बेटी मरती गर्भ में ,हम सब जिम्मेदार
चुप्पी धारण की तभी ,होता अत्याचार .
होता अत्याचार , हुई प्रताड़ित नारी
वेदों का है देश ,लगाते कलंक भारी .
कहत 'विर्क' कविराय , हो रही इससे हेठी
कहलाओ इन्सान , मारो गर्भ में बेटी .
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हेठी --- अपमान ,बेइज्जती
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