खुदा का शुक्र है के कोटा में फितरा और ईद की नमाज़ सुकून से अदा हो गयी .कल जिस तरह से कोटा में चाँद देखने की शहादत लेकर ईद की घोषणा की थी उससे सभी लोग खुश थे ..लेकिन कल से ही तेज़ बरसात ने माहोल को ठंडा और भीगा किया हुआ था.. सडकों पर पानी था .ईदगाह पर नमाज़ का वक्त सुबह साढ़े नो बजे था सुबह साढ़े आठ बजे तक बरसात चल रही थी सभी मुस्लिम भाई ईद की नमाज़ को लेकर चिंतित थे .कुछ मस्जिदों के इमाम काजी साहब के घर मोजूद थे और चाहते थे के मुकामी मस्जिदों में ईद की नमाज़ पढने की इजाजत दे दी जाए ..........क़ाज़ी साहब का कहना था के खुदा पे भरोसा रखो इंशा अल्लाह कोई न कोई करिश्मा जरुर होगा और वही हुआ ..ईद की नमाज़ के वक्त पानी रुक गया लोग कीचड़ को उन्घालते हुए ईदगाह की तरफ बढ़ने लगे और देखते ही देखते कुछ ही देर में ईदगाह भर चुकी थी करीब चालीस हजार लोग बढ़ी ईदगाह में और दूसरी ईदगाह और मस्जिदों में पचास हजार लोगों ने नमाज़ पढ़ी सब कुछ ठीक चला फितरा दिया नमाज़ अदा हुई लोगों से ईद मिले और फिर फोन पर मेसेज पर मुबारकबाद का सिलसिला शुरू हुआ जो थमने का नाम नहीं लेता था ..खुदा का शुक्र यह है के कोटा के सभी कट्टरपंथी लोग भी एक दुसरे को ईद की मुबारकबाद दे रहे थे और में सोच रहा था के देखो अपना तो यह नारा है ईद हो चाहे हो दिवाली चारो तरफ देश में भाईचारा है यह सपना सच होता नज़र आ रहा है एक बार फिर ईद मुबारक हो .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
3 comments:
सुन्दर
भाई जी ||
ईद मुबारक ||
बहुत सुन्दर.......
ईद मुबारक ||
खुदा का शुक्र है.
ईद मुबारक आप
एवं
आपके परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ...
See
http://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/BUNIYAD/
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