ब्लॉगर्स मीट वीकली (29)
सबसे पहले मेरे सारे ब्लोगर साथियों को प्रेरणा अर्गल का प्रणाम और सलाम/आप सभी का ब्लोगर्स मीट वीकली (२९)में स्वागत है /आप आइये और अपने संदेशों द्वारा हमें अनुग्रहित कीजिये /आप का आशीर्वाद इस मंच को हमेशा मिलता रहे यही कामना है /
आज सबसे पहले मंच की पोस्ट्स |
अनवर जमालजी की रचनाएँकरेक्ट करें कैटरैक्ट (मोतियाबिंद)मोतियाबिंद अंधेपन की एक बड़ी वजह है, लेकिन समय रहते अगर इसका इलाज करा लिया जाए, कैंसर का इलाज आसान है cure for cancer कैंसर का शुमार आज भी लाइलाज बीमारियों में होता है तो इसके पीछे सिर्फ़ पैसे की हवस है।पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद साहब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया है कि ‘अल्लाह ने जितनी भी बीमारियां पैदा की हैं उनकी शिफ़ा भी रखी है।‘ (भावार्थ हदीस)यह बात कैंसर के बारे में भी सही है।डा. हल्डा रेगर क्लार्क (Dr. Hulda Regehr Clark) एक नेचुरोपैथ हैं।उनकी किताब... |
अयाज अहमदजी की रचनाएँ |
जो लोग अकबर को महान कहने पर ऐतराज़ करते हैं वे भी यह मानते हैं कि हिंदू राजा महान होते हैं। एक महान हिंदू राजा में जो गुण होते हैं, उन गुणों को अकबर में देख लिया जाए कि वे गुण उसमें हैं कि नहीं, बात साफ़ हो जाएगीसतयुग कैसे आएगा ? , पर एक बहसइस्लाम की तरफ बढ़ते रुझान से और मुसलामानों की बढ़ती तादाद से 'सतयुग' का क्या सम्बन्ध है ?हमारी पिछली पोस्ट पर इस मौज़ू पर एक अच्छी चर्चा हुई है . मंच के बाहर की पोस्टअयाज अहमदजी की रचना विधवा समस्या इस बार की मीट का ख़ास टॉपिक था। वृंदावन में बहुत सी विधवाएं रहती हैं। जो निर्धन विधवाएं हैं, उनके मरने पर उनके शरीर को स्वीपर छोटे छोट पीस में काटकर थैलियों में भरकर फेंक देते हैं। अंतिम संस्कार क्यों नहीं हो पाता इन विधवाओं का ? चंद्रमोलेश्वर प्रशादजी की रचना प्लेटफ़ार्म के एक कोने में लकडी के छोटे से डिब्बे को स्टूल बना कर एक बारह-तेरह वर्ष का बालक बैठा था। उसके सामने एक और डिब्बा रखा था जिसपर एक व्यक्ति अपना पैर रखे हुए था। वह बालक बड़े मनोयोग से एक छोटी-सी डिब्बी से पालिश निकाल कर बडी नज़ाकत से जूते पर मल रहा था। संगीता जी की रचना तीरगी के दामन पर रोज उभरता है एक चेहरा, खामोश सी आँखे सादगी में लिपटी नजर......... कभी बुने थे उनने चाँद तारों व् बहारों से महकते हिंद के सपने, देखे थे खुशहाली के ख़्वाब ,,देखे बुलंदियों के सपने........... आम्रेन्द्र शुक्ला जी की रचना "सीलती यादें "मै हूँ सृष्टि की एक अद्भुत विडंबना शायद इसीलिए जो भी गुजरा पास से कुछ खरोचें ही दे गया |
पल्लवी जी ने दिल को झिंझोड़ने वाला मुददा उठाया है अपने ब्लॉग परज़रा सोचिए...मैंने कुछ दिन पहले एक पोस्ट देखी थी फ़ेसबुक पर जिसे देखकर मेरा मन बहुत खिन्न हो गया था। मैंने खुद भी उस पोस्ट को अपनी फेसबुक पर सांझा भी किया था। विषय था गरीब और भूखे बच्चों को खाना पहुंचाने वाली संस्था का प्रचार जिसे देखकर अच्छा भी लगा कि कोई संस्था तो है जिसने इस विषय में कुछ अच्छा सोचा फिर दूजे ही पहल यह भी लगा कि क्या यह संस्था सच में विश्वसनीय है? 'ब्लॉग की ख़बरें' पर देखिए नारी स्वयं नारी के लिए संवेदनहीन क्यों ? NAARIजागरण की वेबसाइट पर बेस्ट ब्लॉगर इस हफ़्ते क्षत्रिय ममेरी फुफेरी बहनों से विवाह करते हैं Bal vivahये हैं जय और जिया... उम्र महज दो साल...रिश्ता, भावी पति-पत्नी...यह बात अलग है जय की मां मीना जिया के पिता राम की बहन है...यानी जय और जिया सूफ़ियों की ज़िंदगी के गहरे राज़ Sufi worldदेखिए हिंदी ब्लॉगिंग की एक रचनात्मक महा लेख माला सूफ़ियों के जीवन संघर्ष परमनोज कुमार जी की क़लम सेजाएं और सराहें सूफियों ने विश्व-प्रेम का पाठ पढाया. 1100 साल पहले हवा में उड़ा था अब्बास कासिम इब्ने फिरनासअब्बास कासिम इब्न फिरनास बच्चों को यह पढाया जाता है कि विमान के आविष्कारक राईट बंधु थे। लेकिन राईट बंधु से लगभग हज़ार साल पहले ... जनाब रूपचंद शास्त्री मयंक जी को जन्मदिन मुबारक हो ! "जन्मदिन है आज मेरा"(डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")जन्मदिन का जश्न है केवल छलावा,लोग कहते हैं अँधेरे को सवेरा।। घट गया इक साल मेरी उम्र का, लोग कहते जन्मदिन है आज मेरा।।Kunwar Kusumeshज़हरीली गैसें (दोहे)ज़हरीली गैसें करें,निर्मित हॉउस-ग्रीन. उदृत होता जा रहा,ये भी तथ्य नवीन. मध्यम वर्गीय मानसिकता और दहेज प्रथा विडम्बना - एक तरफ बनाकर देवी, पूजते हैं हम नारी को; भक्ति भाव दर्शाते हैं, बरबस सर नवाते हैं; माँ शारदे के रूप में कभी ज्ञान की देवी बताते हैं, तो माँ दुर्गा के रूप मे... ... पीस पार्टी का दमदार आग़ाज़ - वैसे तो कई पार्टियाँ को दशकों और सदियों पुरानी भी हैं, को उत्तर प्रदेश के इस विधान सभा चुनाव में कुछ नम्बर पाने के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है ... ब्लॉग संसद पर डा. अयाज़ अहमद मीडिया, सीबीआई और अदालत कौन ख़रीद पाया है ? - इनके बिकने का इल्ज़ाम वही लगाता है जो कि ख़ुद इन्हें न ख़रीद पाया हो, जो भी इनके बिकने का इल्ज़ाम लगाता है, वह देश के क़ानून से लोगों का भरोसा उठाने का काम कर... महान संस्कृति, घटिया रिवाज Great Indian Culture - भारत के लोग चाहें तो अपने सिर पर गुलाबी रंग का बड़ा सा साफा बांधे यह कहते हुए शान से घूम सकते हैं कि वे एक महान संस्कृति के रक्षक हैं, पर संयुक्त राष्ट्र क... |
यज्ञ हो तो हिंसा कैसे ।। वेद विशेष ।। पर एक संवाद भाई अनुराग शर्मा जी से - यज्ञ हो तो हिंसा कैसे ।। वेद विशेष ।। पर एक संवाद भाई अनुराग शर्मा जी से 1. Smart Indian - स्मार्ट इंडियनDec 5, 2011 09:11 PM @ डॉ. जमाल, ... |
वेद में सरवरे कायनात स. का ज़िक्र है Mohammad in Ved Upanishad & Quran Hadees - पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद साहब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश अरबी माह रबी-उल- अव्वल में हुई थी और रबी उल अव्वल के महीने में ही उनकी वफ़ात हुई। इस माह की12 तार... |
कान्ति मासिक एक लाजवाब पत्रिका है जिसे देखकर आपको एक अलग ही लुत्फ़ आएगा। फ़रवरी का ताज़ा अंक आप देख सकते हैं इस लिंक पर ... http://kanti.in/ |
9 comments:
बहुत बढ़िया!
आभार!
बढ़िया ब्लोगस चर्चा ... आभार
बहुत सुन्दर सुसज्जित मीट है आज की ! मेरे आलेख को भी इसमें सम्मिलित किया आपकी आभारी हूँ !
बहुत अच्छा मिलन
लाजवाब प्रस्तुति।
मेरे लेख माला का लिंक देने के लिए शुक्रिया।
sabhi link bahut sunder. aapne gher (blog) me mujhe bhi stahn dene kel iye bahut bahut shukriya ......aabhar
आपकी वजह से कुछ ऐसे लिंक्स तक पहुंचना हो गया जिन तक एग्रीगेटर्स के ज़रिये नहीं पहुंचा जा सकता है और चर्चाकार भी उन्हें ध्यान ज़रा कम ही देते हैं।
कान्ति पत्रिका का नया अंक देखकर मज़ा आ गया है।
शुक्रिया !
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद की आप ब्लोगर्स मीट वीकली (२९) में शामिल हुए और आपने हमारे द्वारा चयन किये गए लिंक पसंद किये/ आप सभी का का आशीर्वाद इसी तरह इस ब्लोगर्स मीट को प्रत्येक सोमवार को मिलता रहे यही कामना है /आभार /
बढिया चर्चा ... एक अलग अंदाज़ में। मुझे भी इसमें स्थान दिया- आभारी हूं॥
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