आपकी शायरी: शायरों की महफिल से
Posted on Wednesday, August 10, 2011 by रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक in
आपकी शायरी: शायरों की महफिल से: "कटोरा और भीख कटोरा लेकर भीख भी मांग ली होती, अगर सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी होती. अपनी जीवन लीला खत्म कर ली होती, अगर कानून ने इसकी म..."
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