मालिक हम सब को शांति दे !
आमीन .
शांति के साथ सबसे पहले हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल की ताज़ा पोस्ट्स का लुत्फ़ उठाइये
1- श्यामल सुमन
आमीन .
शांति के साथ सबसे पहले हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल की ताज़ा पोस्ट्स का लुत्फ़ उठाइये
1- श्यामल सुमन
खबरों की अब यही खबर है
देश की हालत बुरी अगर हैसंसद की भी कहाँ नजर है
सूर्खी में प्रायोजित घटनाखबरों की अब यही खबर है
सुमन अंत में सो जाए
कैसा उनका प्यार देख ले
आँगन में दीवार देख ले
दे बेहतर तकरीर प्यार पर
फिर उनका तकरार देख ले
चेतना
कहीं बस्ती गरीबों की कहीं धनवान बसते हैं
सभी मजहब के मिलजुल के यहाँ इन्सान बसते हैं
भला नफरत की चिन्गारी कहाँ से आ टपकती है,
जहाँ पर राम बसते हैं वहीं रहमान बसते हैं
3- डा. अयाज़ अहमद
हमने बादल देख के मटके फोड़ लिए थे
तुम से मिल कर सबसे नाते तोड़ लिए थे
हमने बादल देख के मटके फोड़ लिए थे
4- डा. अशोक कुमार
सितारा बन जगमगाते रहो
दर्द कैसा भी हो आंख नम न करो,रात काली सही कोई गम न करो ।
एक सितारा बनो जगमगाते रहो,जिंदगी मेँ सदा मुस्कुराते रहो
5- Devendra Gautam
fact n figure: निर्मल बाबा के विरोध का सच
निर्मल बाबा की पृष्ठभूमि खंगाली जा रही है. प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रोनिक मीडिया और इन्टरनेट मीडिया तक ने उनके विरुद्ध हल्ला बोल दिया है.
fact n figure: कृपा के कारोबार में टीवी चैनलों की भूमिका
निर्मल बाबा का ईश कृपा का कारोबार पूरी तरह इलेक्ट्रोनिक मीडिया की बदौलत चल रहा है. प्रिंट मीडिया ने साथ उनका कोई लेना देना नहीं रहा.
fact n figure: अपना ही गिरेबां भूल गए निर्मल बाबा
आज तक चैनल पर निर्मल बाबा का इंटरभ्यू उनपर लगे आरोपों का खंडन नहीं बन पाया. किसी सवाल का वे स्पष्ट जवाब नहीं दे सके.
जाने किस उम्मीद के दर पे खड़ा था.
जाने किस उम्मीद के दर पे खड़ा था.
बंद दरवाज़े को दस्तक दे रहा था.
6- Dr. Anwer Jamal
देबी प्रसाद चटटोपाध्याय की ‘लोकायत‘ पर चर्चा बनी ब्लॉगर्स मीट में देरी की वजह
आज हमारे एक पुराने मित्र आ गए। वेद, क़ुरआन, साइंस और इतिहास पर उनसे चर्चा चली तो वह 5 घंटे तक चली। अभी अभी उठकर गए हैं। अब रात के 3 बजने वाले हैं। यही टाइम था जबकि हम ब्लॉगर्स मीट वीकली 39 की तैयारी करते।
ब्लॉगर्स मीट वीकली (38) Human Nature
अस्-सलामु अलैकुम और ओउम् शांति के बाद, आप सभी का हार्दिक स्वागत है हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल की ताज़ा पोस्ट्स के साथ
डॉ. श्यामल सुमन
भाई से प्रतिघात करोमजबूरी का नाम न लो मजबूरों से काम न लो वक्त का पहिया घूम रहा है व्यर्थ कोई इल्जाम न लो खुदा भी क्या मौसम देते हैं खुशियाँ जिनको हम देते हैंवो बदले में गम देते हैंजख्म...
मंच से बाहर ब्लॉग जगत की ताज़ा ख़बर वही पुरानी ख़बर है जिसका तज़्करा देवेन्द्र पाण्डेय जी कर रहे हैं
ब्लॉग चर्चा
हम परेशान हैं। ईर्ष्या और जलन से हमारी छाती फटी जा रही है।
उनकी जलन दूर करने के लिए हमने एक लिंक का फ़व्वारा उन पर छोड़ा है।
"खादी का अपमान किया है" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
नर ही नारायण बनकर, कल्याण स्वयं का करते हैं
भोले-भालों को भरमाकर, अपनी झोली भरते हैं
मकड़ी के जालों में उलझी, जनता सीधी-सादी है
Quranic Morals / Values - Solution to Issues of World - Urdu
قرآنی اخلاق دنیا کے مسائل کا حل A great documentary in Urdu language, highlighting some of the major issues of the world, and emphasizing that ...
चंद्र भूषण मिश्र जी की पेशकश चर्चा मंच पर
लिंक नं. 1-
क्षणिकाएँ-
क्षणिकाएँ-
कुमार राधा रमण
सुरक्षित नहीं है अपने आप दवा लेना
पेन किलर्स हैं खतरनाक
जब आप स्लीपिंग पिल्स और ऐंटिबायॉटिक अपनी मर्जी से लेते हैं , तो ये आपके लिए बेहद नुकसानदेह हो सकती हैं। खासतौर पर जब आपको नहीं पता कि आप इसके जरिए कौन से स्पेसिफिक कंपाउंड ले रहे हैं ? अच्छी सेहत के लिए देखें ‘तिब्बे नबवी‘
सब्जी-फ़लों के रोग निवारक गुण Fruite and vegetables
चुकंदर लिवर,पित्ताषय,तिल्ली, और गुर्दे के विकारों को लाभप्रद पाया गया है। इन अंगों के दूषित तत्वों को बाहर निकालने की शक्ति चुकंदर में पाई गई है।तकनीक का असर हमारे स्वास्थ्य पर
तकनीक का इस्तेमाल करने से हम निश्चित तौर पर खुद को काफी रिलैक्स यानी आराम की स्थिति में पाते हैं। अब यदि आपसे कहा जाए कि जितने भी गैजेट्स आपके पास हैं वह सब वापस कर दें और वैसे ही जिएं जैसे हमसे 3 दशक पहले की पीढिय़ां जीती थीं। क्या यह संभव होगा?मोबाइल फोन के रेडिएशन के खतरे बढ़ते जा रहे हैं लेकिन बड़ी-बड़ी कंपनियों के व्यापारिक हितों की वजह से ऐसे शोध सामने नहीं आ पा रहे हैं, जिनमें इससे स्वास्थ्य पर होने वाले नुकसान की पुष्टि हुई है।
16 comments:
NICE
अच्छी चर्चा है। ख़ासकर,निर्मल बाबा पर ब्लॉगरों ने अच्छी कृपा बरसाई है। उनसे जुड़ी पोस्टें ब्लॉगजगत की जागरूकता का संकेत देती हैं।
आभार!
आम चूसकर लोग तो, गुठली देते फेंक।
लेकिन गुठली में भरे, गुण हैं बहुत विशेष।।
मैं देखता हूं कि अगर किसी वजह से आप तीन चार दिन ब्लागों कोनहीं देख पाए, तो परेशान होने की वाकई जरूरत नहीं है,
बस आपको ब्लागर्स मीट वीकली में हाजिरी लगानी होगी, पूरी तरह अपडेट हो जाएंगे..
बहुत खूब है यह ब्लॉग जगत की साप्ताहिक झांकी.
मुल्क में अंधविश्वास का बोलबाला है। पढ़ाई लिखाई के बाद भी आदमी अंधविश्वास में फंसा हुआ है। ठग लोग बाबा बनकर लोगों को दुख दूर करने के आसान तरीक़े बता रहे हैं। ज्योतिषी लोग भी अंधविश्वास से लड़ने के दावे कर रहे हैं। कुंडलियां मिला रहे हैं भविष्य बता रहे हैं।
धर्म कब का जा चुका है,
अब अक्ल भी बाक़ी नहीं बची है।
सबके अपने अपने हित हैं।
कै किलो कृपा चाहिए ?
देखिए ब्लॉगर्स मीट 39 को
http://drayazahmad.blogspot.com/2012/04/blog-post_16.html
Too good piece of information, I had come to know about your site from my friend sajid, bangalore,i have read at least 3 posts of yours by now, and let me tell you, your web-page gives the best and the most interesting information. This is just the kind of information that i had been looking for, I’m already your rss reader now and i would regularly watch out for the new post, once again hats off to you! Thanks a lot once again, Regards,
total recall 2012 colin farrell remake
यह टिप की थी मैने एक ब्लॉग पर…
ईश्वर को बस कोसने का हाथ लगा यह योग,
निर्मल मल को चूँथ रहे मलीनवृति के लोग।
मलीनवृति के लोग बडे हिंसक दो-मुँहे,
गरीब की रोटी कुतरते ये दोनो ही चुहे।
एक दुखियों को बस सब्ज़बाग दिखाए,
दूसरा इनकी प्रतिशोध अग्नी भड़काए।
'श्रद्धा शोषण' 'साधन शोषण' सुन के नारे,
यूं उग्रता के नव-शोषण में फंसें बेचारे॥
जड़-अंधो के दास निकल पडते है सारे,
पराई आस्था देख उन्हें चढ़ते है पारे॥
@ भाई सुज्ञ जी ! किसी ने भी आपसे नहीं पूछा कि आपने किस ब्लॉग पर क्या टिप्पणी की है ?
अगर किसी अन्य पोस्ट पर की गई टिप्पणी आप यहां कर रहे हैं तो आपको बताना चाहिए कि आप वह टिप्पणी यहां क्यों चिपका रहे हैं ?
आप निर्मल बाबा का समर्थन करना चाहते हैं तो आप उन पोस्ट्स पर जाएं जिनके लिंक यहां दिए गए हैं लेकिन वहां जाकर यह टिप्पणी देने की हिम्मत आप में नहीं है। सो यहां ला चिपकाई।
:)
ब्लॉग जगत में निर्मल बाबा के विरोध में पोस्ट्स की भरमार है। आपकी पीड़ा को देखकर लगा कि निर्मल बाबा के हमदर्द भी यहां मौजूद हैं।
आपको ब्लॉगर्स मीट के सभी लिंक्स को ध्यान में रखते हुए अपनी राय देनी चाहिए थी।
अच्छे लिंक्स.
मुझे शामिल करने के लिए धन्यवाद.
बहुत से महत्वपूर्ण लिंक्स का समायोजन हुआ है। सप्ताह भर देश में निर्मल बाबा छाए रहे, यहां भी अपनी उपस्थिति दिखा रहे हैं।
चर्चाकार की मेहनत और लगन काबिले तारीफ़ है।
आज की मीट में आपने मेरी रचना सम्मिलित की आपका बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार ! अच्छे लिंक्स संजोये हैं आपने !
Behtreen Links....aabhar
nice .meri post ko sthan dene hetu aabhar.post kee charcha ke bad prastut karne vale ke vichar bhi avshay prastut hone chahiyen tabhi charcha kee poornta hai.
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