श्री रूपचंद शास्त्री ‘मयंक‘ |
ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सभी ब्लॉगर्स का हार्दिक स्वागत है। सबसे पहले हम अपने सभापति आदरणीय रूपचंद शास्त्री मयंक जी का हार्दिक अभिनंदन करते हैं और उन्हें फूल पेश करते हैं, जिनके सान्निध्य में ही यह अद्भुत कल्पना साकार हो सकी है कि ब्लॉगर्स मीट ब्लॉग पर आयोजित हुआ करे ताकि सारी दुनिया के कोने कोने से ब्लॉगर्स एक मंच पर जमा हो सकें और विश्व को सही दिशा देने के अपने विचार आपस में साझा कर सकें। ब्लॉगर्स मीट वीकली की पहली महफ़िल में आदरणीय शास्त्री जी का संबोधन इस कोण से एक अलग ही महत्व रखता है। इसमें बिना किसी भेदभाव के हरेक आय और हरेक आयु के ब्लॉगर्स सम्मानपूर्वक शामिल हो सकते हैं। ब्लॉग पर आयोजित होने वाली मीट में वे ब्लॉगर्स भी आ सकती हैं / आ सकते हैं जो कि किसी वजह से अजनबियों से रू ब रू नहीं होना चाहते।
ब्लॉगर्स मीट वीकली : एक ऐतिहासिक आयोजन
प्रेरणा अर्गल |
आदरणीय शास्त्री जी एक ऐसे साहित्यकार हैं जिनका साहित्य न केवल साहित्य के मानकों पर खरा उतरता है बल्कि उसमें समाज के लिए सकारात्मक संदेश भी होता है। उनकी रचनाओं को देखकर साहित्य सृजन के बारीक पहलुओं को भी सहज ही समझा जा सकता है। प्रस्तुत रचना इसी का एक उदाहरण है-
(1)
बेटे-बेटी में करो, समता का व्यवहार।
बेटी ही संसार की, होती सिरजनहार।।
होती सिरजनहार, स्रजन को सदा सँवारा।
जिसने ममता को उर में जीवन भर धारा।।
कह 'मयंक' दामन में कँटक रही समेटे।
बेटी माता बनकर जनती बेटी-बेटे।।
(2)
हरे-भरे हों पेड़ सब, छाया दें घनघोर।
उपवन में हँसते सुमन, सबको करें विभोर।।
सबको करें विभोर, प्रदूषण हर लेते हैं।
कंकड़-पत्थर खाकर, मीठे फल देते हैं।।
कह 'मयंक' आचरण, विचार साफ-सुथरे हों।
उपवन के सारे, पादप नित हरे-भरे हों।।
हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल एक ऐसा मंच है जहां हरेक नया और पुराना ब्लॉगर अपने हरेक तरह के विचार को साझा कर सकता है। इसी सिलसिले में जो लेख इस सप्ताह फ़ोरम के मंच पर पेश किए गए हैं, वे आपके सामने रखे जा रहे हैं ताकि आप भी उन्हें देख लें और अपनी राय से हम सबको अवगत करा सकें।
चूहे का आंदोलन
वरिष्ठ पत्रकार श्री महेन्द्र श्रीवास्तव जी के लेख पर एक बहस
A Dialogue
Hindi Blogging Guide (21)
हरेक समस्या का अंत आप कर सकते हैं तुरंत
Easy Solution
गौरवशाली हिंदी मंच के नए पुराने साथियो से
एक विनम्र विनती Hope
प्लीज.. भगवा को बख्श दो बाबा
खतरनाक होते हैं सोते हुए लोग
Police Opinion - अविनाश वाचस्पति
मनी मैटर? नो टेंशन, स्कॉलरशिप है न ! -Sapna कुशवाहा खबरगंगा: हीरा भी है सोना भी लेकिन किस काम का देवेन्द्र गौतम
Hindi Blogging Guide (19)
-महेंद्र श्रीवास्तवजी
- आशाजी बचपन की याद दिला रही हैं
- डॉ.रूपचन्दशास्त्रीजी सावन महीने में “सावन की ग़जलिका”पेश कर रहे हैं
- मासूमियत को यूं ही कायम रख सकोगे .....बता रही हैं वंदना जी
काश ऐसा होता…सुमन"मीत"
मोहबs यह रूह जिस्म से जुदा हो रही होगीजब यह रूह जिस्म
ओ---- दूर के मुसाफिर
दर्शनकौरजी मोहम्मद रफ़ी साहब को याद कर रही हैं mmmसे जुदा हो रही होगी
पिघलता पत्थर संगीताजी स्वरुप जी कह रही हैं
महिला अपराधों की राजधानी दिल्ली और दबंग अपराधी के बारे में बता रहे हैं
कश्ती के बारे में साधना वैदजी की रचना
इंतज़ार है-किसका यशवंत माथुर जी
भारतीय संगीत के बारे में जानकारी दे रही हैं - स्वरोज सुर मंदिर (4) अनुपमा त्रिपाठी जी
"निरंतर" की कलम से.....
(१) ना रोता हूँ, ना तड़पता हूँ
(२) वो रुसवाँ क्या हुयी ,हर शख्श को खबर हो गयी
- आशाजी बचपन की याद दिला रही हैं
- डॉ.रूपचन्दशास्त्रीजी सावन महीने में “सावन की ग़जलिका”पेश कर रहे हैं
- मासूमियत को यूं ही कायम रख सकोगे .....बता रही हैं वंदना जी
काश ऐसा होता…सुमन"मीत"
मोहबs यह रूह जिस्म से जुदा हो रही होगीजब यह रूह जिस्म
ओ---- दूर के मुसाफिर
दर्शनकौरजी मोहम्मद रफ़ी साहब को याद कर रही हैं mmmसे जुदा हो रही होगी
पिघलता पत्थर संगीताजी स्वरुप जी कह रही हैं
महिला अपराधों की राजधानी दिल्ली और दबंग अपराधी के बारे में बता रहे हैं
कश्ती के बारे में साधना वैदजी की रचना
इंतज़ार है-किसका यशवंत माथुर जी
भारतीय संगीत के बारे में जानकारी दे रही हैं - स्वरोज सुर मंदिर (4) अनुपमा त्रिपाठी जी
"निरंतर" की कलम से.....
(१) ना रोता हूँ, ना तड़पता हूँ
(२) वो रुसवाँ क्या हुयी ,हर शख्श को खबर हो गयी
और अंत में मेरी यह कैसी निराली रीत
और अंत में मेरी यह कैसी निराली रीत
और अंत में मेरी यह कैसी निराली रीत
-प्रस्तुति : प्रेरणा अर्गल
-प्रस्तुति : प्रेरणा अर्गल
-प्रस्तुति : प्रेरणा अर्गल
-प्रस्तुति : प्रेरणा अर्गल
प्रेरणा जी के शुक्रिया के साथ सभी बहनो और भाईयो को अनवर जमाल का सलाम , ओउम् शांति !मुशायरा::: नॉन-स्टॉप में इब्ने सफ़ी की ग़ज़ल - Anwer Jamal
गिर रहा है तो किसी और तरह ख़ुद को संभाल
हाथ यूं भी तो न फैले कि बने दस्ते सवाल
पेश है आपके लिए हमारा चयन हिंदी के कुछ मशहूर चिठ्ठों से
दो लेखकों की रचनाएं परिकल्पना महोत्सव से
प्रेरणा जी के शुक्रिया के साथ सभी बहनो और भाईयो को अनवर जमाल का सलाम , ओउम् शांति !मुशायरा::: नॉन-स्टॉप में इब्ने सफ़ी की ग़ज़ल - Anwer Jamal
गिर रहा है तो किसी और तरह ख़ुद को संभाल
हाथ यूं भी तो न फैले कि बने दस्ते सवाल
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दो लेखकों की रचनाएं परिकल्पना महोत्सव से
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हाथ यूं भी तो न फैले कि बने दस्ते सवाल
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दो लेखकों की रचनाएं परिकल्पना महोत्सव से
प्रेरणा जी के शुक्रिया के साथ सभी बहनो और भाईयो को अनवर जमाल का सलाम , ओउम् शांति !मुशायरा::: नॉन-स्टॉप में इब्ने सफ़ी की ग़ज़ल - Anwer Jamal
गिर रहा है तो किसी और तरह ख़ुद को संभाल
हाथ यूं भी तो न फैले कि बने दस्ते सवाल
पेश है आपके लिए हमारा चयन हिंदी के कुछ मशहूर चिठ्ठों से
दो लेखकों की रचनाएं परिकल्पना महोत्सव से
डॉ. रूपचंद्र शास्त्री “मयंक” की दो बाल कविताएँ
“रेंग रही हैं बहुत गिजाई” छम-छम वर्षा आई। रेंग रही हैं बहुत गिजाई।। पेड़ों की जड़ के ऊपर भी, कच्ची...
रतन सिंह शेख़ावत जी बता रहे हैं अपनी क्षत्रिय जाति का इतिहास
और भारत भूषण जी भी नहीं भूले हैं कि क्या कहा था बाल गंगाधर तिलक ने ?
ख़ुशी की बात है कि ‘हिंदी साहित्य संगम‘ जल्दी ही एक नई वेबसाइट पर दिखेगा।
ख़ुशी की बात है कि ‘हिंदी साहित्य संगम‘ जल्दी ही एक नई वेबसाइट पर दिखेगा।
...और अब पेश हैं हिंदी ब्लॉग जगत की कुछ जानी पहचानी शख्सियतों के क़लम का शाहकार . ये शाहकार ऐसे ब्लॉगर्स के दिमाग़ों की देन हैं जिन पर हिंदी ब्लॉग जगत को नाज़ है और लेखों की गुणवत्ता के लिए इन महानुभावों का नाम ही काफ़ी है।
समय के अभाव में हम इन लेखों को ढंग से सजा न सके लेकिन इससे भी मन में एक जिज्ञासा और उत्सुकता का आविर्भाव ही होता है कि देखें इस लिंक रूपी इस सीप में ज्ञान का कौन सा मोती छिपा है ?
समय के अभाव में हम इन लेखों को ढंग से सजा न सके लेकिन इससे भी मन में एक जिज्ञासा और उत्सुकता का आविर्भाव ही होता है कि देखें इस लिंक रूपी इस सीप में ज्ञान का कौन सा मोती छिपा है ?
http://jindagikerang.blogspot.com/ जिन्दगी के रंग.
http://swasthya-sukh.blogspot.com/ स्वास्थ्य-सुख.
http://najariya.blogspot.com/ नजरिया.
प्रस्तुतकर्ता : सुशील बाकलीवाल
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http://ret-ke-mahal-hindi.blogspot.com/2011/07/blog-post_25.html
http://ret-ke-mahal-hindi.blogspot.com/2011/07/blog-post_4730.html
http://ret-ke-mahal-hindi.blogspot.com/2011/07/blog-post_27.html
http://ret-ke-mahal-hindi.blogspot.com/2011/07/blog-post_29.html
http://ret-ke-mahal-hindi.
सादर, सधन्यवाद
शिल्पा मेहता
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http://trishakant.blogspot.com/2011/07/blog-post.html
श्रीकान्त मिश्र ’कान्त’
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http://meghnet.blogspot.com/
भारत भूषण
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दिनेश रविकर
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अनामिका घातक
--------------------------------------------------------------------आदरणीय जमाल साहब ! आपका मेल मिला , मैं पूरा पहाड़ ही भेज देता हूँ संजीवनी मिले तो ले लें , इसकी पहचान आपको बेहतर होगी , आशा है ज़रुरत की चीजें आप को मिल जाएँगी मेरी ओर से थोडा कष्ट सह लेंगे , मुझे उम्मीद है .
आपका मित्र ,
अरूण कुमार झाwww.drishtipatpatrika.
www.drishtipat.com,
09471760495, ०९०३११९७५५३७
अब एक शेरो-शायरी की नई साईट पर हम आपको लिए चलते हैं। यहां आपकों कई दीगर शायरों के साथ परवीन शाकिर की शायरी भी मिलेगी। वह कह रही हैं कि
अब कौन से मौसम से कोई आस लगाए
बरसात में भी याद जब न उनको हम आए
बरसात में भी याद जब न उनको हम आए
मिटटी की महक साँस की ख़ुशबू में उतर कर
भीगे हुए सब्ज़े की तराई में बुलाए
भीगे हुए सब्ज़े की तराई में बुलाए
ऐसी हमें आशा भी है और हमें ऐसा ही विश्वास भी है।
हम अपने मेहरबान दाता पालनहार का शुक्र अदा करते हैं कि इतनी कम मुद्दत में ही उसने इस मंच को असंख्य पाठकों के बीच इतना ज़्यादा लोकप्रिय बना दिया है कि आज इसकी पाठक संख्या का ग्राफ़ अपने शिखर पर है और पाठकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हिंदी ब्लॉगिंग गाइड भी इस मंच के विशेष आकर्षणों में से एक है।
कल चाँद नज़र आएगा और
रमज़ान का पवित्र महीना शुरू हो जाएगा, जो हमें अपने अंदर संयम और अनुशासन का पाठ पढ़ाता है और ये गुण सभी के लिए फ़ायदेमंद हैं।
यह महीना दुआ का महीना भी है। दुआ हर समय की जा सकती है लेकिन इस महीने में दूसरे महीनों से बढ़कर दुआ करनी चाहिए। जहां हरेक कर्म की सीमा समाप्त हो जाती है, दुआ तब भी काम देती है।
भक्ति में शक्ति है और भक्ति में शक्ति केवल प्रार्थना के माध्यम से ही प्रकट होती है। हम सब मन, बुद्धि और आत्मा से शक्तिशाली हों और सत्यपथ पर चलने में हम एक-दूसरे पर बढ़ जाने की कोशिश करें।
इसी कामना के साथ,
आपका भाई अनवर जमाल आप सभी का शुक्रगुजार है और ब्लॉगर्स मीट वीकली की इस दूसरी महफ़िल को अब तमाम करता है।
शुभ दिवस
अनवार अहमद और स्वामी श्री लक्ष्मी शंकराचार्य जी के साथ अनवर जमाल लखनऊ में और सोचिये कि साऊथ अफ्रीका में बलात्कार भारत से ज़्यादा क्यों होते हैं?लेकिन हकीक़त यह है किहरेक समस्या का अंत आप कर सकते हैं तुरंत |
39 comments:
dr.sahab isi tarah miljul kar aage badhte rahiye safalta zaroor aapke kadam choomegi.doosri blogar meet shandar dhang se sampanna ki hai aapne badhai prerna ji aur dr.roop chandra shastri ji ko bhi.
BLOGERS MEET KE BAHANE BLOGER KO APAS ME JODNE KA KARYE WASTAV ME SARAHNIYA
HAI .....MERI DHER SARI SHUBHAKAMNAAYE
ब्लॉगर वीकली की कामयाबी के लिए शुभकामनाएं...
मुकद्दस रमजान शुरू होने पर हर शख्स और अवाम के लिए अमन-ओ-मोहब्बत की दुआ....
जय हिंद...
अच्छे मज़ामीन का इन्तेख़ाब है और कोशिश भी अच्छी है।
रमज़ान मुबारक हो।
रमज़ान के बारे में भी आपने अच्छी जानकारी दी है।
शुक्रिया !
ब्लॉग की दुनिया
के बहाने
आप सब से निरंतर
मुखातिब होता हूँ
दिल की बातें सुनता ,
सुनाता हूँ
बिना मिले ही
मिल लेता हूँ
हाल-ऐ-दिल जान
लेता हूँ
ग़मों को भूलता हूँ
दुआएं मेरी आपको
यूँ ही मिलाते रहो
हर दिन हंसी खुशी से गुजरे
उम्मीद करते रहो
बहुत बढिया प्रयास्………सुन्दर संकलन्।
नेट पर न के बराबर ही आ पा रहा हूं। आपकी कोशिश अच्छी है। इस बहाने एक यादगार फ़ोटो भी मयस्सर आ गया। जिसके लिए तहे-दिल से शुक्रगुज़ार रहेंगे। सभी ब्लॉगर्स की मेहनत फले-फूले, रमज़ान की इब्तिदा में हम यह दुआ करते हैं।
शास्त्री जी की कुंडलियां पसंद आयीं।
वस्सलाम .
एक बेहतरीन प्रयास
बधाई
बढ़िया मीटिंग चल रही है - :)
जी हाँ .
@ शिल्पा जी , आपको कैसे लगे अपने लिंक्स यहाँ पर ?
शुक्र है इस बहाने आपने अपने ब्लॉग से निकलना तो सीखा .
दरअसल हमारी कोशिश है कि लोगों के मन में जो नफ़रतें और दूरियां बेवजह क़ायम हैं उन्हें गिराकर दिल के आंगन को एक कर दिया जाए जहां प्यार के फूल खिलें और हमदर्दी की हवा उनकी ख़ुश्बुओं को सारे जहान में फैला दे। इस महान काम को हिंदी के ज़रिये हिंदी ब्लॉगर आराम से कर सकते हैं, घर बैठे ही, बिना किसी फ़िज़ूलख़र्ची और आडंबर के, बिना अतिरिक्त समय लगाए।
‘ब्लॉगर्स मीट वीकली‘ का यही कॉन्सेप्ट है। लोग हल्के हल्के इसे समझेंगे और जो लोग किसी वजह से यहां नहीं आ पाएंगे वे अपने ब्लॉग पर इसे ज़रूर दोहराएंगे।
यही हमारी सफलता होगी।
बहुत अच्छा प्रयास है कई लोगों को एक मंच पर लाने के लिए |बधाई
मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
आशा
धन्यवाद अनवर जी
आदरणीय अनवर जी
बेहतरीन प्रयास है आपका ब्लाग की दुनिया में.
वाकई लगता है काफी मेहनत हुई है। कहां कहां से लिंक्स तलाशे गए हैं। बहुत सुंदर
मुझे स्थान देनेके लिए आपका शुक्रिया
@ शालिनी जी ! आपकी भी हिम्मत है भई, इतनी रात गये तक आप जमी हुई हैं नेट पर, भारतीय नारी को आप वाक़ई ज़बर्दस्त तरीक़े से स्थापित करेंगी।
शुभकामनाएं !
@ अना जी ! आपकी शुभकामनाएं क़ुबूल हैं।
शुक्रिया !
@ ख़ुशदीप भाई ! हमने आपसे कहा था न कि आपको ‘चूहे का आंदोलन‘ वाली कहानी ज़रूर पसंद आएगी।
शुक्रिया !
@ महेंद्र जी ! आप आये और सराहा तो हमारी मेहनत सफल हुई .
शुक्रिया .
आपकी ख़ैर की कोशिशें शर पर भारी पड़ रही हैं और अमनपसंद साथ आ रहे हैं। यह एक अच्छी अलामत है। सभी भाईयों और बहनों को सभी भारतीय त्यौहारों की मुबारकबाद और रमज़ान की भी।
आज रमज़ान की तैयारी करनी है। आपकी वजह से इधर आना हो गया।
रमज़ान मुबारक हो।
@ हकीम यूनुस साहब !
@ राजेन्द्र तेला जी !
@ वंदना जी !
@ रचना दीक्षित जी !
@ अनवार अहमद साहब !
आपके आने से इस मजलिस में चार-पांच चांद लग गए हैं।
शुक्रिया आप सभी का।
ब्लॉगर वीकली की कामयाबी के लिए शुभकामनाएं...
बहुत सुंदर आयोजन..बधाई।
बहुत सुंदर प्रयास !
बधाई हो !!
आभार !!
इस ब्लॉगर मीट की जितनी तारीफ़ की जाये कम ही होगी ! आपका प्रयास नि:संदेह सराहनीय है ! मुझे आपने याद रखा और मेरी रचना को इसमें स्थान दिया इसके लिये तहे दिल से आपकी शुक्रगुजार हूँ ! यह सिलसिला इसी तरह जारी रहे यही शुभकामना है ! आयोजन मण्डली के सभी बंधुओं का हार्दिक धन्यवाद एवं अभिनन्दन !
आप सभी भाई बहनो के लिए एक ख़ुशख़बरी :
अल्लाह का शुक्र है , उसने हम पर अपना फ़ज़्ल किया और आज 4 : 25 PM पर हमें एक बच्चा अता किया , अल-हम्दुलिल्लाह !
आदरणीय शास्त्री जी की कुंडलियाँ साकार हो रही हैं।
:):)
बहुत बहुत बधाई आपको /भगवान् उस नन्हे फरिश्ते को स्वस्थ ,प्रसन्न रखे और खूब दीर्घायु प्रदान करे /यही कामना है /
बहुत सी बधाईयाँ - वैसे अभी तो आप बधाई लेने यहाँ होंगे नहीं - बच्चे के साथ होंगे - बहुत ख़ुशी हुई खबर सुन कर ..
वाह.. आपको शुभकामनाएं,
बच्चे को ढेर सारा दुलार
ईश्वर से प्रार्थना है सभी स्वस्थ और प्रसन्न रहें।
@ शिल्पा जी ! सच्चा ब्लॉगर किसी हाल में भी ब्लॉगिंग नहीं छोड़ता है . हम यहीं हैं आपकी बधाईयाँ लेने के लिए .
यह मीट इसी लिए तो रखी जाती है कि यहाँ हम अपनी खुशियाँ आपस में साझा करें .
शुक्रिया .
@ महेंद्र जी ! आपका भी शुक्रिया.
४:१५ PM पर हस्पताल में दाखिल किया और ४:२५ PM पर बच्चा गोद में आ गया
यह सब मालिक की महर है . डिलीवरी नॉर्मल हुई है और ज़च्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं .
अल-हम्दु-लिल्लाह .
aapko bahut bahut mubarak ho .aapke pure parivar ko ye khushi mubarak ho
kya aapne bachche ka koi naam rakha ?
bhagvan bachche ko lambi umr de.
rachana
@ रचना जी ! अभी बच्चे का कोई नाम नहीं रखा गया है । अभी तो बच्चे को मालिक का नाम ही सुनाया है जिसके लिए बच्चे को अज़ान और अक़ामत सुनाई जाती है ताकि बच्चा ये शऊर लेकर बढ़े कि पूरी ज़िंदगी ही एक नमाज़ है , एक इबादत है ।
बच्चे के नाम के बारे में आपके पास कोई बेहतर मशविरा हो तो आप इनायत कीजिएगा ।
शुक्रिया ! अभी तो बच्चे को मालिक का नाम ही सुनाया है जिसके लिए बच्चे को अज़ान और अक़ामत सुनाई जाती है ताकि बच्चा ये शऊर लेकर बढ़े कि पूरी ज़िंदगी ही एक नमाज़ है , एक इबादत है ।
बच्चे के नाम के बारे में आपके पास कोई बेहतर मशविरा हो तो आप इनायत कीजिएगा ।
शुक्रिया !
अच्छा प्रयास है आपका.
अनवर जमाल साहब को भी बधाई और ब्लॉग परिवार के 'नवागंतुक' सदस्य का हार्दिक स्वागत. :-)
पूरे सप्ताह के अच्छे लिंक्स का चयन कर एक जगह देना ... प्रशंसनीय प्रयास है ... यह मिलन कीर्तिमान स्थापित करे यही शुभकामना है ..
@@ अनवर जी आपको बहुत बहुत बधाई बच्चे को शुभकामनायें और आशीर्वाद
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद /आप सब इस ब्लॉगर वीक मीटली(२) के चर्चा-मंच में पधारे और हमारे प्रयाशों को सराहा /आशा है ऐसे ही आप सबका सहयोग हमेशा मिलता रहेगा और हमारा उत्साह्वर्दन करता रहेगा/आभार /
"कबिरा खड़ा बजार में, सबकी माँगे खैर!
ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर!!"
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‘ब्लॉगर्स मीट वीकली‘ (2) में सभी ब्लॉगर साथियों का शुक्रिया अदा करता हूँ!
डॉ. अनवर ज़माल साहिब का यह एक सार्थक प्रयास है! ‘ब्लॉगर्स मीट वीकली‘ को बहुत ही निष्पक्ष ढंग से पेश करने के लिए मैं बहन प्रेरणा अरगल जी को भी धन्यवाद अता करता हूँ!
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पूरे हफ्ते भर की हिन्दी ब्लॉगिंग को एक जगह पर पढ़वाने के लिए आपने जो बीड़ा उठाया है, मुझे आशा है कि वह भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा!
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आप सभी सुधि पाठकों का आभार व्यक्त करता हूँ! इंशाल्ला अगले सोमवार को फिर आपके सामने हिन्दी ब्लॉगिंग की गतिविधियाँ आयेंगी!
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रमजान के मुक़द्दस महीने कि अज्मतें और फ़ज़ीलतें आपको मुबारक हों!
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सावन की हरियाली तीज की आप सबको शुभकामनाएँ!
bloger weekli ki safalta ke liye badhaai.achche link prapt hue.meri rachna ko shaamil karne ke liye prernaa ji ko abhar.
Bahut sundar aayojan raha. Is tarah ka aayojan hum jaise naye bloggers ke liye kafi lafdayak hai. Dhanyawad aur aabhar..
ख़ुशी की बात है कि ‘हिंदी साहित्य संगम‘ जल्दी ही एक नई वेबसाइट पर दिखेगा।
मेरे ब्लॉग को शामिल करने के लिए आभार.
- विजय तिवारी 'किसलय'
Meeting aur Romjan ki Mubarakbad
ब्लागर समुदाय के लिये अधिकतम उपयोगी इस श्रमसाध्य प्रयास के लिये हार्दिक शुभकामनाएँ व आभार...
bahut bahut shukriya meri rachna ko sthan dene ke liye
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