भाईयों , बहनों ,बुजुर्गों ,दोस्तों और दोस्तों आज मेरी तीन हजार पोस्ट पूरी हो चुकी हैं और इस पडाव तक पहुंचने के लियें में आप सभी ब्लोगर भाई बहनों का आभारी हूँ .......मेने मार्च २०१० में अपना हिंदी ब्लोगिंग का सफ़र शुरू किया और इस सफ़र के दोरान कई दुर्घटनाएं, किया घटनाएँ देखी हैं खुद भी दुर्घटना ग्रस्त हुआ हूँ लेकिन मुझे गर्व हैं के में ऐसे देश में रहता हूँ ऐसे समाज में पला बढ़ा हूँ जहां सिर्फ और सिर्फ मानवता ही मानवता है ..यहाँ अगर किसी की ऊँगली पर भी चोट लग जाती है तो सो लोग उसकी तबियत पूंछने के लियें जाते हैं ऐसा ही इस ब्लोगिंग के सफ़र में हुआ है ..कई हम सफ़र मिले हैं और ऐसे हम सफ़र जिनसे बस पारिवारिक याराना सा लगता हैं .....ब्लोगिग्न की दुनिया में मुझे बहन वन्दना जी , पाबला जी , लालित शर्मा जी , रूपचन्द्र शास्त्री जी , शिखा जी , रश्मि जी , भाई अनवर जमाल जी , एस एम मासूम भाई , दिनेश राय द्विवेदी जी ..सहित ऐसे कई सेकड़ों भाई ब्लोगर हैं जिनके आलेख पढ़े बगेर ..उनसे संपर्क किये बगेर अगर अपना सवेरा शुरू करो तो ऐसा लगता है मानों बहुत कुछ खो दिया हैं और ब्लोगर भाइयों के ब्लोग्स के माध्यम से उन तक अगर पहुंच जाते हैं उनके विचार अगर पढ़ लेते हैं तो खुद को ट्रपत मानते हैं और बस ब्लोगिंग में भी यही हुआ है भाई किलर झपाटा जी कई दिनों से किलर का काम नहीं कर रहे हैं शायद उन्हें नाराजगी है कुछ लोग जो परस्पर आरोप प्रत्यारोप लगा कर ब्लोगिंग महाभारत में शामिल थे वोह भी अब प्यार की भाषा में शामिल हो गए है और आज ब्लोगिं की दुनिया की ऐसे लोग शान कहे जाने लगे हैं ..ब्लोगिंग के इस उतार चढाव में अरबों के घोटाले देखे हैं ..कई लाठियों की खबरें देखी हैं तो राजनितिक बेशर्मी की पराकाष्ठा क़दम क़दम पर देखने को मिली हैं ....भाई इस बार तो वोह सब देखने को मिला जो कई वर्षों की पत्रकारिता में हम नहीं देख पाए सुनते थे के मेरे देश की धरती सोना उगलती हैं हीरे मोती उगलती है और जन साईं बाबा के मंदिर से करोड़ों रूपये बरामद हुए तो आँखें खुली रह गयीं ..बाबा रामदेव का अरबों रूपये का साम्राज्य देख कर दिमाग सुन्न हो गया , बाबा रामदेव की भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में मर्द की तरह कूदने के बाद महिला के वेश में भागने की घटना ने जिंदगी को एक चुटकुला बना दिया इतना सब तो ठीक था लेकिन जब पदम् नाभ मंदिर में खरबों रूपये का खजाना मिलता है तो फिर तो बेहोश ही हो जाते हैं ......दोस्तों मुझे गर्व है के इन तीन हजार पोस्टों के लेखन के सफ़र में ब्लोगिग्न की दुनिया के हर एक ब्लोगर ने मेरा साथ दिया है अगर ब्लोगर भाई अपनी व्यस्तता में भूल भी गए हों तो मेने उन्हें पुकार कर उनकी मदद उनका सहयोग लिया है ..और यकीन मानिये आजकी ब्लोगिग्न की दुनिया मुझे स्वर्ग से लगने लगी इश्वर से प्रार्थना है इश्वर से कामना है के इश्वर ब्लोगिग्न के इस हँसते खेलते माहोल को नज़र न लगाये और बस यूँ हीं ज्ञानवर्धक, सुखद , मदद की मिसाल के साथ साथ घटना प्रधान और सुचना प्रधान के साथ साथ साहित्यिक तुप इस ब्लोगिंग की दुनिया का बना रहे आमीन ..आमीन ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
2 comments:
बधाई हो अख्तर भाई। इंशा अल्लाह, यह सीघ्र दस-हज़ारी हो जाएगी :)
@ जनाब अख़तर साहब ! आप भी न बड़े ही शुक्रगुज़ार क़िस्म के हैं। इस बात की ही पोस्ट बना डाली ?
आपको 3 हज़ार पोस्ट की मुबारकबाद !
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