एक लेखक चुनौती दे रहे हैं.
उनका ऐतराज़ है कि ज़ाकिर नाइक चुनौती देते हैं.
अब वह खुद चुनौती दे रहे हैं. ज़ाकिर नाइक की जिस बात पर उन्हें ऐतराज़ है, वही काम खुद कर रहे हैं. यानि वह ज़ाकिर नाइक के प्रभाव में आ गये हैं ?
हम ज़ाकिर नाइक साहब के प्रोग्राम नहीं देखते लेकिन वह भाई देखते हैं और दस बीस लोगों को पुनः ईश्वर का आज्ञाकारी (अरबी...
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