आनंद बाइक मैकेनिक था। उसने अपनी दो बेटियों और अपनी बीवी की हत्या की और फिर खुद भी फांसी पर लटक गया।
यह घटना कल गुड़गांव के सूरत नगर में हुई। इस घटना की जांच जो भी होगी, सामने आ जाएगी।
इस तरह की घटनाओं में ज़्यादातर शक ही सामने आया है। नए ज़माने में पढ़े लिखे लोगों का जीने का ढर्रा बदल चुका है। बेटियां और बीवियां बाहर जाएंगी तो वे कुछ भी कर सकती हैं, अच्छा भी और बुरा भी।
ज़माने का चलन बुरा है तो बुरा करने के इम्कान ज़्यादा हैं।
लोग पुराना ज़हन लेकर नए चलन के समाज में कैसे जी पाएंगे ?
चक्की के इन्हीं दो पाटों के बीच आज लोग पिस रहे हैं।
नई तहज़ीब की तरक्क़ी इंसान और इंसानियत के ख़ून से हो रही है।
और यहां भी एक पूरी कहानी मौजूद है-