सुबह सूरज उगने से पहले उठें और पानी पीकर टहलने के लिए निकल जाएं।
नमाज़ पढ़तें हों तो नमाज़ पढें वर्ना तेज़ चाल से झपटकर चलें और जब सूरज निकल जाए तो कुछ देर उसे ध्यान से देखें।
भूख से कम खाएं, मौसमी फल सब्ज़ियां खाएं और अपने ख़यालात सकारात्मक बनाएं। नकारात्मक ख़याल आपके अंदर की ताक़त को खा जाते हैं।
आंवला, नींबू, लहसुन, प्याज़, पपीता और मछली का इस्तेमाल ज़रूर करें।
क़ब्ज़ हो तो रोज़ाना त्रिफला खाएं और पेट नर्म रहता हो तो अदरक इस्तेमाल करें।
लोगों से मुस्कुराकर मिलें।
जिस काम में बरकत चाहते हों तो आप उसे दिन के पहले घंटे में ज़रूर शुरू करें।
जिस काम की अहमियत ज़्यादा हो उसे पहले करें और वक्त निकाल कर दोस्तों और रिश्तेदारों से भी मिलें, आप डिप्रेशन की नामुराद बीमारी से हमेशा बचे रहेंगे।
आप इन कामों को करेंगे तो आपको ऑक्सीजन भरपूर मिलेगी और अपने खाने पीने से वे चीज़ें भी मिल जाएंगी जिनके ज़रिये आपका जिस्म लगातार ताक़त और ताज़गी पाता रहेगा।
इसी के साथ अपने बीवी बच्चों के साथ भी कुछ वक्त रोज़ाना ज़रूर गुज़ारें और उन्हें छूएं। आपका छूना आपको और उन्हें दोनों को ही एक अलग ही सुकून देगा।
नमाज़ पढ़तें हों तो नमाज़ पढें वर्ना तेज़ चाल से झपटकर चलें और जब सूरज निकल जाए तो कुछ देर उसे ध्यान से देखें।
भूख से कम खाएं, मौसमी फल सब्ज़ियां खाएं और अपने ख़यालात सकारात्मक बनाएं। नकारात्मक ख़याल आपके अंदर की ताक़त को खा जाते हैं।
आंवला, नींबू, लहसुन, प्याज़, पपीता और मछली का इस्तेमाल ज़रूर करें।
क़ब्ज़ हो तो रोज़ाना त्रिफला खाएं और पेट नर्म रहता हो तो अदरक इस्तेमाल करें।
लोगों से मुस्कुराकर मिलें।
जिस काम में बरकत चाहते हों तो आप उसे दिन के पहले घंटे में ज़रूर शुरू करें।
जिस काम की अहमियत ज़्यादा हो उसे पहले करें और वक्त निकाल कर दोस्तों और रिश्तेदारों से भी मिलें, आप डिप्रेशन की नामुराद बीमारी से हमेशा बचे रहेंगे।
आप इन कामों को करेंगे तो आपको ऑक्सीजन भरपूर मिलेगी और अपने खाने पीने से वे चीज़ें भी मिल जाएंगी जिनके ज़रिये आपका जिस्म लगातार ताक़त और ताज़गी पाता रहेगा।
इसी के साथ अपने बीवी बच्चों के साथ भी कुछ वक्त रोज़ाना ज़रूर गुज़ारें और उन्हें छूएं। आपका छूना आपको और उन्हें दोनों को ही एक अलग ही सुकून देगा।
2 comments:
hamne aaj se aapki salah par amal shuru kar diya hai.
बहुत अच्छी सलाह है... हम जरूर अमल करेंगे :)
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