सभी प्यारे भाई बहनों को नया साल मुबारक हो. आज डा. राही साहब ने नये साल की मुबारकबाद क़ुबूल करने के बाद एक बहुत अच्छा शेर सुनाया था. जिसे यहाँ अर्ज़ करना था लेकिन डायरी पास नहीं है सो इन अल्फ़ाज़ में हम अपने जज़्बात यहाँ साभार रख रहे हैं-
नये साल में सबको.! ज़िंदगी की हर खुशी मिले.!! यारों की सलामती रहे.! मन चाही दुनियाँ मिले.!! हो हर काम वो पूरा, जो बीते बरस था अधूरा.! ख़याल हो जाए ना खवाब, हक़ीक़त उसे बना देना.!! नये साल का स्वागत है, बुरा वक़्त भुला देना.! हुई जो खता भूले से, खुदा-रा माफ़ कर देना.!! दोस्तो को तो क्या, दुशमन को भी हिदायत देना.! नये साल में ए खुदा, हम पर ये इनायत करना.!! इक चाँद की तमन्ना, इस दिल ने भी की है.! इस साल मेरे आँगन, चाँदनी ज़रूर बिखरा देना.!!