१-आप आगये
दर्दे दिल भागये।
ज़ख्म रास आगये।
तुमने पुकारा नहीं,
हमीं पास आगये।
कोइ तो बात करो,
मौसमे इश्क आगये।
जब भी ख्वाब आये,
तेरे अक्स आगये।
इबादत की खुदा की,
दिल में आप आगये ॥
२- हलचल होजाए ......
क्या ना किस पल होजाए।
जाने क्या कल होजाए।
रोकलो अश्क अपने,
यहाँ न दलदल होजाए।
अदाएं और न बिखेरो,
मन ना चंचल होजाए।
पुकारो न इतना दूर से,
श्याम 'न हलचल होजाए॥
दर्दे दिल भागये।
ज़ख्म रास आगये।
तुमने पुकारा नहीं,
हमीं पास आगये।
कोइ तो बात करो,
मौसमे इश्क आगये।
जब भी ख्वाब आये,
तेरे अक्स आगये।
इबादत की खुदा की,
दिल में आप आगये ॥
२- हलचल होजाए ......
क्या ना किस पल होजाए।
जाने क्या कल होजाए।
रोकलो अश्क अपने,
यहाँ न दलदल होजाए।
अदाएं और न बिखेरो,
मन ना चंचल होजाए।
पुकारो न इतना दूर से,
श्याम 'न हलचल होजाए॥
2 comments:
रोकलो अश्क अपने,
यहाँ न दलदल होजाए।
bahut khoob
अदाएं और न बिखेरो,
मन ना चंचल हो जाए।
क्या खूब लिखा आपने
प्यार की पहल हो जाये .
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