मारुति सुजुकी के मानेसर प्लांट में जीएम की हत्या के 36 घंटे बाद ही
इंदिरापुरम में वुडलैंड के डीजीएम की घर के बाहर गोलियों से भूनकर हत्या कर
दी गई। उन्होंने कुछ कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था और पुलिस को आशंका
है कि इसी खुन्नस में कर्मियों ने घटना को अंजाम दिया। इन कर्मचारियों पर
घपले का आरोप था। हमलावरों ने डीजीएम नितिन शर्मा पर ताबड़तोड़ करीब 12
राउंड गोलियां चलाईं। शर्मा को छह गोलियां लगीं और वह जमीन पर गिर पड़े।
पड़ोसी उन्हें अस्पताल लेकर भागे, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़
दिया। मूल रूप से ग्वालियर के रहने वाले 35 वर्षीय नितिन शर्मा शक्तिखंड-4
स्थित एक फ्लैट में पत्नी शालिनी और दो बेटियों के साथ रहते थे। शर्मा
शुक्रवार सुबह 8:15 बजे दोनों बेटियों 10 वर्षीय वंशिका और 6 वर्षीय अंशिका
को कैंब्रिज स्कूल छोड़कर घर पहुंचकर गाड़ी पार्क कर रहे थे। उसी समय दो
व्यक्ति उनके पास आए और बात करने लगे। उनके बीच करीब 30 मिनट बात हुई, इसके
बाद दोनों ने शर्मा पर गोलियां बरसा दीं। एसपी सिटी शिवशंकर यादव ने बताया
कि पता चला है कि नितिन ने हाल ही में वुडलैंड के दिल्ली और एनसीआर के
मॉल्स स्थित कुछ शोरूम से घपले के आरोप में कई कर्मचारियों को नौकरी से
निकाला था। बता दें कि मानेसर स्थित मारुति सुजुकी प्लांट में बुधवार को
प्रबंधन और मजदूरों के बीच विवाद में जीएम एचआर की हत्या कर दी गई थी।
source : http://www.livehindustan.com/news/desh/today-news/article1-story-329-329-244358.html