अंग्रेज़ों में और हम में क्या ख़ास फ़र्क़ है ?
फ़र्क़ है तो बस शोध का फ़र्क़ है।
हम जिस बात को मानना चाहते हैं बस यूं ही मान लेते हैं किसी के बताने भर से।
किसी ने कह दिया कि श्री रामचंद्र जी ने सीता माता की अग्नि परीक्षा ली थी और फिर गर्भावस्था में निकाल दिया था और हम मान लेते हैं कि हां ऐसा ही हुआ होगा।
हम बताने वाले से यह नहीं पूछते कि भाई, हिंदू गणना के अनुसार श्री रामचंद्र जी हुए थे 12 लाख 76 हज़ार साल पहले और आप बता रहे हैं तो इतनी पुरानी बात आप तक कैसे पहुंची ?
इतने लंबे अर्से में बात पहुंचते पहुंचते कुछ की कुछ भी तो हो सकती है ?
एक आदमी कहता है कि राधा जी से श्री कृष्ण जी के प्रेम संबंध थे, कोई कहता है उनसे श्री कृष्ण जी ने आजन्म विवाह नहीं किया और कोई कहता है कि कर लिया था और कुछ यह भी कहते हैं कि राधा रायण की पत्नी और श्री कृष्ण जी की मामी थीं।
हम उस बताने वाले से यह नहीं पूछते कि भाई श्री कृष्ण जी को हुए 5 हज़ार साल हो गए हैं। हम तक बात किसने पहुंचाई ?
भारतीय ग्रंथों में सबसे पुराने वेद हैं और उनमें इस तरह की किसी घटना का उल्लेख नहीं है न तो श्री रामचंद्र जी के बारे में और न ही श्री कृष्ण जी के बारे में और जिन ग्रंथों में ये बातें लिखी मिलती हैं, उनकी उम्र चंद सौ साल से ज़्यादा नहीं है।
अगर इन महापुरूषों के साथ कोई अच्छा गुण जोड़कर बताया जाए तो एक बार उसे तो बिना किसी शोध के मान लेने में कोई हर्ज नहीं है लेकिन जो बात हम आज अपने लिए ठीक नहीं मानते, उसे अपने से अच्छे अपने पूर्वजों के बारे में हम मान लेते हैं और कोई खोज नहीं करते।
यह तो हुई मानने की बात कि मानना चाहें तो हम बिना किसी सुबूत के ही मान लेते हैं और न मानना चाहें तो चाहे सारी दुनिया साबित कर दे कि शराब, गुटखा, तंबाकू और ब्याज, ये चीज़ें इंसान की सेहत और अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देती हैं लेकिन हम मानते ही नहीं।
बुरे लोग अंग्रेज़ों में भी हैं लेकिन उनके बहुसंख्यक लोगों का स्वभाव शोध करने का बन चुका है। बात चाहे कितनी ही मामूली क्यों न हो लेकिन बात मानने से पहले वे यह ज़रूर देखेंगे कि बात में सच्चाई कितनी है ?
किसी ने कह दिया कि श्री रामचंद्र जी ने सीता माता की अग्नि परीक्षा ली थी और फिर गर्भावस्था में निकाल दिया था और हम मान लेते हैं कि हां ऐसा ही हुआ होगा।
हम बताने वाले से यह नहीं पूछते कि भाई, हिंदू गणना के अनुसार श्री रामचंद्र जी हुए थे 12 लाख 76 हज़ार साल पहले और आप बता रहे हैं तो इतनी पुरानी बात आप तक कैसे पहुंची ?
इतने लंबे अर्से में बात पहुंचते पहुंचते कुछ की कुछ भी तो हो सकती है ?
एक आदमी कहता है कि राधा जी से श्री कृष्ण जी के प्रेम संबंध थे, कोई कहता है उनसे श्री कृष्ण जी ने आजन्म विवाह नहीं किया और कोई कहता है कि कर लिया था और कुछ यह भी कहते हैं कि राधा रायण की पत्नी और श्री कृष्ण जी की मामी थीं।
हम उस बताने वाले से यह नहीं पूछते कि भाई श्री कृष्ण जी को हुए 5 हज़ार साल हो गए हैं। हम तक बात किसने पहुंचाई ?
भारतीय ग्रंथों में सबसे पुराने वेद हैं और उनमें इस तरह की किसी घटना का उल्लेख नहीं है न तो श्री रामचंद्र जी के बारे में और न ही श्री कृष्ण जी के बारे में और जिन ग्रंथों में ये बातें लिखी मिलती हैं, उनकी उम्र चंद सौ साल से ज़्यादा नहीं है।
अगर इन महापुरूषों के साथ कोई अच्छा गुण जोड़कर बताया जाए तो एक बार उसे तो बिना किसी शोध के मान लेने में कोई हर्ज नहीं है लेकिन जो बात हम आज अपने लिए ठीक नहीं मानते, उसे अपने से अच्छे अपने पूर्वजों के बारे में हम मान लेते हैं और कोई खोज नहीं करते।
यह तो हुई मानने की बात कि मानना चाहें तो हम बिना किसी सुबूत के ही मान लेते हैं और न मानना चाहें तो चाहे सारी दुनिया साबित कर दे कि शराब, गुटखा, तंबाकू और ब्याज, ये चीज़ें इंसान की सेहत और अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देती हैं लेकिन हम मानते ही नहीं।
बुरे लोग अंग्रेज़ों में भी हैं लेकिन उनके बहुसंख्यक लोगों का स्वभाव शोध करने का बन चुका है। बात चाहे कितनी ही मामूली क्यों न हो लेकिन बात मानने से पहले वे यह ज़रूर देखेंगे कि बात में सच्चाई कितनी है ?
और यह हमारे लिए कितनी हितकारी है ?
मस्लन औरत की वफ़ा के साथ उसकी बेवफ़ाई के क़िस्से भी सदा से ही आम हैं और बेवफ़ा औरत के लिए ही भारत में त्रिया चरित्र बोला जाता है लेकिन अंग्रेज़ों ने इस पर भी शोध कर डाला।
देखिए आप भी यह दिलचस्प शोध :
मस्लन औरत की वफ़ा के साथ उसकी बेवफ़ाई के क़िस्से भी सदा से ही आम हैं और बेवफ़ा औरत के लिए ही भारत में त्रिया चरित्र बोला जाता है लेकिन अंग्रेज़ों ने इस पर भी शोध कर डाला।
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ग़र्ज़ बात जो भी हो हमें उसे मानने से पहले यह ज़रूर देख लेना चाहिए कि इसमें सच्चाई कितनी है ?धोखा देने में महिलाएं भी नहीं हैं कुछ कम
आमतौर पर केवल पुरुषों के विषय में ही यह माना जाता है कि वह अपने प्रेम-संबंधों को लेकर संजीदा नहीं रहते. वह जरूरत पड़ने पर अपने साथी को धोखा देने से भी नहीं चूकते. लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारी मानसिकता बिल्कुल बेबुनियाद है क्योंकि विश्वासघात और संबंधों से खेलना केवल पुरुषों का ही शौक नहीं है बल्कि महिलाएं भी इन तौर-तरीकों को अपनाने से नहीं हिचकतीं. प्रेमी को धोखा देने और उसके पीठ पीछे दूसरा प्रेम-संबंध बनाने में महिलाएं पुरुष के समान नहीं बल्कि उनसे कहीं ज्यादा आगे हैं.
डेली एक्सप्रेस में छपे एक शोध के नतीजों ने यह खुलासा किया है कि केवल पुरुष नहीं बल्कि महिलाएं भी अपने रिश्ते की गंभीरता को समझने में चूक कर बैठती हैं. लव-ट्राएंगल जैसे संबंधों में महिलाओं की भागीदारी अधिक देखी जा सकती है. इस सर्वेक्षण में 2,000 लोगों को शामिल किया गया था जिनमें से लगभग एक चौथाई महिलाओं ने यह बात स्वीकार की है कि उन्होंने एक ही समय में एक से ज्यादा पुरुषों के साथ प्रेम-संबंध स्थापित किए हैं. जबकि केवल 15% पुरुषों ने ही यह माना है कि उन्होंने एक बार में दो से ज्यादा महिलाओं से प्रेम किया है.
शोधकर्ताओं ने पाया कि लव-ट्राएंगल में महिलाओं की अधिक संलिप्तता का कारण यह है कि वह पुरुषों की अपेक्षा जल्द ही भावनात्मक तौर पर जुड़ जाती हैं जिसके कारण वह प्रेम और आकर्षण में भिन्नता नहीं कर पातीं. फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइटों के आगमन से भी लोगों की जीवनशैली बहुत हद तक प्रभावित हुई है. ऐसी साइटों पर पर अधिक समय बिताने के कारण महिलाएं विभिन्न स्वभाव और व्यक्तित्व वाले पुरुषों के संपर्क में आ जाती हैं. लगातार बात करने और एक-दूसरे के संपर्क में रहने के कारण वह उनके साथ जुड़ाव महसूस करने लगती हैं और अपनी भावनाओं पर काबू ना रख पाने के कारण वह जल्द ही लव ट्राएंगल के फेर में पड़ जाती हैं.
इस शोध की सबसे हैरान करने वाली स्थापना यह है कि अधिकांश लोग यह मानते हैं कि एक समय में दो या दो से अधिक लोगों से प्यार करना और उनके साथ संबंध बनाना कोई गलत बात नहीं हैं. व्यक्ति चाहे तो वह दो लोगों से प्यार कर सकता है.
महिलाओं के विषय में एक और बात सामने आई है कि वे अधिक आमदनी वाले पुरुषों की तरफ ज्यादा आकर्षित होती हैं. धन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए महिलाएं आर्थिक रूप से सुदृढ़ पुरुष को मना नहीं कर पातीं.Source > http://lifestyle.jagranjunction.com/2011/08/26/women-also-cheats-love-triangle/
यह तो हुई बेवफ़ाई की बात,
आप पकड़ सकते हैं अपने जीवन साथी को बेवफ़ाई करते हुए,
जानिए कैसे पकड़ा जाता है जीवन साथी की बेवफ़ाई को ?
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