद है। इन सबके साथ साथ एक सतत प्रयास भी चल रहा है कि दिल के आंगन में प्यार के फूल खिलने लगें और ब्लॉगर्स आपस में मिलने लगें।
इसी प्रयास का नाम है ‘ब्लॉगर्स मीट वीकली‘।
इसमें ज़्यादा से ज़्यादा से हिंदी ब्लॉगर्स को जगह देने की कोशिश की जा रही है और ऐसा तब हो पाएगा जब हिंदी ब्लॉगर्स अपने लिंक निस्संकोच होकर भेजने लगेंगे। तब तक केवल वे लिंक ही पेश हो पाएंगे जहां तक हम पहुंच पाएंगे।
आज की कड़ी में सबसे पहले हिंदी के इस गौरवशाली मंच पर पेश होने वाली पोस्ट्स आपके सामने रखी जा रही हैं।
इसी प्रयास का नाम है ‘ब्लॉगर्स मीट वीकली‘।
इसमें ज़्यादा से ज़्यादा से हिंदी ब्लॉगर्स को जगह देने की कोशिश की जा रही है और ऐसा तब हो पाएगा जब हिंदी ब्लॉगर्स अपने लिंक निस्संकोच होकर भेजने लगेंगे। तब तक केवल वे लिंक ही पेश हो पाएंगे जहां तक हम पहुंच पाएंगे।
आज की कड़ी में सबसे पहले हिंदी के इस गौरवशाली मंच पर पेश होने वाली पोस्ट्स आपके सामने रखी जा रही हैं।
ये कुल 29 पोस्ट्स हैं।
'ब्लॉगर्स मीट वीकली 3' वाले दिन पेज व्यूज़496 अनवर जमाल जी
ब्लोगर मीट वीकली के माध्यम से भाई अनवर और प्रेरणा ने सभी ब्लोगर्स को एक माला में बाँध लिया है -अख्तर खान "अकेलाजी"
नए ब्लॉगर्स के लिए एक बेहद उपयोगी लेख ,
हिंदी ब्लॉगिंग गाइड से
हिंदी ब्लॉगिंग गाइड से
टिप्पणी में लिंक बनाना सीखिए Hindi Blogging Guide (24)
इस्लाम में स्त्री का स्थान Women in Islam
त्यौहारों की बुनियाद DR. ANWER JAMAL
DR. ANWER JAMAL
अख्तर खान "अकेला"
हमें अपनी फ़िक्र करनी चाहिए
Dr. Ayaz Ahamad
साधना वैदजी
ये कैसी जिद्द है अन्ना दा.... महेंद्र श्रीवास्तव
अब बस करो सचिन....महेंद्र श्रीवास्तव
साधना वैद जी और महेंद्र श्रीवास्तव जी लेख पहले की तरह इस बार भी बहुत पढ़े गए .
एक प्रश्न ई. प्रदीप कुमार साहनी
ईं.प्रदीप कुमार साहनी
byईं.प्रदीप कुमार साहनी
कोटा की ऐसी ही है पत्रकारिता ...
-अख्तर खान "अकेला"
ग़ज़लगंगा.dg की 100 पोस्ट देवेन्द्र गौतम
मंच के सदस्यों ने कुछ लिंक्स भी फोरम में साझा किये हैं,
पेश हैं कुछ लिंक्स :
दिल का अब कुछ नहीँ बिगाड़ेगा दौरा ~ Mind and body researche Dr. Ashok Palmistमंच के सदस्यों ने कुछ लिंक्स भी फोरम में साझा किये हैं,
पेश हैं कुछ लिंक्स :
मेहनत ~ संसार
प्रेरक विचार: गुस्से के सात रंग
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जनहित में एक बहुमूल्य संदेश
रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा"
रमेश कुमार सिरफिरा: कंप्यूटर बेचते समय कम्पनी और डीलर कहता हैं कि...
आपकी शायरी: शायरों की महफिल से
रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा"सिरफिरा-आजाद पंछी: अभी ! मैं दूध पीता बच्चा हूँ और अपना जन्मदिन कब ...
और अब मंच से बाहर की कुछ झलक
" ओबामा ये फ्री वाली आइटम रखो यार - व्यंग " तुलसी भाई पटेल
नीलेश माथुर
हमराज़ की बातें !!आनंद द्विवेदीजी
शप्त कस्तूरी प्रतिभा सक्सेनाजी
पर्दा प्रथा: विडंबना या कुछ और---------मिथिलेश दुबे
नीलकमल वैष्णव "अनिश "
व्यंगात्मक क्षणिकाएं...
सुदामा कृष्णा की दोस्ती भुलाकर हम विदेशियों की दोस्ती की बात करते हैं और खुद को शर्मसार करते हैं--अख्तर खान "अकेलाजी "
रक्षा बंधन पर हमारी दुआ सभी हिन्दू बहनों के लिए
महफ़िल-ए-तन्हाई महेश बारमाटे "माही"बीमार होना है तो जमकर करो मोबाइल पर बातmanishaji
मनु सृजन!!!: आरक्षण manu shrivastav
मेरे सपनेvivek जैन
इस प्रगति से इसे क्या मिला?अरुण चन्द्र राय
मनचाहे दाम पर 'सत्यवादी पुरस्कार ' !स्वराज्य करुण
मेरे लिए तुम आफताब हो ..मृदुला हर्षवर्धन
मैं भ्रष्टाचारी … कोई मेरा भी दर्द सुनो डॉ,अयाज अहमद
उत्तराखंडःबच्चों को पीटा तो रद्द होगी विद्यालय की मान्यता शिक्षामित्रजी
भ्रष्टाचार, भरोसा और भूल के त्रिकोण में खो गई रूचि भुट्ट
अभिषेक मिश्र
दास्ताँ ....एक परिंदे की, जो लुट चुका था वक़्त के हाथों पी .के .शर्माजी
शिवस्वरोदय – ५५ मनोज जी बता रहे हैं
"मन का मीत" -- दिव्याजी का लेखमैं भ्रष्टाचारी … कोई मेरा भी दर्द सुनो डॉ,अयाज अहमद
उत्तराखंडःबच्चों को पीटा तो रद्द होगी विद्यालय की मान्यता शिक्षामित्रजी
भ्रष्टाचार, भरोसा और भूल के त्रिकोण में खो गई रूचि भुट्ट
अभिषेक मिश्र
“मै” मेरी खाल-मेरा ढोल (थाली बजाओ)Surendra shukla" Bhramar"5 द्वारा
Neeraj Dwivedi जागो
नैन-भाव सत्यम शिवमजी बता रहे हैं
तू बतला दे मेरे चंदा वाणीजी की पेशकश
मेरे मन की अर्चनाजी
इल्माशामा शमा खान
Manzoor Khan Pathan आजाद हिंद तू फ़ौज बना
ये थे आज के लिंक्स...
प्रेरणा अर्गल |
प्रेरणा जी !
आपने तो कमाल ही कर डाला ...
आपने तो बहुत अच्छी प्रस्तुति दी है ,
वाह ...
बहुत खूब .
इसी बात पर आप मिठाई खाइए .
-अनवर जमाल
आप भी मिठाई खाइए .
शुक्रिया . -प्रेरणा अर्गल
अनवर जमाल |
आज़ादी की वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई
कुंवर कुसुमेश
क्या हम इन हालात में मनाएंगे जश्न ए आज़ादी ?
पुण्य प्रसून बाजपेयी
(ज़ी न्यूज़ में प्राइम टाइम एंकर और सम्पादक हैं)
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काजल कुमार के कार्टून |
हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल पर प्रस्तुत पोस्ट्स को
नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर भी बहुत सराहा जा रहा है
हमारे ब्लॉग बुनियाद के ज़रिये
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एक नज़र हमारे साझा ब्लॉग मुशायरा पर
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संगीता स्वरुप जी बता रही हैं
नए जन्म से लेकर शम्मी कपूर की मौत तक
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वंदना जी की अपील देश के नाम
...लेकिन कुछ ज़िम्मेदारियां हमारी भी हैं
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क्या ऐसा राज चाहिए जहाँ का कानून हो
आंख के बदले आंख ?
( एक रिपोर्ट जिसे सुना भी जा सकता है )
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वननोट और आउटलुक
के ज़रिये सारी सूचना व्यवस्थित रखे हुए हैं
प्रवीण पाण्डेय जी
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अन्ना के फैसले से नाइत्तेफ़ाक़ी जता रहे हैं
खुशदीप सहगल जी
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भारत भूषण जी
Aarakshan- मध्यवर्गी समाज और गरीबों के पैसे का भक्षण
http://meghnet.blogspot.com/2011/08/aarakshan.htmlhttp://meghnet.blogspot.com/2011/08/hello-uncle-sam.html
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डा० अनवर साहब
नमस्कार
श्रीकान्त मिश्र ’कान्त’
स्वतंत्रता दिवस की हम सब मित्रों को हार्दिक शुभकामनायें । कल तृषाकान्त पर अपना डायरी का पन्ना डाल रहा हूं। यह मेरे मर्म के बहुत ही निकट है। उसकी अग्रिम झलक आपके लिये संलग्न है।
-- श्रीकान्त मिश्र ’कान्त’
Blog: तृषाकान्त
URL: साहित्य-शिल्पी
Id aur Raamleelaa.doc 784K View Download |
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दिनेश रविकर जी को भी
"कुछ कहना है"
छितराए-पन्ने
के बारे में ...
चालबाज़, ठग, धूर्तराज सब, पकड़े बैठे डाली - डाली |
आज बाज़ को काज मिला जो करता चिड़ियों की रखवाली |
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इसका इलाज अपनी ताज़ा कविता के माध्यम से
हमारे आदरणीय सभापति जी बता रहे हैं, देखिए
हमारे आदरणीय सभापति जी बता रहे हैं, देखिए
"ढोंग और आडम्बर क्यों ?"
पहले था इन्सान मगर
अब बना हुआ है बन्दर क्यों?
कुंठा और द्वेष पनपा है,
अब मानव के अन्दर क्यों?
पर्वत से ढो करके नदियाँ,
मृदुजल को ले आती हैं,
बंजर धरती को अमृत से,
सिंचित करती जाती है,
लेकिन वो मीठा जल पा कर,
खारा बना समन्दर क्यों?
खुद को बड़ा बताने से,
क्या ऊँट बड़ा हो जाता है,
पास पहाड़ों के आने से,
राज़ सामने आता है,
अपने बिल में घुस कर चूहा,
बनता बहुत सिकन्दर क्यों?
सूप सदा खामोश रहे,
छलनी करती है शोर सदा,
चाँद घमण्डी की ही पिटती ,
किस्मत में अपमान बदा,
गुण औ' ज्ञान देन दाता की,
ढोंग और आडम्बर क्यों?
अब बना हुआ है बन्दर क्यों?
कुंठा और द्वेष पनपा है,
अब मानव के अन्दर क्यों?
पर्वत से ढो करके नदियाँ,
मृदुजल को ले आती हैं,
बंजर धरती को अमृत से,
सिंचित करती जाती है,
लेकिन वो मीठा जल पा कर,
खारा बना समन्दर क्यों?
खुद को बड़ा बताने से,
क्या ऊँट बड़ा हो जाता है,
पास पहाड़ों के आने से,
राज़ सामने आता है,
अपने बिल में घुस कर चूहा,
बनता बहुत सिकन्दर क्यों?
सूप सदा खामोश रहे,
छलनी करती है शोर सदा,
चाँद घमण्डी की ही पिटती ,
किस्मत में अपमान बदा,
गुण औ' ज्ञान देन दाता की,
ढोंग और आडम्बर क्यों?
जौनपुर अब हिंदी ब्लोगिंग के क्षेत्र मैं भी आगे
देखिये इस बार हम एक पूरी चर्चा ही यहाँ उठा लाये हैं .(साभार चर्चामंच)
चर्चाकार :यह ब्लॉगजगत एस एम् मासूम के नाम से जानता है और अमन के पैग़ाम के नाम से पहचानता भी है. सामाजिक सरोकारों से जुड़ कर काम करना अच्छा लगता है . समाज में अमन और शांति पे काम करते करते यह एह्साह हुआ कि अमन का पैग़ाम अब करने है लगा दिलों पे असर लेकिन एक चिंता भी सताने लगी कि : इमानदार इंसानों कि यह प्रजाति अब विलुप्त होने के कगार पे है तो अपना साथ कौन देगा? |
सबसे पहले तो उस ख़त कि बात हो जाए जिसे मैंने बार बार पढ़ा और यकीनन आप को भी पढना चाइये. "तुम्हारे लिए, अपने इकलौते बेटे के लिए मैंने अपना सुख-चैन किसी खराब कोने में टिका दिया। तुम्हें काबिल बनाकर मैंने संतुष्टि का अहसास किया। मैंने पाया कि जीवन का असली सुख औलाद को सुखी देखना है। |
घूमते घूमते अचानक नज़र पड़ी तो वंदना जी का आहत मन दिखा जो शायद आज के हालात से इतना आहत हुआ कि वो कह उठीं "आओ लहू का बीज बोयें लहू का खाद पानी देंऔर लहू की ही खेती करेंअब रगो मे लहू का उफ़ान कहाँवो जमीन आसमान कहाँबन्जर मरुस्थलो मे अब खिलते कँवल कहाँ चलो यारो थोडा तेरा थोडा मेरा |
वाणी गीत जी ने दी रक्षा बंधन की बहुत शुभकामनायें ...और बढाया हम सब का ज्ञान रक्षा बंधन भाई -बहन के निश्छल प्रेम का अनूठा त्यौहार है. सूनी कलाईयां और राखियाँ एक दूसरे की बाट जोहती हैं . इस पर्व को मनाये जाने की अनगिनत कहानियां हैं . |
भारतीय नारी का एक रूप ‘बहन‘ भी है और भारतीय पर्व और त्यौहारों की सूची में एक त्यौहार का नाम ‘रक्षा बंधन‘ भी है। हुमायूं और कर्मावती के बीच का प्रगाढ़ रिश्ता और राखी का मर्म |
ब्लॉगजगत कि गलियों से गुज़र ही रहा था कि अना ने का सवाल सुना सवाल क्यू करते हो? पहले तो डरा फिर हिम्मत कि और जो पढ़ा वो आप भी पढ़ें क्या ये त्यौहार केवल हिन्दू भाई बहन के लिए ही है? |
आज देश के चार बड़े राज्यों की कमान महिला मुख्यमंत्रियों के हाथ में हैं, देश की राष्ट्रपति होने का गौरव भी एक महिला को ही हासिल है और तो और भारत के प्रधानमंत्री पद की डोर (अदृश्य रुप से) भी एक महिला के ही हाथ में है अश्लील विज्ञापन और नारी सशक्तिकरण : एक मजाक |
पूजा जी का आज का एक लेख मुझे बहुत भा गया देखिये इतनी कम उम्र मैं कितनी बड़ी बात कह गयी और बता गयी divide and Rule पोलिसी हम को बाँट के हमारी ताक़त कम करके हम पे राज करने के लिए दुश्मनों की साज़िश रही है. |
खुशदीप सहगल लुट रहा है लंदन, कहां हैं स्काटलैंड यार्ड...खुशदीपकहते हैं कि हर आपदा से कुछ सीखना चाहिए...ब्रिटेन में हो रहे दंगे भी ऐसी ही आपदा है...ब्रिटेन-अमेरिका जैसे पश्चिमी देश भारत की पुलिस का इसलिए मज़ाक उड़ाते रहे हैं कि वो 26/11 |
पूजा से ले कर खुशदीप भाई तक सभी का अपना अपना अंदाज़ है लन्दन मैं हो रहे दंगो को देखने का .देखिये अनीता जी का नया अंदाज़. कोई ऐसा क्यों करेगा |
आज मुलाक़ात करवाता हूँ ऐसे घराने से जहाँ संगीत का ही बोलबाला है. जी हाँ जनाब अरविन्द मिश्रा जी को देखिये अपने पुत्र कि संगीत काला को देख कैसे खुश हो रहे हैं. सच कहूँ बहुत ही सुंदर संगीत का लुत्फ़ उठाया इस पोस्ट पे . आप भी लुत्फ़ उठाएं, |
उफ्...एक और प्रतिबंध। किसी विचार, कृति, फिल्म या अन्य प्रकार की किसी अभिव्यक्ति पर प्रतिंबध को ले कर हम इतने उतावले क्यों रहते हैं? ऐसा लगता है कि भारत बात- बात पर प्रतिबंध करने/ प्रतिबंध करवाने/ प्रतिबंध चाहने वाले लोगों का विशालकाय समूह बन कर रह गया है! |
देखिये किरण बेदी जी अपने ब्लॉग से क्या कह रही हैं? मेरा नाम अफसाना है। मैं 35 साल की विधवा हूं। मेरा आठ साल का बेटा और छह साल की बेटी है। मैं यूपी के एक गरीब मुस्लिम परिवार में पैदा हुई। मेरे शौहर हामिद कढ़ाई करते थे। उनके साथ रहकर मैंने भी कढ़ाई सीखी और उनका हाथ बटाने लगी। उनकी तबीयत ज्यादातर खराब रहती थी। एक दिन काम के दौरान उनको दिल का दौरा पड़ा और उनका इंतकाल हो गया। |
पुणे में हत्यारी पुलिस तीन लोगों की जान ले लेती है. इसी तरह के मंज़र कहीं भी देखे जा सकते हैं. मन विचलित हो जाता है यह सब देख कर. हम १५ अगस्त को अपनी आज़ादी की वर्षगाँठ मनाएंगे, लेकिन क्या सचमुच आज़ाद हो गए है? नंगे घूमने के लिए आजाद हैं, |
धार्मिक वेबसाइट का आज कल बोलबाला है. कोई नफरत फैला रहा है कोई कुरान और वेद के गलत मेने समझा रहा है. मकसद केवल लोगों को गुमराह करना और धर्म के नाम पे इंसानों के दिलों मैं एक दूसरे के लिए नफरत भरता हुआ करता है. जब भी कोई धार्मिक वेबसाइट पे जाएं तो यह अवश्य जांच लें कि उसको चलाने वाला कौन है और क्या दे रहा है. इज्ज़त और ज़िल्लत का फर्क समझना होगा |
रक्षा बंधन की बहुत शुभकामनायें |
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...और चर्चामंच के ही एक और चर्चाकार
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’जी
की आज़ादी के मौक़े पर एक ख़ास पेशकश
...और चर्चामंच के ही एक और चर्चाकार
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’जी
की आज़ादी के मौक़े पर एक ख़ास पेशकश
भारतीय स्वतन्त्रता दिवस पर (चर्चा मंच-507)
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ब्लॉग: सान्निध्य
भेजें: आज है राखी का त्योहार
लिंक: http://saannidhya.blogspot. com/2011/08/blog-post_13.html
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"एक आम भारतीय का पत्र अन्ना के नाम"
साभार अभिषेक मिश्र ---------------------------------------
भेजें: आज है राखी का त्योहार
लिंक: http://saannidhya.blogspot.
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आपके ब्लॉग पर चर्चा के लिए मेरी नई पोस्ट :
हस्तक्षेप.कॉम से
खोखली दलित चिन्ताएं और समुदाय की राजनीतिअन्नाजी, एन जी ओ को क्यों जांच से बाहर रखा जाए?
--
Dilbag Virk
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LiveVideo.aspx?id=207442&f= vrcom
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blogspot.com/2011/08/blog- post_13.html
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...और बहन ही नहीं हम कहते हैं कि
शिखा कौशिक बहन ही नहीं बल्कि बुआ भी अच्छी हैं
एक पारिवारिक पोस्ट ,
... और
एक नवजात शिशु भी दे सकता है अपने पिता को ज्ञान
एक ब्लॉगर को पुत्र रत्न की प्राप्ति
------------------------
दोस्तो ! रक्षाबंधन ने हमें याद दिलाया है कि हमें अपनी बहनों की हिफ़ाज़त करनी है और स्वतंत्रता दिवस हमें याद दिला रहा है कि हमें अपनी आज़ादी की भी रक्षा करनी है। आज़ादी के लिए हमारे बुज़ुर्गों ने जो क़ुर्बानियां दी हैं, वे बेमिसाल हैं। उन्होंने अपना फ़र्ज़ अदा किया और अब हमें अपना फ़र्ज़ अदा करना है। कुछ फ़ैसले जो हालात की मजबूरी में या दुश्मन की साज़िश की वजह से उनसे ग़लत हो गए हैं, उन ग़लतियों से हमें सबक़ लेना है। -----------------------------------
--------------------------------------------------------मेरी नयी कविता - ऐ वीर ! मैदाने-जंग में उतर जा...
कुछ लिंक दूसरे ब्लॉगर्स के -
इंदौर के श्री सुशील बाकलीवाल जी दे रहे हैं - नए ब्लॉग के लिए उपयोगी सुझाव
तथा ये भी बताया उन्होंने कि - "ब्लॉगिंग तेरे लाभ अनेक"
और साथ में बता रहे हैं - उपलब्धियाँ : एक अनाड़ी ब्लॉगर की
और एक सवाल भी है उनके पास - क्या व्यर्थ है टिप्पणियों की मशक्कत ?
http://najariya.blogspot.com/ 2011/06/blog-post_08.html
वो मंज़र भी बड़ा अजीब होता है,
जब कोई अपने देश के लिए शहीद होता है...
यूं तो हर किसी को नहीं मिलता ये मौका "माही" ,
देश पे मर मिटने वाला बहुत खुशनसीब होता है...
आप सभी को स्वतन्त्रता दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें... :)
जय हिन्द...
कृपया मेरी नयी कविता पढ़ें -
चलो एक नया जहाँ बसाते हैं
- महेश बारमाटे "माही"
पिछले सप्ताह मेरे ब्लॉग पर प्रकाशित रचनाएं
साहित्य सुरभि .
१. अगज़ल
square cut बल्लेबाजों को लेनी होगी जिम्मेदारी --
Dilbag Virk
---------------------------
By Sunil Deepak |
मनोरंजन के लिए
केबीसी में अनूठी शायरी...
http://khabar.ndtv.com/-----------------------
दिल तो बच्चा है जी ...-सतीश सक्सेना
----------------------बहन हो तो ऐसी -जैसी शिखा कौशिक
http://shalinikaushik2.-----------------------
...और बहन ही नहीं हम कहते हैं कि
शिखा कौशिक बहन ही नहीं बल्कि बुआ भी अच्छी हैं
एक पारिवारिक पोस्ट ,
... और
एक नवजात शिशु भी दे सकता है अपने पिता को ज्ञान
एक ब्लॉगर को पुत्र रत्न की प्राप्ति
------------------------
आज हमें अपने नेताओं से और अपने प्रशासन से शिकायत है तो इन्हें हमने ही चुना है। हम अपनी जातिवादी और सांप्रदायिक मानसिकता से मुक्त होते तो हम बेहतर चुनाव कर सकते थे और तब प्रशासन भी आज से बेहतर ही होता।
जगह जगह धरने प्रदर्शन करना और अधिकारियों के सिर में दर्द करना किसी भी समस्या का हल नहीं है। ये हालात किसी चमत्कार से ठीक नहीं होंगे। ये हालात तभी ठीक होंगे जबकि हम देश और समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को समझेंगे।
इस समय रमज़ान का महीना भी हमारे दरम्यान है और रोज़ा ‘संयम‘ ही सिखाता है। हमारी ज़्यादातर समस्याओं के पीछे संयम का अभाव ही है। हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम अपने अंदर संयम का गुण विकसित करें। हमें अपनी ज़िम्मेदारियों को तय करना ही होगा।
जैसी दुनिया में हम रहना चाहते हैं वैसी दुनिया अपने लिए हमें ख़ुद ही बनानी होगी और यह काम अकेले नहीं हो सकता। इसके लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना होगा।
प्रभु पालनहार से अपने देश और सारे विश्व के मंगल की प्रार्थना के साथ आज की महफ़िल तमाम होती है।
महान हिंदी की सेवा में आप जैसे कर्मशील ब्लॉगर्स की मौजूदगी हमारे लिए ख़ुशी का बायस है, हम अपने सभापति महोदय के साथ साथ आप सबके भी बहुत शुक्रगुज़ार हैं।
आप सभी के सुझाव और आपका सहयोग हमारी ताक़त हैं।
शुभरात्रि शब-बख़ैर !
अस्-सलामु अलैकुम , ओउम् शांति !!
39 comments:
अनवर जी !
इतने सारे नए लिंक के लिए सभी को धन्यवाद तथा स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक बधाइयाँ...
पर मैंने और भी कई लिंक भेजे थे...
वे सभी कहाँ हैं ?
@ प्रिय महेश जी ! आपने जो ईमेल भेजी होगी, उस पर आपने शीर्षक ‘वास्ते प्रकाशन ब्लॉगर्स मीट वीकली‘ न लिखा होगा, इसीलिए वह हमारी नज़र से चूक गई होगी क्योंकि ईमेल भी रोज़ाना ढेरों ही मिलती हैं।
आप एक बार फिर से भेजने का कष्ट कीजिए, उन्हें हम इस महफ़िल में ज़रूर पेश करेंगे,
इंशा अल्लाह !
पहली टिप्पणी के लिए शुक्रिया !
abhi fir mail kar dia hai...
plz check kar lijiye
@ महेश जी , आपके भेजे सभी लिंक लगा दिए हैं,
आप भी चेक कर लीजिए।
स्वतन्त्रता की 65वीं वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
यौम-ए-आजादी आप सबको बहुत-बहुत मुबारक हो!
# ब्लॉगर्स मीट वीकली एक अच्छा आयोजन है। जितने लिंक्स इसमें शामिल हैं उतने आज तक हमने एक जगह कहीं नहीं देखे हैं। यह बेमिसाल है।
# इसके सद्र रूपचंद साहब और इसमें सहयोग देने वाले सभी भाई बहन का जज़्बा क़ाबिले क़द्र है। आपकी मेहनत हल्के हल्के रंग ला रही है लेकिन आजाद यौमे आज़ादी है इस मौक़े पर आपको कोई नज़्म वग़ैरह पोस्ट में भी देनी चाहिए थी जिससे पढ़ने वालों के दिलों में आज़ादी का वलवला जाग उठे।
# हमारे लिंक्स शामिल करने के लिए शुक्रिया !
ब्लॉगर्स वीकली यूहीं सफलता के सोपान चढ़ती रहे, इसी शुभकामना के साथ...
जय हिंद...जय हिंद की सेना...
हमारे छह लिंक शामिल करने के लिए शुक्रिया और आज यहाँ की चर्चा में उपयोगी काफी लिंक भी है. जिन्हें समय मिलने पर पढूंगा.
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें.
हमारे लिंक्स शामिल करने के लिए शुक्रिया.
@ डा. अयाज़ साहब ! आज़ादी के मौक़े पर इस पेशकश में अनगिनत लिंक ऐसे हैं जिन्हें पढ़ने के बाद देशप्रेम का जज़्बा इंसान के दिलो-दिमाग़ में हिलोरें लेने लगता है लेकिन आपकी ख्वाहिश का अहतराम करते हुए आपकी सलाह के मुताबिक़ हमने भाई महेश बारमाटे ‘माही‘ की रचना का एक अंश भी यहां पेश कर दिया है और इस पोस्ट को संपादित करके चर्चामंच की ख़ास पेशकश का लिंक भी शामिल कर लिया गया है।
हमारे आदरणीय सभापति महोदय के मार्गदर्शन में चलने वाले इस चर्चामंच पर आज पूरी चर्चा आज़ादी से संबंधित गद्य-पद्य से ही भरी हुई है।
भाई चंद्रभूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल‘ जी की यह कोशिश सचमुच सराहनीय है।
अच्छी सलाह के लिए आपका शुक्रिया !
हिंदी की बेहतरी के लिए और मुल्क की बेहतरी के लिए सभी के सुझावों का सदा ही स्वागत है।
@ भाई ख़ुशदीप जी ! ब्लॉगर्स मीट वीकली में आना याद रखने के लिए आपका शुक्रिया ।
@ कुंवर कुसुमेश जी ! आपका भी शुक्रिया और आपको भी आज़ादी की मुबारकबाद !
wow..kya baat hai. Aajki charcha me sabhi rang dhikhai de rahe hai.. Kuch lekh to vakai bahut acche hai.. Khair..
Mujhe yaha jagah dene liye aapka bahut bahut shukriya....
धन्यवाद! स्वाधीनता दिवस की बहुत-बहुत शुभकामना
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें.
अच्छे लिंक्स. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.
स्वतन्त्रता दिवस की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ! HBFI ब्लॉगर मीट की पल पल बढती लोकप्रियता के लिये सभी टीम सदस्यों का धन्यवाद एवं अभिनन्दन ! आज भी हमेशा की तरह बेहतरीन लिंक्स से यह मीट सुसज्जित है ! मेरी रचना को आपने इसमें स्थान दिया आभारी हूँ !
पता नहीं क्यों हर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर मुझे कुछ मिसरे याद आ जाते हैं जो शायद सरदार जाफरी की कही हुई किसी नज़्म के है. पूरी नज़्म नहीं मिल पाई लेकिन जो मिसरे मिले हैं वो काफी हैं-
'कौन आज़ाद हुआ
किसके माथे से गुलामी की स्याही छूटी
मेरे सीने में अभी दर्द है महकूमी का
मादरे-हिंद के चेहरे पे उदासी है वही.'
ब्लॉगरस मीट वीकली का आयोजन सफलता पूर्वक आगे बढ़ रहा है. यह ख़ुशी की बात है. हिंदी ब्लॉगिंग के सफ़र को मंजिल की ओर ले जाने में इस आयोजन का योगदान ऐतिहासिक होता जा रहा है. मुबारक हो.
स्वतंत्रता दिवस की बहुत शुभकामनायें ..
विस्तृत चर्चा ...
आभार !
Its time to salute INDIA.
Happy Independence Day
Saleem Khan
डॉ.साहब आप निरंतर ब्लॉग जगत को अपने उत्तम कार्यों से समृद्ध कर रहे हैं और हिंद ब्लॉग फोरम आपके निरीक्षण में नित नयी उंचाइयां चढ़ रहा है,हम आपकी आज्ञा का सर्वदा उल्लंघन करते हैं और आप हमारी हर गलती को बड़े दिल के होने का कारण क्षमा कर देते हैं हम कभी लिंक नहीं भेजते और आप हमें यहाँ स्थान दे कृतार्थ करते रहते हैं .आगे से अगर हम ऐसी गलती करें तो क्षमा मत कीजियेगा .हम लिंक भेजना याद रखेंगे आखिर यहाँ जगह पाना हमारे लिए ज्यादा गौरव का क्षण है.आभार.
जो शालिनी जी ने उपर कहा वो बिलकुल सत्य है । मैं भी किसी कारणवश अपने लिंक्स नहीं भेज पाया इस बार, फिर भी मेरी बहुत सी रचनाओं को यहाँ जगह दिया गया । प्रेरणा जी और डॉ. साहब को तहेदिल से धन्यवाद ।
साथ ही सभी हिन्दी ब्लॉगरों और हिन्दी भाषियों को मेरा प्रणाम और स्वाधीनता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
मेरी नवीनतम रचना जरुर पढ़ें ।
http://pradip13m.blogspot.com/2011/08/blog-post_7290.html
अंत में ब्लॉगर मीट वीकली को सफलता के लिए शुभकामनाएँ ।
@ देवेन्द्र जी ! यह सचमुच एक इतिहास ही है कि पिछली तीन ब्लॉगर्स मीट की तरह यह भी आज ही इस ब्लॉग की लोकप्रिय पोस्ट में दिखाई देने लगी है जिससे यह पता चलता है कि लोग इस आयोजन को कितना ज़्यादा पसंद कर रहे हैं।
@ शालिनी जी ! यह अच्छा है कि आपने सहयोग के लिए अब पक्का इरादा कर लिया है। आपके इरादे को देखकर दूसरों को भी प्रेरणा मिलेगी, आखि़र आप इस मंच की लीगल एडवाइज़र भी तो हैं।
@ प्रदीप साहनी जी ! शालिनी जी की बात बिल्कुल साफ़ और सीधी होती है। उनसे सहमति में कल्याण के सिवा कुछ भी नहीं है। रही बात लिंक की तो उन्हें तो आप न भी भेजें तब भी हम शामिल कर लेते हैं लेकिन बहुत बार हम पहुंच नहीं पाते और लिंक रह जाते हैं जैसे कि सलीम ख़ान साहब, ज़ीशान ज़ैदी और प्रिय प्रवीण जी समेत बहुत से ब्लॉगर इस बार भी रह गए हैं। ब्लॉगर्स सहयोग करें तो इससे भी कई गुना ज़्यादा साहित्य की प्रदर्शनी यहां हर सप्ताह लगाई जा सकती है। इसीलिए बार बार सहयोग की अपील की जाती है।
आप तीनों का ही धन्यवाद !
प्रेरणा जी नमस्कार ,
" बहुत बहुत सुक्रिया आपका और हिंदी भाषा के लिए आपके इस बेहतरीन प्रयत्न के लिए तहे दिल से शुभकामनाये और आज जरूरत ही ऐसे प्रयास की है जो हिंदी भाषा का प्रचार कर सके ...मेरे ब्लॉग का लिंक यहाँ पर देखकर मै अपने आपको खुश नसीब समज रहा हु ...| "
यहाँ भी पधारे : http://eksacchai.blogspot.com/2011/08/blog-post_10.html
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद की आप सब मंच पर पधारे /और हमारे प्रयासों की सराहना की /आप सबका ऐसे ही सहयोग मिलता रहे यही कामना है /आभार /
सुंदर प्रस्तुति , आभार ।
स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं
shukriya jnaab bahut bahut shurkiyaa ..akhtar khan akela kota rajsthan
विस्तृत चर्चा ...
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें
ब्लोगर मीट के स्थान पर iska nam to ब्लोगर सुपर मेल होना चाहिए .धडाधड लिनक्स के डिब्बे आखों के सामने से निकल रहें हैं .प्रेरणा जी व् आप अच्छे चालक की तरह इस फोरम रुपी patri पर इस ट्रेन ko दौड़ा ले जाते हैं .हार्दिक आभार हमें भी सीट देने हेतु .
हिन्दी ब्लॉगर्स फोरम इंटरनेशनल द्वारा आयोजित ब्लॉगर्स मीट वीकली-4 में एक बार फिर से मैं आप भी का दिल से इस्तक़बाल करता हूँ!
आप सबको देश की यौम-ए-आज़ादी की 65वीं वर्षगाँठ पर दिली मुबारकवाद देता हूँ!
यह आप सबका प्यार ही है कि ब्लॉगर्स मीट वीकली लोकप्रियता की ऊँचाइयों को छूने लगी है!
इसके आयोजक डॉ. अनवर जमाल का कमाल और उनकी मेहनत का नतीजा ही है। जिसे बहन प्रेरणा अर्गल ने चुनौती के रूप में लिया है और इतने अच्छे ढंग से सजाया है कि उनका यह प्रयास देखते ही बनता है!
चर्चा मंच पर ज़नाब मासूम साहब द्वारा की गई चर्चा वाकई में महत्वपूर्ण थी। जिसे ज्यों का त्यों पेश करके अपनी सदभावना का परिचय आयोजकों द्वारा दिया गया है!
हफ्ते भर के इतने सारे लिंकों को सहेज कर एक मंच पर प्रस्तुत करना कोई आसान काम नहीं होता मगर इन्होंने यह कर दिखाया है!
मैं हृदय की गहराइयों से इनका शुक्रिया अदा करता हूँ!
जिनके ब्लॉगों की पोस्टों का यहाँ लिंक दिया गया है उनको बधाई और जो यहाँ पर सम्मिलित होने से छूट गये हैं उनको निराश होने की आवश्यकता नहीं है एक दिन उनके ब्लॉगों की भी यहाँ पर आमद होगी! ऐसा मेरा विश्वास है!
जय हिन्द! जय भारत!
Aap dono ne to itni acchi acchi rachnayon ke link diye hain ki ab main din ant hone tak hi unhe pura pad paya hu.
Ullekhneey rachnayein bahut sari thi agar unke bare likhne baithunga to bahut ho jayega.
Bahut bahut aabhar.
ब्लागर्स-मीट में आकर बहुत अच्छा लगा .मुझे इस विषय में मालूम नहीं था ,प्रेरणा जी आपने सूचना दी और आमंत्रण भी मैं आभारी हूँ -आपने मेरी रचना ली इस के लिये भी आभार .
बहुत से अच्छे लिंक मिले और सार्थक संवाद भी ,आप लोगों के परिश्रम का फल -धन्यवाद स्वीकारें!
लिंक भेजने के लिये क्या करना होगा ?
हमें तो देर से सूचना मिली. लेकिन यहाँ कुछ समझ नही आया.. इतने ढेर सारे लोग.. सिर चकरा गया.
अरे वाह, ब्लॉग हिंदी साहित्य में इतना कुछ हो रहा हैं!
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें..
धन्यवाद प्रतिभा जी ,नीरजजी,मनीषजी ,राहुल्कुमार जी,और सब मेरे ब्लोगर साथी आपने मेरा आमंत्रण स्वीकार किया और इस मंच पर पधारे/आपने हमारे प्रयास की सरहाना की /इसके लिए मैं आप सबकी दिल से आभारी हूँ /आशा है आगे भी आप सबका इसी तरह हमें सहयोग मिलता रहेगा /प्रतिभाजी आप अपने लिंक हमें इ-मेल कर दें/आभार /
प्रायः सबके लिए कुछ न कुछ। शुक्रिया।
बहुत सुन्दर और रोचक...
bahut hi anuthe dhang se links sanyojan ke saath saarthak charcha prastuti ke liye aabhar!
आप की पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (१०) के मंच पर शामिल की गई है /आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप हमेशा ही इतनी मेहनत और लगन से अच्छा अच्छा लिखते रहें /और हिंदी की सेवा करते रहें यही कामना है /आपका ब्लोगर्स मीट वीकली (१०)के मंच पर आपका स्वागत है /जरुर पधारें /
आप की पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (१०) के मंच पर शामिल की गई है /आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप हमेशा ही इतनी मेहनत और लगन से अच्छा अच्छा लिखते रहें /और हिंदी की सेवा करते रहें यही कामना है /आपका ब्लोगर्स मीट वीकली (१०)के मंच पर आपका स्वागत है /जरुर पधारें /
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