सोशल मीडिया के जमाने में वर्ल्डफ्लोट अपनी पुख्ता पहचान बना रही है। इसके जरिए बिना किसी रुकावट के देश-विदेश के लोगों से संपर्क साधा जा सकता है। वर्ल्डफ्लोट के बारे में जानिए यहां।
सोशल मीडिया ने आज यकीनन दुनिया को छोटा कर दिया है। फेसबुक और कई अन्य वेबसाइटों ने लोगों को एक दूसरे के बेहद करीब ला दिया है। युवाओं में खासतौर पर सोशल नेटवर्किंग साइटें बेहद पसंद की जा रही हैं। ऐसे में एक और सोशल नेटवर्किग वेबसाइट हमारे सामने है। वर्ल्डफ्लोट नामक इस सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट की खासियत अपने तरीके की है। बेशक आप यहां अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों की तरह दूर बैठे लोगों से बात कर सकते हैं, लेकिन इसका तरीका कुछ अलग है। मूलत: इस वेबसाइट के मार्फत आप दुनिया में दूरदराज के किसी भी व्यक्ति के साथ बातचीत की शुरुआत कर सकते हैं। वेबसाइट के होमपेज में चारों दिशाओं यानी पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण की ओर डायरेक्ट करते संकेतक हैं, जिनमें से किसी एक पर क्लिक करते ही आप उस दिशा के बड़े शहर (यदि वह शहर वेबसाइट का अंश है तो) के लोगों से संपर्क साध सकते हैं। फेसबुक से जुड़ने वाले यदि अपने मित्रों की सूची बनाते हैं, तो वैसी सुविधा यहां भी है, लेकिन इसके साथ ही वह सामने दिख रहे किसी भी व्यक्ति से बातचीत की शुरुआत कर सकते हैं।
वर्ल्डफ्लोट के संस्थापक पुष्कर महाटा कहते हैं कि इस वेबसाइट के निर्माण का विचार उन्हें दो वर्ष पूर्व आया था, जिसके बाद उन्होंने आईआईटी के कुछ इंजीनियरों को लेकर काम की शुरुआत की थी। इस 6 जून को वर्ल्डफ्लोट शुरू हुई और मात्र तीन माह में इस पर पांच लाख से अधिक लोग रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इसके बावजूद, पुष्कर महाटा वर्ल्डफ्लोट के व्यवसायीकरण के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि ऐसा करना बहुत जल्दबाजी होगी। कारण ? वह चाहते हैं कि दुनिया भर में वेबसाइट अपनी पहचान बनाए, जिसके बाद इस पर विज्ञापनों की शुरुआत हो।
वर्ल्डफ्लोट को गूगल क्रोम या सफारी की मदद से सर्फ किया जा सकता है। इसकी एक अन्य खासियत यह है कि यदि नई दिल्ली में बैठा व्यक्ति मुंबई के किसी व्यक्ति से बात करना चाहता है तो इसके लिए जरूरी नहीं कि मुंबई में बैठा व्यक्ति ऑनलाइन ही हो। नई दिल्ली में बैठा व्यक्ति उसे संदेश भेज सकता है, जिस दौरान मुंबई में बैठा व्यक्ति ‘इनेक्टिव स्टेज’ में होगा।
पुष्कर महाटा के अनुसार, वह चाहते हैं ऑनलाइन होने के बाद प्रत्येक व्यक्ति दूसरे को उसके स्थान विशेष में महसूस कर सके और फिर अपनी पसंद के अनुसार उससे संपर्क साध सके। इसमें एक दूसरे से बिल्कुल अनजान व्यक्ति आपस में बातचीत कर सकेंगे।
महाटा के अनुसार, दुनिया के 1600 से अधिक शहरों को वेबसाइट का हिस्सा बनाकर ‘जियो-टार्गेटेड एडवरटाइजमेंट’ की शुरुआत की जा सकती है। हालांकि इस कार्य में अभी समय लग सकता है। खुद दर्शन और मनोविज्ञान में रुचि रखने वाले पुष्कर महाटा भवन निर्माण का कार्य करते हैं, लेकिन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में भी दखल रखते हैं। वेबसाइट के संस्थापक के तौर पर केंद्रीय कमान उनके हाथ में रहती है, लेकिन इसके लिए वह अपने इंजीनियर साथियों को श्रेय देना नहीं भूलते।
Source : http://www.livehindustan.com/news/lifestyle/lifestylenews/article1-Social-Media-Networking-50-50-262366.html
सोशल मीडिया ने आज यकीनन दुनिया को छोटा कर दिया है। फेसबुक और कई अन्य वेबसाइटों ने लोगों को एक दूसरे के बेहद करीब ला दिया है। युवाओं में खासतौर पर सोशल नेटवर्किंग साइटें बेहद पसंद की जा रही हैं। ऐसे में एक और सोशल नेटवर्किग वेबसाइट हमारे सामने है। वर्ल्डफ्लोट नामक इस सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट की खासियत अपने तरीके की है। बेशक आप यहां अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों की तरह दूर बैठे लोगों से बात कर सकते हैं, लेकिन इसका तरीका कुछ अलग है। मूलत: इस वेबसाइट के मार्फत आप दुनिया में दूरदराज के किसी भी व्यक्ति के साथ बातचीत की शुरुआत कर सकते हैं। वेबसाइट के होमपेज में चारों दिशाओं यानी पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण की ओर डायरेक्ट करते संकेतक हैं, जिनमें से किसी एक पर क्लिक करते ही आप उस दिशा के बड़े शहर (यदि वह शहर वेबसाइट का अंश है तो) के लोगों से संपर्क साध सकते हैं। फेसबुक से जुड़ने वाले यदि अपने मित्रों की सूची बनाते हैं, तो वैसी सुविधा यहां भी है, लेकिन इसके साथ ही वह सामने दिख रहे किसी भी व्यक्ति से बातचीत की शुरुआत कर सकते हैं।
Source : http://www.livehindustan.com/news/lifestyle/lifestylenews/article1-Social-Media-Networking-50-50-262366.html
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