जो लोग अकबर को महान कहने पर ऐतराज़ करते हैं वे भी यह मानते हैं कि हिंदू राजा महान होते हैं। एक महान हिंदू राजा में जो गुण होते हैं, उन गुणों को अकबर में देख लिया जाए कि वे गुण उसमें हैं कि नहीं, बात साफ़ हो जाएगी कि अकबर उनके समान ही या उनसे बढ़कर महान है। उसकी महानता के गुण उसके काल के ब्राह्मणों ने भी गाए हैं।
यहीं के हिंदू ऊंचनीच और छूतछात से मुक्ति पाने के लिए मुसलमान बने हैं, यह एक साबितशुदा हक़ीक़त है। इससे पता चलता है कि हिंदू और मुसलमान भाई भाई ही हैं। भाई भाई में झगड़े राम के दौर में भी हुए और कृष्ण के दौर में भी। झगड़ों की वजह से ख़ून के रिश्ते नहीं बदल जाते।
राजशाही चली गई और बादशाही भी चली गई, इसलिए नफ़रतों को भी चले जाना चाहिए।
अकबर महान क्यों नहीं ? और हिंदू मुसलमान भाई क्यों नहीं ?
यहीं के हिंदू ऊंचनीच और छूतछात से मुक्ति पाने के लिए मुसलमान बने हैं, यह एक साबितशुदा हक़ीक़त है। इससे पता चलता है कि हिंदू और मुसलमान भाई भाई ही हैं। भाई भाई में झगड़े राम के दौर में भी हुए और कृष्ण के दौर में भी। झगड़ों की वजह से ख़ून के रिश्ते नहीं बदल जाते।
राजशाही चली गई और बादशाही भी चली गई, इसलिए नफ़रतों को भी चले जाना चाहिए।
अकबर महान क्यों नहीं ? और हिंदू मुसलमान भाई क्यों नहीं ?
1 comments:
aek jujharu lekha hae aapka, akbar ki neetiyan to kabhi dharmik kaydon se prbhavit nahin rhin,deen-ae-ilaahi dhrma sthapak ke to ve hi haen .the great "Akbar".
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