उतरा मेरा प्लेन तो
जनता उछल रही ,भाषण मेरा सुनने को
वो थी मचल रही ,
मोबाईल केमरा से
फोटो रहे थे खीच ,
प्यासी जनता बहा पसीना
धरती रही थी सीच,
मैं ज्यों ही स्टेज पर
देने लगा भाषण,
तब घटी घटना ;
पर मैं हूँ विलक्षण ,
तेजी से एक जूता
मेरी तरफ आया ,
मैंने भी अपनी फुर्ती का
कमाल दिखाया ,
कर लिया जूते को
जल्दी से मैंने कैच ,
तालियाँ बजी ,मैं
जीत गया मैच .
http://netajikyakahtehain.blogspot.com/
2 comments:
neta ji to kamal ke hain.
Nice post.
@ शालिनी जी ! इस ब्लाग के क़ानूनी सलाहकार के तौर पर आपका इस ब्लाग पर फोटो लगाया जा रहा है लेकिन आप कोई साफ सा फोटो दे दीजिए । आपके प्रोफ़ाइल का फ़ोटो शायद मोबाइल के कैमरे से लिया गया है ।
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