Sahitya Surbhi: अगज़ल - 44: अपनी हस्ती को गम के चंगुल से आजाद करने का काश ! हम सीख लेते हुनर खुद को शाद करने का । अंजाम की बात तो बहारों पर मुनस्...
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ग़ज़लगंगा.dg: हुकूमत की चाबी.....
हकीकत यही है
ये हम जानते हैं
कि गोली चलने का कोई इरादा
तुम्हारा नहीं है.
कोई और है जो
तुम्हारे ही कंधे पे बंदूक रखकर
तुम्हीं को निशाना बनाता रहा है.
सभी ये समझते हैं अबतक यहां पर
जो दहशत के सामां दिखाई पड़े हैं
तुम्हीं ने है लाया .
तुम्हीं ने है लाया
मगर दोस्त!
सच क्या है
हम जानते हैं
कि इन सब के पीछे
कहीं तुम नहीं हो.....
फकत चंद जज्बों के कमजोर धागे
जो उनकी पकड़ में
रहे हैं बराबर .
यही एक जरिया है जिसके सहारे
अभी तक वो सबको नचाते रहे हैं
ये तुम जानते हो
ये हम जानते हैं
तुम्हारी ख़ुशी से
तुम्हारे ग़मों से
उन्हें कोई मतलब न था और न होगा
उन्हें सिर्फ अपनी सियासत की मुहरें बिछाकर यहां पर
फकत चाल पर चाल चलनी है जबतक
हुकूमत की चाबी नहीं हाथ आती
हकीकत यही है
ये तुम जानते हो
ये हम जानते हैं
हमारी मगर एक गुज़ारिश है तुमसे
अगर बात मानो
अभी एक झटके में कंधे से अपने
हटा दो जो बंदूक रखी हुई है
घुमाकर नली उसकी उनकी ही जानिब
घोडा दबा दो
उन्हें ये बता दो
कि कंधे तुम्हारे
हुकूमत लपकने की सीढ़ी नहीं हैं.
--देवेंद्र गौतम
ग़ज़लगंगा.dg: हुकूमत की चाबी.....:
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ये हम जानते हैं
कि गोली चलने का कोई इरादा
तुम्हारा नहीं है.
कोई और है जो
तुम्हारे ही कंधे पे बंदूक रखकर
तुम्हीं को निशाना बनाता रहा है.
सभी ये समझते हैं अबतक यहां पर
जो दहशत के सामां दिखाई पड़े हैं
तुम्हीं ने है लाया .
तुम्हीं ने है लाया
मगर दोस्त!
सच क्या है
हम जानते हैं
कि इन सब के पीछे
कहीं तुम नहीं हो.....
फकत चंद जज्बों के कमजोर धागे
जो उनकी पकड़ में
रहे हैं बराबर .
यही एक जरिया है जिसके सहारे
अभी तक वो सबको नचाते रहे हैं
ये तुम जानते हो
ये हम जानते हैं
तुम्हारी ख़ुशी से
तुम्हारे ग़मों से
उन्हें कोई मतलब न था और न होगा
उन्हें सिर्फ अपनी सियासत की मुहरें बिछाकर यहां पर
फकत चाल पर चाल चलनी है जबतक
हुकूमत की चाबी नहीं हाथ आती
हकीकत यही है
ये तुम जानते हो
ये हम जानते हैं
हमारी मगर एक गुज़ारिश है तुमसे
अगर बात मानो
अभी एक झटके में कंधे से अपने
हटा दो जो बंदूक रखी हुई है
घुमाकर नली उसकी उनकी ही जानिब
घोडा दबा दो
उन्हें ये बता दो
कि कंधे तुम्हारे
हुकूमत लपकने की सीढ़ी नहीं हैं.
--देवेंद्र गौतम
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65 वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई-शुभकामनायें swtantrta diwas
65 वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई-शुभकामनायें.
और ज्ञानदत्त पाण्डेय जी के शब्दों में
मेरी चिंतायें
मानव विकसित हो रहा है. आजके बच्चे पहले की अपेक्षा अधिक जानकार और होशियार हैं. वे अपने और अपने वातावरण के प्रति अधिक चैतन्य हैं. पर हमें पहले से ज्यादा नैराश्य, दैन्यता और अन्धेरा क्यों नजर आता है ?
अखबारों और पत्रिकाओं/पुस्तकों के पन्ने अधिक चमकदार बन रहे हैं, पर वे जीवन धुंधला क्यों बना रहे हैं ?
अखबारों और पत्रिकाओं/पुस्तकों के पन्ने अधिक चमकदार बन रहे हैं, पर वे जीवन धुंधला क्यों बना रहे हैं ?
हर कोई बन सकता है अरबपति
जयपुर। हर किसी के मन में लखपति से करोड़पति और करोड़पति से अरबपति बनने की ख्वाहिश होती है और सभी के लिए ये संभव है। ऎसा कहना है टैक्स और इंवेस्टमेंट गुरू सुभाष लाखोटिया का।
सुभाष लाखोटिया देश के टॉप टैक्सेशन एक्सपर्ट हैं जो पिछले चालीस साल से टैक्स और इन्वेस्ट के कंसलटेंट हैं।
सुभाष शुक्रवार को फिक्की एफएलओ की ओर से आयोजित हाउ टु बिकम अ मल्टी मिलेनियर टॉक शो में स्पेशल गेस्ट के रूप में मौजूद थे।
सोचेंगे तो जरूर बनेंगे
लखपति, करोड़पति और फिर अरबपति बनने के लिए सबसे पहले है अपने इरादे को पक्का करना। अगर आप मल्टीमिलेनियर बनने की सोच रखेंगे, तो जरूर बनेंगे। अमीर बनने के लिए आपको अब विदेश जाकर कमाने के आयाम खोजने की जरूरत नहीं है। हमारे अपने देश में ही बहुत से आयाम हैं। उदाहरण के लिए मेरे पास एक सड़क छाप लड़के की कहानी है जिसकी दोस्ती भी भिखारियों के साथ थी। राजस्थान का ये लड़का भूतड़ा भिखारियों के नेटवर्क से सामान बेचने लगा और इसके नेटवर्क में करीब 1800 भिखारी जुटे। अपनी एक सोच से आज वह भी करोड़पति बन गया।
महिलाएं करें बचत
लोग पूछते हैं अमीर कैसे बनें? अमीर बनने से पहले अपने पैसे को मैनेज करने की कला आनी चाहिए। संपन्न बनने के लिए सबसे जरूरी है बचत। ये काम घर की महिलाओं से बेहतर कोई नहीं कर सकता। चाहे कमाई कम हो या ज्यादा उसका कुछ प्रतिशत कल के लिए बचाएं।
साथ ही प्रभु के आशीर्वाद खुद पर बरकरार रखने के लिए मैं यही मूलमंत्र देता हूं कि अपनी कमाई का करीब दो प्रतिशत पर्सनलाइज्ड चैरिटी में लगाएं। उन्हे ऎसे जरूरतमंदों को दें जो आपको दुआ देंगे। ये चैरिटी किसी को बताकर न करें।
आज ही खरीद लें प्लॉट
अगर आप लीगल तरीके से टैक्स से बचना चाहते हैं और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ जमा पूंजी बनाना चाहते हैं तो आज ही अपने घर के सभी सदस्यों के नाम से एक खाली प्लॉट खरीदकर निवेश करें। ये जमीन भले ही दूर हो। कम से कम कीमत में खरीदा हुआ प्लॉट भी आपको कुछ साल बाद बहुत कुछ देकर जाएगा। इसके अलावा खेती की जमीन पर निवेश करें। अगर आप भी इनकम टैक्स प्लानिंग कर रहे हैं तो लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप करके टैक्स बचाएं। टैक्स को हर संभव और कानूनी तरीके से बचाएं लेकिन इसकी चोरी भूलकर भी न करें।
Source : http://www.dailynewsnetwork.in/news/citymix/30072011/metro-mix/40893.html
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