Sahitya Surbhi: पर्दा नहीं बना
Posted on Tuesday, July 16, 2013 by डॉ. दिलबागसिंह विर्क in
Sahitya Surbhi: पर्दा नहीं बना: यहाँ मिल जाएँगे हजारों स्थान तुम्हें छुपने के लिए मगर कोई पर्दा नहीं बना गुनाहों को ढकने के लिए । कौन गिरता नहीं यहाँ, गिरकर उठना...
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment