आशा से संसार है, रखना दिल में आस
मंजिल होगी पास में, करते रहो प्रयास ।
करते रहो प्रयास , झोंक दो पूरी ताकत
जीवन होगा सफल, न टिक पाएगी आफत ।
मत डालो हथियार, हराती हमें हताशा
कहत विर्क कविराय, अमृतधार है आशा ।
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3 comments:
अच्छी कुंडली।
आस निरास के दो रंगों से दुनिया तू ने बसाई
नैया संग तूफ़ान बनाया, मिलन के साथ जुदाई :)
वाह !प्रेरणा देती रचना !
वाह ... सच कहा है आशा बनी रहनी चाहिए ... लाजवाब ...
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