दर्द कैसा भी हो आंख नम न करो ,
रात काली सही कोई गम न करो ।
सितारा बन जगमगाते रहो
Posted on Wednesday, April 11, 2012 by DR.ASHOK KUMAR in
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2 comments:
nek nasihat.
दर्द कैसा भी हो आंख नम न करो ,
रात काली सही कोई गम न करो ।
वाह!!!!!बहुत खूब ,अशोक कुमार जी
बेहतरीन भाव पुर्ण रचना,बहुत सुंदर कोमल अभिव्यक्ति,लाजबाब प्रस्तुति,....
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