जो मैं हूँ
वो तुम नहीं हो सकते
जो तुम हो
वो हम नहीं हो सकते
फिर भी पड़ते है सभी
मैं तुम और हम की लड़ाई में
आखिर क्या रखा है
इस दुश्मनी की खाई में?
वो तुम नहीं हो सकते
जो तुम हो
वो हम नहीं हो सकते
फिर भी पड़ते है सभी
मैं तुम और हम की लड़ाई में
आखिर क्या रखा है
इस दुश्मनी की खाई में?
आओ थाम लें हाथ
और बढ़ चलें एक राह पर
जिस राह पर साहिल
देख कर मुस्कुरा रहा है .
2 comments:
bahut hi pyaari rachna
Nice post.
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