तीर्थंकर महावीर स्वामी जी: हिंसा की परिभाषा क्या है ?
Posted on Saturday, August 13, 2011 by रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक in
तीर्थंकर महावीर स्वामी जी: हिंसा की परिभाषा क्या है ?: " आज हिंसा का परिभाषा क्या व्यक्त करें. आज व्यक्ति का भौतिक वास्तुनों के मोह में फंसकर इतना निर्दयी हो गया है कि-कदम-कदम पर झूठ बोलना, धोख..."
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1 comments:
अरे जैन साहब तो किसी की पोस्ट पर जाकर अपना विज्ञापन लगाने के अलावा पोस्ट के बारे में कुछ भी नहीं कहते हैं!
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रक्षाबन्धन के पुनीत पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
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