अभी अभी एक जगह यह पढ़ा
'पहले यह कहा जा रहा था कि बिहार के लिये एक गीत और प्रार्थना की खोज की जायेगी। गीत और प्रार्थना को बिहार सरकार द्वारा बिहार दिवस के मौके पर पूरे शान के साथ रिलीज किया जाना था। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मानव संसाधन विकास विभाग को 1800 गीत मिले। परंतु, एक भी रचना इस काबिल नहीं कि वे बिहार गीत और प्रार्थना का दर्जा हासिल कर सकें। सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर बाबा नागार्जुन, गोपाल सिंह नेपाली, रामधारी सिंह दिनकर और आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री की धरती में अब कोई भी ऐसा रचनाकार नहीं मिला, जो एक अदद गीत लिख सके। हालांकि राज्य सरकार की ओर से दुबारा गीतकारों और साहित्यकारों को आमंत्रित किये जाने की योजना को अंजाम दिया जा रहा है।'इस क्या प्रतिक्रिया दें और क्या कहें ?
1 comments:
anvar bhaai sahi postmartm kiya hai srkar ki niyat kaa bdhaai ho . akhtar khan akela kota rajasthan
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