सबसे पहले मेरे सारे ब्लॉगर्स साथियों को प्रेरणा अर्गल का प्रणाम और सलाम /आप सभी का इस ब्लॉगर्स मीट में स्वागत है /आप सब जरुर पधारिये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप सभी इस मंच से जुड़े रहें यही कामना है /आभार /
अनवर जमालजी की रचनाएँ |
गायत्री मंत्र रहस्य भाग 1 The mystery of Gayatri Mantra 1ऊँ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्. गायत्री मंत्र को वेदमाता कहा जाता है। जैसे बच्चे का आधार उसकी माता होती है वैसे सारे वेद का आधार गायत्री मंत्र है। जिसने गायत्री के रहस्य को समझ लिया। वास्तव में वही वेद के रहस्य को भी समझ सकता है... ...अब गायत्री मंत्र का एक शाब्दिक अनुवाद भी पहली बार प्रकट हुआ है। यह अनुवाद आप भी देखिए - हम परमेश्वर के सूर्य के उस वरणीय प्रकाश का ध्यान करें जो हमारी बुद्धियों को प्रेरित करे। |
अब मंच की पोस्ट्सअयाज अहमदजी की रचनाकब्ज (कांस्टीपेशन) का इलाज.अनियमित खान-पान के चलते लोगों में कब्ज एक आम बीमारी की तरह प्रचलित है। यह पाचन तन्त्र का प्रमुख विकार है।प्रेरणा अर्गलजी की रचनाभविष्य का सपनामन पखेरू उड़ने लगा है नए नए सपने संजोने लगा है |
मंच के बाहर की पोस्ट"कुछ तराने नये मचलते हैं" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्रीजी 'मयंक')बेक़रारी के खाद-पानी से, कुछ तराने नये मचलते हैं। सदाजी का सद्विचार मनोज कुमारजी की रचना सूफ़ी दर्शन-२ अल्लाह अजन्मा और अनश्वर है। उसके अलावा जो कुछ है सब परिवर्तनशील और नश्वर है। वह रचयिता है और सभी जीव उसी की एक रचना है। अमरेन्द्र शुक्ल " अमर" जी की रचना मेरा शहरमदमस्त हवाओ से भरा ये मेरा शहर आज मेरे लिए ही बेगाना क्यू है हर तरफ कैलाश सी.शर्माजी की रचना जब ढाई आखर न जानो आए हमको ज्ञान सिखाने, ऊधो प्रेम मर्म क्या जानो. पोथी पढ़ना व्यर्थ गया सब जब ढाई आखर न जानो. महेंद्र श्रीवास्तव जी की रचना आसान नहीं है गुंडाराज की वापसी ...यूपी चुनाव की सरगरमी बढ़ती जा रही है, सभी लोग अपनी अपनी तरह से चुनाव नतीजों को लेकर कयास लगा रहे हैं। चन्द्र मोलेश्वर प्रशादजी की रचना बैकुंठ नाथ पेशे से वास्तुविद भले ही हों, पर हृदय से एक रचनाकार हैं जिनकी अब तक सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं जिनमें उनके गीतों, कविताओं और कहानियों की अभिव्यक्ति हुई है। साधना वैदजी की माँ जी श्रीमती ज्ञानवती सक्सेनाजी "किरण"की रचना मंथर गति से मलय पवन आ सौरभ से नहला जाता , कुहू-कुहू करके कोकिल जब मंगल गान सुना जाता ! साधना वैदजी कीरचना चलो चलें माँ .... ( एक लघु कथा )नन्हा लंगूर डिम्पी अपने कान में उंगली डाले ज़ोर ज़ोर से चीख रहा था ! जिस पेड़ पर उसका घर था उसके नीचे बहुत सारे बच्चे होली के रंगों से रंगे पुते ढोल बजा बजा कर हुड़दंग मचा रहे थे ! राजेश कुमारीजी की रचना बीत गए बरस तिरसठ हुआ देश स्वतंत्र तन से नंगा हाथ में तिरंगा कैसा ये गणतंत्र शहरयार जी की रचना है राम के वुजूद पे हिन्दोस्तां को नाज़ लबरेज़ है शराबे हक़ीक़त से जामे हिन्द सब फ़लसफ़ी हैं खि़त्ता ए मग़रिब के राम ए हिन्द |
ब्लॉग की ख़बरें परसूफ़ी दर्शन - Manoj कुमारसूफ़ी दर्शन-2 वाजिबुल वुजूद अल्लाह अजन्मा और अनश्वर है। उसके अलावा जो कुछ है सब परिवर्तनशील और नश्वर है। वह रचयिता है और सभी जीव उसी... लम्बे बच्चे कैसे पैदा करें ? Height1- लंबे बच्चे चाहिए तो दूर की बीवी लाएं BBCसुनने में यह बात अजीब-सी लग सकती है, लेकिन पोलैंड के वैज्ञानिकों का दावा है कि अगर पति... क्या मैथुन के लिए हमें जानवर हो जान चाहिए ? -राम बंधु तिवारीमानव प्राणी द्वारा विचार कर मैथुन करना ही, सभी प्राणियों में श्रेष्ठता प्रदान करती हैं|आख़िर मनुष्य और जान... धन्यवाद !Byधन्यवाद ! धन्यवाद ! धन्यवाद ! धन्यवाद ! धन्यवाद ! धन्यवाद ! आपके प्यार की बदौलत हमने हिन्दी ब्लॉगिंग ... |
रोजाना सिर्फ ये दो काम कर लेंगे तो बीमार नहीं पड़ेगे - आजकल बदलते मौसम के साथ तबीयत बिगड़ जाना एक आम समस्या है। सर्दी, खांसी, पेट व बुखार जैसी समस्याएं कमजोर इम्युनिटी पॉवर के कारण बदलते मौसम के साथ शरीर पर त... |
WAQT KI AHMIYAT - By NISAAR NADIADWALA watch full Peace TV urdu talk - Nisar NadiadwalaNisar Nadiadwala has been a regular and familiar speaker at Islamic Research Foundation (IRF) auditoriums since the p... |
कल्कि अवतार का मत करो इन्तजारमदन मोहन बाहेती घोटूनैतिकता का सर्वोच्च शिखर...लेखकनैतिकता को सर्वोच्च शिखर पर पहुचाने के लिए आया हूं आज से 1400 सौ वर्ष पहले आलमें इंसानियत पर जुल्मों सितम का राज चलता था। लोग बेटियों को पैदा होते ही जिंदा दफन कर देते थे। बात बात पर तलवारें निकल आया करती थीं तथा औरतों को पैर की जूती समझा जाता... |
11 comments:
हाय सब,
आप एक व्यवसाय है कि एक कम समय में आप अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर करने के लिए बदल सकते हैं की कल्पना कर सकते हैं?
आप जो व्यवसाय में एक प्रतिशत है, जो है नहीं देने के लिए और हमेशा की तरह, किसी भी निवेश के बिना होगा?
व्यापार कि सरल है और कि आप एक जीवन भर प्रदान कर सकते हैं?
जो व्यापार में आप कुछ खोना नहीं है, लेकिन आप केवल एक ही प्राप्त कर सकते हैं?
आप गूगल के सदस्य अच्छी तरह से भुगतान करना चाहेंगे?
बात यह है ... WAZZUB
WAZZUB - नई तकनीक का पेटेंट कराया पंजीकरण करने के लिए दुनिया में सबसे का दौरा किया वेबसाइटों बन पृष्ठ.
गूगल भी रिकॉर्ड FACEBOOK तोड़ दिया और गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया. WAZZUB 2012 में, अरबों लोगों की नहीं लाखों के जीवन में परिवर्तन ...
इस एमएलएम (बहु स्तरीय विपणन) नहीं है - WAZZUB बहुत खास है!
कोई अन्य कंपनी के उन लोगों को जो मुक्त हो जाएगा के लिए अपने लाभ का 50% की पेशकश की है और इस नई परियोजना के साथ शामिल किया जाएगा. यह सब पर बाजार में ही कंपनी है.
करोड़ों परियोजना WAZZUB. इसकी शुरुआत 2007 से अधिक 2000000 $ के एक निवेश के साथ वापस की तारीख.
यह एक नया इंटरनेट घटना है, और आप एक दुनिया में पहली बार इसके बारे में पता कर रहे हैं. अब यह बहुत महत्वपूर्ण है समझ तुम क्या आपके हाथों में है.
समय महत्वपूर्ण है.
आप एक जीवन भर के माध्यम से वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं - मुक्त - और एक बड़े पैमाने पर निष्क्रिय आय हर महीने.
आप गहरी 5 पीढ़ियों में उनकी "असीमित" चौड़ाई में प्रति व्यक्ति $ 1 अर्जित कर सकते हैं.
अगर यह ज्यादा नहीं लगता है देखो, क्या होता है:
यदि आप 5 दोस्तों को आमंत्रित करते हैं, और उन पांच दोस्तों को एक ही बात करेंगे:
पहले 5 पीढ़ी एक्स 1 $ $ $ 5 =
दूसरी पीढ़ी के 25 एक्स 1 $ = $ 25
x 125 $ 1 = $ 125 की तीसरी पीढ़ी
चौथी पीढ़ी के 625 एक्स 1 $ = $ 625
5 3125 पीढ़ी x 1 $ 3 $ 125 =
____________________________________
अपने निष्क्रिय आय 3905 $ कुल होगा. यह निष्क्रिय आय आप प्रत्येक महीने हो और तुम क्या तुम हर दिन कर रहे हैं की तुलना में और कुछ नहीं करते.
क्या होगा अगर हर कोई परियोजना केवल 10 लोगों को आमंत्रित किया? इस राशि के लिए 111 $ 110 प्रति माह करने के लिए गुलाब होगा - एक निष्क्रिय जीवन!
और अधिक लोगों को आमंत्रित करने के लिए, अधिक पैसे कमाने. 20 या 30 की कोशिश करो और देखो क्या होता है ... आप विश्वास नहीं करेंगे.
यह एक तथ्य यह है कि ज्यादातर लोगों में शामिल है क्योंकि यह एक अद्वितीय कमाने का अवसर है,
यह शक्ति है और यह मुफ़्त है और हर कोई मुक्त सामान प्यार करता है :)
पंजीकरण लिंक: signup.wazzub.info / LrRef = 7ad20
जानकारी: http://www.youtube.com/watch?v=d1hZTu6D9VY
जानकारी: www.youtube.com/watch?v=5yv4BvQv1Kk
चुन-चुन कर लाये हैं लिंक -
उत्तम-उत्कृष्ट ||
हमेशा की तरह आज भी सुन्दर मीट आयोजित की है ! " आ वसन्त खेलो होली" रचना मेरी माँ श्रीमती ज्ञानवती सक्सेना ' किरण ' जी की है ' उन्मना ' ब्लॉग से ! आपने उसका चयन किया आभारी हूँ ! आपसे अनुरोध है कृपया रचनाकार की जगह से मेरा नाम हटा कर उनका नाम दे दीजिए ! धन्यवाद !
ek se badhkar ek link bahut achche.aabhar meri rachna ko shamil karne ke liye.
Sabhi linki behtreenhai ...........
aaj ke is parichahrcha me hume bhi shamil kerne e liye aapka bahut bahut shukriyan
बेहतरीन लिंक्स बहुत सुंदर प्रस्तुति...
badhiya likns ke saath badhiya prastuti....
अच्छी लिंक्स का संकलन किया है आपने हर बार की तरह |आ वसंत होली खेलें कविता किरणजी रचित बहुत अच्छी लगी |
आशा
इस मीट के लिए जो लिंक्स आपने चुने हैं वे बताते हैं कि आपने काफ़ी मेहनत की है।
मेरी कहानी 'चलो चलें माँ ' को भी आपने इस मीट में शुमार कर लिया इसके लिये शुक्रिया एवं आभार आपका ! सभी लिंक्स बहुत अच्छे हैं !
आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद की आप सब इस मीट में शामिल हुए और अपने बदिया सन्देश देकर हमारा उत्साह बढ़ाया /आप सबको हमारे चयन किये गए लिनक्स पसंद आये इसके लिए हम आप सबके बहुत आभारी हैं /आगे भी आप सब प्रत्येक सोमवार को इस मीट में शामिल होते रहेंगे और अपने अच्छे अच्छे सन्देश देकर हमारा उत्साह बढ़ाते रहेंगे /आभार /
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