फेसबुक पर नया फेस
नॉर्दर्न रेलवे के दिल्ली डिविजन ने हाल ही में फेसबुक पर ट्रेनों में करंट रिजर्वेशन के तहत खाली सीटों का स्टेटस बताना शुरू कर दिया है। इसके तहत रिजर्वेशन चार्ट बनने के बाद जो खाली सीटें होती हैं, उन्हें अलॉट किया जाता है। इसका रिजर्वेशन ऑनलाइन नहीं होता और इसके लिए स्टेशन पर बने करंट काउंटर पर जाना पड़ता है। रेलवे ने नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार और सराय रोहिल्ला स्टेशनों से शुरू होने वाली ट्रेनों का करंट स्टेटस बताने की व्यवस्था शुरू की है लेकिन सराय रोहिल्ला और आनंद विहार स्टेशन से यह नहीं हो पा रहा है। नॉर्दर्न रेलवे के पीआरओ ए. एस. नेगी का दावा है कि जल्दी ही इन दोनों स्टेशनों से खुलने वाली ट्रेनों का करंट स्टेटस भी पता लग पाएगा। करंट रिजर्वेशन उसी स्टेशन से कराया जा सकता है, जहां से ट्रेन स्टार्ट होती है।
चेक करें करंट रिजर्वेशन का स्टेटस
फेसबुक पर search में जाकर Delhi Division Northern Railway सर्च करें।
इसके बाद लेफ्ट साइड में बने info को क्लिक करें। नया पेज खुलने के बाद स्क्रॉल करके और नीचे जाएं। अब इस लिंक पर क्लिक करें http://122.252.248.145:8182/RW/
ट्रेन का रिजर्वेशन चार्ट तैयार होने के बाद जो सीटें (सभी क्लास की) खाली रह गई हैं, उनकी पूरी जानकारी आपकी स्क्रीन पर आ जाएगी।
यहां एक बात ध्यान देने लायक है कि करंट और तत्काल रिजर्वेशन में अंतर होता है। तत्काल का टिकट आप ट्रेन रवाना होने से एक दिन पहले बुक करा सकते हैं, वहीं करंट के लिए आपको उस ट्रेन के चार्ट बनने का इंतजार करना होगा। चार्ट बनने के बाद जो सीटें खाली रह जाती हैं, उनका करंट रिजर्वेशन होता है। रेलवे फेसबुक पर भी बार-बार बता रही है कि करंट की सीटों का मतलब तत्काल टिकट से नहीं है। करंट बुकिंग के लिए अलग विंडो होती है और इस कोटे की सीटें वहीं से बुक कराई जा सकती हैं। करंट रिजर्वेशन पर कोई एडिशनल चार्ज नहीं लगता।
फायदा: आमतौर पर लोग रिजर्वेशन चार्ट तैयार होने के बाद मान लेते हैं कि अब उस ट्रेन में रिजर्वेशन का कोई चांस नहीं है। जिसे करंट रिजर्वेशन के बारे में पता भी होता है, वह भी इतना रिस्क नहीं लेता कि पहले घर से स्टेशन जाए और फिर वहां से इन सीटों के बारे में पता करे। रिजर्वेशन चार्ट आमतौर पर ट्रेन के डिपार्चर टाइम से चार घंटे पहले तैयार होता है। इसके बाद भी यदि करंट का स्टेटस ऑनलाइन पता चल जाए तो लोग आराम से स्टेशन जाकर सीट बुक करा सकते हैं। इससे रनिंग ट्रेन में टीटीई की मनमानी पर भी अंकुश लगेगा।
घर बैठे जानें प्लैटफॉर्म
1- आपकी ट्रेन किस प्लैटफॉर्म से रवाना हो रही है या आने वाली है, इसकी जानकारी के लिए आप फेसबुक पर Search कॉलम में जाकर Delhi Division Northern Railway सर्च करें।
2- दिल्ली डिविजन का पेज खुलने के बाद आपको लेफ्ट साइड में info का ऑप्शन मिलेगा। उसमें रेलवे के बारे में जानकारी दी गई है। उसके नीचे आपको Delhi Division Northern Railway http://122.252.248.147/MIC_nr/NR_DelhiDiv_TADInfoNetView.aspx लिंक मिलेगा। इसे क्लिक करने पर आप दिल्ली के तीन बड़े स्टेशनों नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन स्टेशनों पर आने-जाने वाली ट्रेनों का प्लैटफॉर्म नंबर देख सकते हैं। आप चाहें तो इस लिंक को सेव भी कर सकते हैं। इंटरनेट वाले मोबाइल पर भी यह सुविधा ली जा सकती है। चाहें तो मोबाइल के बुक मार्क्स में इस लिंक को सेव कर सकते हैं।
बड़े काम की साइट
http://www.indianrail.gov.in/
रेलवे की सुपरहिट साइट है और इस पर ट्रेनों के बारे में पूरी जानकारी के साथ-साथ सीटों की उपलब्धता और रेलवे के नियम विस्तार से पढ़ने को मिल जाएंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा ट्रेन रनिंग इन्फर्मेशन में मिलता है। इस साइट के खुलने के बाद लेफ्ट साइड में Train Running Information है। आप जैसे ही इसे क्लिक करेंगे, आपके सामने ट्रेन का नाम या नंबर लिखने का ऑप्शन आएगा। यदि आपको ट्रेन का नंबर पता है तो नंबर डालना ही ठीक रहता है क्योंकि नाम डालने के बाद अप और डाउन दोनों गाडि़यों का ऑप्शन आ जाता है। नंबर डालने के बाद ट्रेन का नाम आएगा और पूछा जाएगा कि आप पिछले दिन चलने वाली, आज, कल (आने वाला और बीता हुआ) या परसों चलने वाली ट्रेन का रनिंग इन्फर्मेशन चाहते हैं।
इसमें सारे स्टेशनों के नाम भी आएंगे, जहां ट्रेन का स्टॉपेज है। यदि हावड़ा से आ रही किसी ट्रेन की पोजिशन नई दिल्ली में 4 घंटे लेट बताई जा रही है और आपको लगता है कि ट्रेन उससे भी अधिक लेट है तो आप पिछले स्टेशनों पर जाकर देख सकते हैं कि ट्रेन वहां कितनी लेट है। मान लीजिए नई दिल्ली में ट्रेन चार घंटे लेट दिखा रही है और यहां आने से पहले ट्रेन का स्टॉपेज कानपुर और इलाहाबाद में है तो आप इलाहाबाद स्टेशन सिलेक्ट करके जान सकते हैं कि वह ट्रेन वहां कितनी लेट है। इससे आप एक अंदाजा भी लगा सकते हैं। इसके अलावा इस साइट पर आपको ट्रेन में रिजर्वेशन कराने के लिए किस क्लास में कितनी सीटें खाली है यह भी पता चल जाता है।
www.irctc.co.in से यह इस मामले में सुविधाजनक है क्योंकि इसमें एक ऑप्शन all class का है जहां से आपको एक ही विंडो खुलने पर उस ट्रेन के हर क्लास की सीटों का स्टेटस पता चल जाता है। रनिंग ट्रेन का स्टेटस जानने के लिए आप सीधे www.trainenquiry.com पर भी जा सकते हैं।
रिजर्वेशन
ऑनलाइन या विंडो पर 90 दिन पहले से रिजर्वेशन शुरू होता है। हालांकि नॉर्दर्न रेलवे की कुछ ट्रेनों में सिर्फ 30 दिन पहले ही रिजर्वेशन कराया जा सकता है। ट्रेन नंबर 4001/4002 दिल्ली अटारी लिंक एक्सप्रेस में 15 दिन पहले तक ही रिजर्वेशन कराया जा सकता है।
इन गाड़ियों में होता है 30 दिन पहले रिजर्वेशन-
-गोमती एक्सप्रेस
-ताज एक्सप्रेस
-हिमालयन क्वीन एक्सप्रेस
-शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस
-नई दिल्ली-श्रीगंगानगर इंटरसिटी
-नई दिल्ली-बठिंडा एक्सप्रेस
-आगरा इंटरसिटी
-अमृतसर इंटरसिटी
-नई दिल्ली-जालंधर एक्सप्रेस
-दिल्ली-कोटद्वार गढ़वाल एक्सप्रेस
-लखनऊ-इलाहाबाद इंटरसिटी
-गंगा गोमती लखनऊ-इलाहाबाद एक्सप्रेस
-वाराणसी-लखनऊ इंटरसिटी
-बरेली-नई दिल्ली इंटरसिटी
-दिल्ली-बठिंडा किसान एक्सप्रेस
-अंबाला-श्रीगंगानगर इंटरसिटी
-हरिद्वार-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस
यह भी है काम की साइट
nr.indianrailways.gov.in
इस साइट को ओपन करने पर राइट साइड में नीचे आपको Press Releases/News कॉलम मिलेगा। इसे दिन भर में कई बार अपडेट किया जाता है और आप इसमें ट्रेनों की बाबत महत्वपूर्ण जानकारी पा सकते हैं। जैसे पिछली होली के दौरान जाट आंदोलन के कारण दिल्ली से ईस्टर्न यूपी और बिहार जाने वाली कई ट्रेनें कैंसल हो रही थीं। उस दौरान इस साइट पर एडवांस में यह जानकारी दी जा रही थी कि कल कौन सी ट्रेन पूरी तरह या आंशिक रूप से कैंसल की गई है या कौन सी ट्रेन रूट बदलकर चल रही है।
ई-टिकटिंग
इसके लिए सबसे पहले आपको अपना लॉगइन क्रिएट करना होगा। इसके लिए आप www.irctc.co.in क्लिक करें। पेज खुलते ही लेफ्ट साइट में uesrname और Password के बाद login के नीचे आपको sign up का ऑप्शन मिलेगा। sign up में क्लिक करते ही एक पेज खुलेगा, जिसमें मांगी गई जानकारी भरने के बाद आईआरसीटीसी की इस साइट पर आप रजिस्टर्ड हो जाएंगे। यहां से आप डेबिट, क्रेडिट कार्ड या इंटरनेट बैंकिंग की मदद से बर्थ रिजर्व करवा सकते हैं। विंडो की तरह ही यहां भी एक पीएनआर नंबर पर छह सीटें बुक करवाई जा सकती हैं। यहां से बुकिंग कराने पर रेलवे सर्विस चार्ज लेता है। सेकंड सिटिंग और स्लीपर क्लास के टिकट पर यह चार्ज 10 रु. है और अपर क्लास का 20 रु.। ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा रात 12:30 से रात 11:30 बजे तक उपलब्ध रहती है यानी रात 11:30 से 12:30 के बीच ऑनलाइन रिजर्वेशन नहीं कराया जा सकता। रियायती टिकटों के मामले में सिर्फ सीनियर सिटिजन के टिकट ही ऑनलाइन बुक कराए जा सकते हैं।
टिकट कैंसल और रिफंड
ऑनलाइन बुक कराए गए टिकट ऑनलाइन ही कैंसल कराए जा सकते हैं। ट्रेन कैंसल होने की स्थिति में आपको ट्रेन के डिपार्चर टाइम के 72 घंटे के अंदर इसे कैंसल कराना होगा। वेटिंग लिस्ट में रहने पर ई टिकट खुद कैंसल हो जाते हैं। 72 घंटे के अंदर टिकट कैंसल नहीं कराने पर भी टिकट होल्डर के पास TDR के माध्यम से टिकट कैंसल कराने का ऑप्शन रहता है। TDR का ऑप्शन भी irctc.co.in साइट पर उपलब्ध है। जैसे ही आप लॉग इन करेंगे, यह ऑप्शन आपको राइट साइड में मिल जाएगा। अब ट्रेन में जर्नी करते समय आपको टिकट का प्रिंट लेकर चलने की जरूरत नहीं है। रेलवे ने यह व्यवस्था की है कि मोबाइल, लैपटॉप या आईपैड पर टिकट जर्नी के समय टीटीई को दिखा सकते हैं। पूरे महीने में दस बुकिंग से ज्यादा नहीं करा सकते। यह बुकिंग चाहें तो एक दिन में भी करा सकते हैं। यह लिमिटेशन महीने भर की है।
यात्रा की तारीख से 24 घंटे पहले तक कन्फर्म टिकट कैंसल कराने पर फुल रिफंड मिलता है, लेकिन आपके पास स्लीपर का टिकट है तो 40 रुपये कट जाएंगे और अगर टिकट एसी का है तो 80 रुपये। 24 घंटे से कम समय रह जाने पर टिकट कैंसल कराने पर 50 फीसदी रकम कट जाती है। कैंसिलेशन आप कभी भी करा सकते हैं। चार्ट बनने के बाद भी और ट्रेन छूट जाने पर भी। ट्रेन छूट गई और आपके पास ई टिकट है तो कैंसल कराने के लिए टीडीआर फाइल करना होगा। आमतौर पर 72 घंटे में रकम आपके अकाउंट में आ जाती है। अगर आपने विंडो से टिकट लिया है तो आपको कैंसिलेशन के लिए विंडो पर ही जाना होगा। इसमें किलोमीटर और घंटे का गुणा-भाग किया जाता है।
मोबाइल से रिजर्वेशन
इसके लिए दो चीजें जरूरी हैं :
1. आपके मोबाइल में इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए।
2. कम्प्यूटर के जरिए irctc.co.in साइट पर आपका रजिस्टेशन हो चुका हो यानी आपके पास यूजर आईडी और पासवर्ड हो। टिकट रिजर्वेशन कराने के लिए अब इंटरनेट के जरिए आप irctc.co.in/mobile सर्च करें। नई व्यवस्था के मुताबिक, आपकी स्क्रीन पर इंटरनेट बुकिंग का पेज खुल जाएगा। यहां से आप टिकट रिजर्व कराने के साथ ही उसे कैंसल भी करा सकते हैं। आप इस पर बुकिंग हिस्ट्री भी चेक कर सकते हैं। अब मोबाइल स्क्रीन पर ढेर सारे फीचर वाला पेज नहीं खुलता। यानी इसे अब मोबाइल फ्रेंडली कर दिया गया है।
SMS सर्विस
97176-31813
नॉर्दर्न रेलवे के दिल्ली डिविजन ने हाल ही में एक ऐसी एसएमएस सर्विस शुरू की है जिससे आपको ट्रेनों के आने-जाने और जिस प्लैटफॉर्म पर वह ट्रेन आ रही है, उसकी जानकारी हो जाएगी। इसके लिए आपको मेसेज बॉक्स में जाकर ट्रेन का नंबर लिखना होगा और उसे इस नंबर पर भेज देना होगा। आपको रेलवे की तरफ से मांगी गई जानकारी दे दी जाएगी। फिलहाल यह सुविधा सिर्फ दिल्ली के कुछ खास स्टेशनों के लिए चालू की गई है। हालांकि अभी प्लैटफॉर्म की जानकारी नहीं मिल पा रही है। सेकंड फेज में इसे दिल्ली डिविजन में आने वाले सभी स्टेशनों के लिए शुरू किया जाएगा।
97176-30982
अगर आपको रेलवे सर्विस को लेकर किसी भी तरह की शिकायत है तो आप इस नंबर पर अपनी शिकायत मेसेज कर सकते हैं। चलती ट्रेन में भी आपको कोई परेशानी होती है तो आप इस नंबर की मदद ले सकते हैं। हालांकि आपको इतना ध्यान रखना होगा कि आपकी शिकायत 140 कैरेक्टर से ज्यादा न हो। इस नंबर पर की गई शिकायत की जांच के लिए एक कंप्लेंट रिड्रेसल सेल बनाया गया है जिसे एजीएम (नॉर्दर्न रेलवे) लीड करते हैं। आपकी शिकायत पर क्या कार्रवाई की गई, इसकी जानकारी भी आपको दे दी जाएगी। इस नंबर के अलावा आप 011-2338-4040 या 2338-7326 पर फैक्स कर सकते हैं या ccmfm@nr.railnet.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं। इन सभी नंबरों, फैक्स और मेल पर चौबीसों घंटें कंप्लेंट की जा सकती है। दिल्ली डिविजन में आप 011-2334-5686 पर भी कॉल कर सकते हैं। यह हेल्पलाइन चौबीसों घंटे काम करती है।
155-210
यह चौबीसों घंटे की विजिलेंस हेल्पलाइन है और आप इस नंबर पर रेलवे से संबंधित किसी भी तरह के करप्शन की शिकायत कर सकते हैं। इतना ख्याल रखें कि इस नंबर पर आम शिकायत दर्ज न कराएं।
तत्काल के नियम
-तत्काल टिकट के नए नियमों के मुताबिक, बेसिक फेयर का 10 फीसदी सेकंड क्लास पर और दूसरे क्लास के लिए बेसिक फेयर का 30 फीसदी देना होगा। इसमें न्यूनतम और अधिकतम का फंडा भी है।
-तत्काल टिकट की बुकिंग ट्रेन खुलने के एक दिन पहले से होती है। अगर आपकी ट्रेन 10 जनवरी की है तो उस ट्रेन के लिए तत्काल की सीटें 9 जनवरी को सुबह 8 बजे से बुकिंग के लिए उपलब्ध होंगी।
-तत्काल टिकट खो जाने पर आमतौर पर डुप्लिकेट टिकट इश्यू नहीं किया जाता। कुछ खास स्थितियों में तत्काल चार्ज समेत टोटल फेयर पे करने पर डुप्लिकेट टिकट इश्यू किया जा सकता है।
-तत्काल टिकट टिकट विंडो से लेने के लिए आठ वैलिड आइडेंटिटी प्रूफ में से एक दिखाना होगा। ये हैं - पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आई कार्ड, फोटो वाला क्रेडिट कार्ड, सरकारी निकायों का फोटो आई कार्ड, मान्यता प्राप्त स्कूल कॉलेजों का आई कार्ड। इसके साथ ही रिजर्वेशन स्लिप के साथ आपको एक सेल्फ अटेस्टेड आइडेंटिटी कार्ड की फोटो कॉपी भी विंडो पर देनी होगी।
-ऑनलाइन तत्काल टिकट बुक कराने के लिए भी आपको अपने पहचान पत्र की डिटेल देनी होंगी। इसकी डिटेल आपके टिकट पर भी आएंगी और प्लैटफॉर्म और बोगी पर लगने वाले चार्ट पर भी। आपको यह पहचान पत्र लेकर यात्रा करनी होगी।
-तत्काल के तहत सिर्फ चार लोगों का रिजर्वेशन एक पीएनआर नंबर पर हो सकता है।
-तत्काल टिकटों की वापसी पर रिफंड नहीं मिलता।
-लेकिन कुछ स्थितियों में फुल रिफंड की व्यवस्था भी है। ये हैं :
1- ट्रेन जहां से खुलती है, अगर वहां से तीन घंटे से ज्यादा लेट हो।
2- ट्रेन रूट बदलकर चल रही हो और पैसेंजर उसमें यात्रा करना नहीं चाहता।
3- अगर ट्रेन रूट बदलकर चल रही हो और बोर्डिंग और पैसेंजर के डेस्टिनेशन स्टेशन उस रूट पर नहीं आ रहे हों।
4- अगर रेलवे पैसेंजर को उसके रिजर्वेशन वाली क्लास में यात्रा करा पाने में असमर्थ हो।
5- अगर रिजर्व ग्रेड से लोअर कैटिगरी में सीटें रेलवे उपलब्ध करा रहा हो लेकिन पैसेंजर उस क्लास में यात्रा करना नहीं चाहता। अगर पैसेंजर लोअर क्लास में सफर कर भी लेता है तो रेलवे को उस पैसेंजर को किराए और तत्काल चार्ज के अंतर के बराबर रकम लौटानी होगी।
जर्नी के टिप्स
-फर्स्ट क्लास एसी या सामान्य फर्स्ट क्लास में आप बुक कराकर अपने डॉगी को ले जा सकते हैं।
-फर्स्ट क्लास के अलावा किसी भी क्लास में डॉगी ले जाना मना है, लेकिन आप उसे डॉग बॉक्स में बुक करा सकते हैं। डॉग बॉक्स ब्रेक वैन में होते हैं।
-डॉगी की बुकिंग पार्सल ऑफिस से करानी पड़ती है।
विदाउट टिकट होने पर
प्लैटफॉर्म पर : आपको कम से कम 250 रुपये की पेनल्टी के साथ उस स्टेशन पर जो गाड़ी लास्ट में आई हो, उसका किराया देना होगा। किराये का निर्धारण चेकिंग पॉइंट्स से होता है। जैसे अगर आप फरीदाबाद में प्लैटफॉर्म पर पकड़े जाते हैं और उस स्टेशन पर लास्ट ट्रेन नई दिल्ली से आई हो तो नई दिल्ली से फरीदाबाद का किराया और 250 रुपये फाइन देना होगा। अगर ट्रेन आगरा-मथुरा के रास्ते आई हो तो आपको आगरा तक का किराया और 250 रुपये फाइन देना होगा। किराया जनरल बोगी का लिया जाता है। अगर किराये की रकम 250 रुपये से ज्यादा हो तो पेनल्टी भी उतनी ही हो जाती है। अगर आप पेनल्टी देने से मना करते हैं तो आपको आरपीएफ की हवालात में भी भेजा जा सकता है और फिर मैजिस्ट्रेट आपसे एक हजार रुपये फाइन वसूलेगा।
रनिंग ट्रेन में : ट्रेन में विदाउट टिकट पकड़े जाने पर 250 रुपये फाइन और जहां पकड़े गए हों ट्रेन के डिपार्चर पॉइंट से वहां तक का किराया देना होगा। अगर आप वहां से आगे की यात्रा करना चाहते हैं तो फाइन और आपकी मंजिल का किराया लेकर आपका टिकट बना दिया जाएगा। इसके बावजूद आपको रिजर्वेशन वाली बोगी में यात्रा करने का हक नहीं मिलता।
ई टिकट : अगर आपने ई टिकट लिया है और ट्रेन में जाने के बाद आपको पता लगा कि टिकट खो गया है और आपके पास उसे लैपटॉप या आईपैड या मोबाइल पर दिखाने का ऑप्शन भी नहीं है तो आप टीटीई को 50 रुपये पेनल्टी देकर टिकट हासिल कर सकते हैं।
चार्ट का फंडा
ट्रेन का चार्ट आमतौर पर डिपार्चर टाइम से 4 घंटे पहले तैयार हो जाता है लेकिन यदि ट्रेन दोपहर 12 बजे से पहले की है तो उसका चार्ट रात में ही तैयार कर लिया जाता है।
रेलवे से जुड़ी हेल्पलाइन
रेल यात्रा के दौरान आपसे तय कीमत से ज्यादा पैसे वसूले जाएं, आप क्वॉलिटी से संतुष्ट न हों या फिर मात्रा पूरी न हो तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं। कुछ नंबरों पर आप किसी भी दिन और किसी भी समय शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ऑग्मेंटेड रिऐलिटी के जरिए आप इन हेल्पलाइन नंबरों को जान सकते हैं। ऑग्मेंटेड रिऐलिटी का यह अनुभव और यह अंक आपको कैसा लगा? बताने के लिए हमें मेल करें sundaynbt@gmail.com पर। सब्जेक्ट में लिखें SU-JZ
इस तरह करें ऑग्मेंटेड रिऐलटी का अनुभव
अपने मोबाइल फोन में इंटरनेट कनेक्शन ऑन करें। TOIAR लिखकर 58888 पर एसएमएस कर दें। जवाबी एसएमएस के अंदर ऑग्मेंटेड रिऐलटी को अनुभव करने के लिए जरूरी प्रोग्राम का लिंक होगा।
इस लिंक पर पर क्लिक करके इस प्रोग्राम को डाउनलोड कर लें या आप सीधे toi.intaract.mobi से भी इस प्रोग्राम को डाउनलोड कर सकते हैं।
मोबाइल के प्रोग्राम्स/एप्लिकेशंस की लिस्ट में जाएं। वहां यह intrARact नाम से सेव होगा। इस प्रोग्राम को खोलें।
इस बॉक्स के ऊपर जो जस्ट जिंदगी का लोगो है, उस पर मोबाइल कैमरे को फोकस करें और फोटो लें। आपको मिलेंगे वे हेल्पलाइन नंबर, जिन पर रेलवे से जुड़ी किसी समस्या के लिए आप शिकायत कर सकते हैं। यह अनुभव ही ऑग्मेंटेड रिऐलटी है।
Source : http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/11409956.cms
3 comments:
शुक्रिया...
वाकई अच्छी जानकारियां...
बा-काएदा...सिलसिलेवार...
सिलसिलेवार जानकारी देने का शुक्रिया|
अच्छी जानकारी... पर हम तो सफर नहीं न करते इस उम्र में :)
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