जी हाँ दोस्तों देश में आग लग रही हो उसकी सुचना महामहिम राष्ट्रपतिभवन के शिकायत निवारण प्रकोष्ट के पास हो वहां शिकायत दर्ज भी हो जाए और फिर शिकायत निवारण के लियें अधिकारी की नियुक्ति भी कर दी जाए और यह खतरनाक जहर फेला कर देश की सुक्ख शान्ति खत्म करने वाला अपराध जारी रहे तो फिर तो देश के इस सर्वोच्च ज़िम्मेदार पद वाले अधिकरियों पर शर्म आने के अलावा और क्या करा जा सकता है ........दोस्तों में बात कर रहा हूँ इंटरनेट के नाम पर फेसबुक और दुसरे तरीकों से देश में अराजकता फेलाने वालों की जिनके माँ बाप इन्सान नहीं जानवर होते है कहते हैं के कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनका जन्म और पिता का नाम संदिग्ध होने के कारण वोह अपनी हरकतों से समाज के लियें सर दर्द बन जाते है में ऐसे ही मानसिक रोगियों की बात कर रहा हूँ जो ब्लोगिंग ..फेसबुक और दुसरे माध्यमों से देश के कानून नियंत्रकों की कमजोरियों का फायदा उठा कर देश में अराजकता फेलाने के लियें साम्प्रदायिक द्वेष फेलाने के लियें एक दुसरे के धर्म को अपमानित करते है या एक दुसरे के आस्थाओं और नेताओं को चोट पहुंचा कर देश और समाज में गृह युद्ध के हालत पैदा करना चाहते है यह लोग वेसे तो विदेशों के एजेंट होते हैं लेकिन इनके खिलाफ अगर पुलिस और साइबर थाने कार्यवाही नहीं करते है तो यह मान लेना चाहिए के साइबर थाने भी इनसे मिले हुए है । खेर कोई बात नहीं देश भ्रष्ट तन्त्र के दोर से गुजर रहा है संतरी से मंत्री तक चोर बेईमान और निकम्मे भ्रष्ट है लेकिन इन सभी को कंट्रोल करने के लियें देश में एक संस्था राष्ट्रपति भवन है जो इन सभी की खबर लेने और देश को सुरक्षित करने के लियें बनाया गया है अरबों खरबों रूपये हमारे देश की गरीब जनता के इस विभाग पर प्रतिमाह खर्च होते हैं । तो दोस्तों दो हफ्ते पहले इंटरनेट की गंदगी दूर करने और साइबर अपराधियों को सजा दिलवाने के लियें मेने एक शिकायत आदरणीय महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील महोदया को की थी इस मामले में मेरी शिकायत rpsec/e/2011/17238 पर दर्ज की गयी और इस शिकायत को दर्ज कर एक वरिष्ठ अधिकारी को इसके निराकरण के लियें नियुक्त किया गया लेकिन सभी प्रयासों के बाद भी देश की इस महत्वपूर्ण शिकायत पर राष्ट्रपति भवन के नियुक्त अधिकारी सुस्त रहे और नतीजन कल जब लोगों ने अपनी फेसबुक खोली तो कुछ अराजकता फेलाने वाले लोगों ने मुस्लिम धार्मिक भावनाए भडकाने के लियें खुद के माता पिता जो गंदे जानवर मने जाते हैं उनके फोटू कूट रचित कर धार्मिक तस्वीरें बना डालीं फिर राष्ट्रपति भवन को सुचना दी गयी लेकिन बेकार रहा... उदयपुर राजस्थान सहित कई स्थानों और इस अपराध को लेकर तनाव पैदा हुआ तो दोस्तों यह हिंदुस्तान यह देश हमारा अपना है यहाँ जब सिस्टम फेल हो जाए तब हमें ही इस अपराध को नियंत्रित करने के लियें आगे आना होगा और ऐसे अपराधी जहाँ कहीं भी पकड़ में आयें उन्हें ढूंढे उनके खिलाफ साक्ष्य एकत्रित करें और उन्हें पुलिस के हवाले कर दे चाहे वोह अपने मित्र भाई रिश्तेदार ही क्यूँ ना हों क्योंकि यह कुत्ते की टेडी दुम की तरह से साबित हो रहे है जो समझायश से मानने वाले नहीं है ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
1 comments:
भाई साहब जिस बाप ने भारी डोनेशन देकर अपने बच्चे को किसी बड़े इंस्टीच्यूट में दाखि़ल कराया है वह अपने बच्चे को पकड़कर कैसे पुलिस के हवाले कर सकता है ?
आप तो वकील हैं और रहते भी भारत में ही हैं।
आपने उम्मीद भी कैसे कर ली थी कि आप कोई शिकायत दर्ज करायेंगे और आपको तुरंत इंसाफ़ मिल जाएगा ?
दुनिया में ज़ुल्म है इंसाफ़ यहां नहीं है।
इंसाफ़ देने के लिए ही क़ियामत के बाद सभी को दोबारा धरती से उठाया जाएगा
तब कोई मुजरिम अपने कर्मों के फल से बच न पाएगा।
मालिक हमें क्षमा करे !
हम सबको क्षमा करे,
उसका प्रकोप बड़ा सख्त है।
इसे हंसी ठिठोली करने वाले नहीं जानते।
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