नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर इसके संपादकों और कॉलम लेखकों के ब्लॉग तो काफ़ी पहले से हैं लेकिन अब इसके पाठकों को भी यहां अपना ब्लॉग बनाने की इजाज़त दे दी गई है। यह एक बेहतरीन साइट है। यहां आपको अच्छे ब्लॉग मिलेंगे और अपने ब्लॉग को किसी एग्रीगेटर में रजिस्टर कराने के झंझट में भी आपको नहीं पड़ना होगा।
नवभारत टाइम्स के रीडर्स ब्लॉग मंच में अपना ब्लॉग बनाने का सबसे आसान तरीक़ा यह है कि आप ‘नवभारत टाइम्स‘ पर क्लिक कीजिए और वेबसाइट पर पहुंच जाइये। वहां आपको बायीं तरफ़ ऊपर लिखा हुआ मिलेगा ‘अपना ब्लॉग रजिस्टर करें‘।
आप इस पर क्लिक करेंगे तो आपको 3 स्टेप्स में ब्लॉग बनाने के बारे में जानकारी दी जाएगी जो कि नीचे दी जा रही है। यहां ब्लॉग बनाने के लिए आपके पास फ़ेसबुक का या ट्विटर का अकाउंट होना चाहिए। इंडियाटाइम्स डॉट कॉम की ईमेल आई डी से भी आप यहां अपना ब्लॉग बना सकते हैं और यह आई डी बनाने का आॅप्शन भी आपको यहीं तीसरे स्टेप में मिल जाएगा।
ब्लॉग बनाने के बाद एक या दो दिन बाद आपको मेल द्वारा ख़बर दी जाएगी कि आपका ब्लॉग अप्रूव हो गया है। उसके बाद आप वहां अपने ब्लॉग में पोस्ट डालने के लिए वेबसाइट पर ‘मौजूदा ब्लॉगर्स लॉग इन करें‘ पर करेंगे तो आप अपने ब्लॉग पर लिख पाएंगे।
शुरू में आपको अपनी पोस्ट लिखकर अप्रूवल के लिए सबमिट करनी होगी और उसे अप्रूव करने के बाद वेबसाइट के प्रबंधन की ओर प्रकाशित कर दिया जाएगा। आपकी ओर से संतुष्ट होने के बाद वेबसाइट आपके ब्लॉग पर आपको नियंत्रण दे देगी।
देखिए अपना ब्लॉग रजिस्टर करें के शुरूआती 2 चरणों की जानकारी
नवभारत टाइम्स के रीडर्स ब्लॉग मंच में अपना ब्लॉग बनाने का सबसे आसान तरीक़ा यह है कि आप ‘नवभारत टाइम्स‘ पर क्लिक कीजिए और वेबसाइट पर पहुंच जाइये। वहां आपको बायीं तरफ़ ऊपर लिखा हुआ मिलेगा ‘अपना ब्लॉग रजिस्टर करें‘।
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ब्लॉग बनाने के बाद एक या दो दिन बाद आपको मेल द्वारा ख़बर दी जाएगी कि आपका ब्लॉग अप्रूव हो गया है। उसके बाद आप वहां अपने ब्लॉग में पोस्ट डालने के लिए वेबसाइट पर ‘मौजूदा ब्लॉगर्स लॉग इन करें‘ पर करेंगे तो आप अपने ब्लॉग पर लिख पाएंगे।
शुरू में आपको अपनी पोस्ट लिखकर अप्रूवल के लिए सबमिट करनी होगी और उसे अप्रूव करने के बाद वेबसाइट के प्रबंधन की ओर प्रकाशित कर दिया जाएगा। आपकी ओर से संतुष्ट होने के बाद वेबसाइट आपके ब्लॉग पर आपको नियंत्रण दे देगी।
देखिए अपना ब्लॉग रजिस्टर करें के शुरूआती 2 चरणों की जानकारी
नवभारत टाइम्स के रीडर्स ब्लॉग मंच में आपका स्वागत है
नवभारत टाइम्स का रीडर्स ब्लॉग मंच आपके लिए है। आप यहां अपनी लिखी कोई भी रचना पाठकों के साथ शेयर कर सकते हैं – चाहे वह राजनीतिक-सामाजिक-आर्थिक घटनाक्रम पर टिप्पणी हो या अपनी लिखी कविता, कहानी या व्यंग्य हो। आप अपने इलाके के पाठक पत्रकार भी बन सकते हैं और ‘मेरी खबर’ के तहत अपने इलाके की खबरें भी दे सकते हैं। हम देश भर में नवभारत टाइम्स के पाठक पत्रकारों की एक फौज खड़ी करना चाहते हैं ताकि कोई भी ज़रूरी खबर दुनिया के सामने आने से छूटे नहीं। इन खबरों के स्तर, तेज़ी और शैली के आधार पर हम छह महीनों के बाद हर शहर से एक पाठक पत्रकार को मान्यता देंगे।
आइए देखें, अपना ब्लॉग शुरू करने के लिए और क्या-क्या चाहिए।
नवभारत टाइम्स का रीडर्स ब्लॉग मंच आपके लिए है। आप यहां अपनी लिखी कोई भी रचना पाठकों के साथ शेयर कर सकते हैं – चाहे वह राजनीतिक-सामाजिक-आर्थिक घटनाक्रम पर टिप्पणी हो या अपनी लिखी कविता, कहानी या व्यंग्य हो। आप अपने इलाके के पाठक पत्रकार भी बन सकते हैं और ‘मेरी खबर’ के तहत अपने इलाके की खबरें भी दे सकते हैं। हम देश भर में नवभारत टाइम्स के पाठक पत्रकारों की एक फौज खड़ी करना चाहते हैं ताकि कोई भी ज़रूरी खबर दुनिया के सामने आने से छूटे नहीं। इन खबरों के स्तर, तेज़ी और शैली के आधार पर हम छह महीनों के बाद हर शहर से एक पाठक पत्रकार को मान्यता देंगे।
आइए देखें, अपना ब्लॉग शुरू करने के लिए और क्या-क्या चाहिए।
इंडियाटाइम्स नेटवर्क में आपका रजिस्ट्रेशन
आप फेसबुक, ट्विटर या इंडियाटाइम्स की किसी भी आईडी से लॉग-इन कर सकते हैं। लॉग-इन करने के बाद आपको अपने और अपने ब्लॉग के बारे में कुछ सूचनाएं देनी होंगी।
आप फेसबुक, ट्विटर या इंडियाटाइम्स की किसी भी आईडी से लॉग-इन कर सकते हैं। लॉग-इन करने के बाद आपको अपने और अपने ब्लॉग के बारे में कुछ सूचनाएं देनी होंगी।
अपना नाम/ब्लॉग के लिए नाम
आप ब्लॉग के लिए अपना वास्तविक नाम या उसका छोटा रूप या कोई दूसरा नाम भी चुन सकते हैं।
आप ब्लॉग के लिए अपना वास्तविक नाम या उसका छोटा रूप या कोई दूसरा नाम भी चुन सकते हैं।
ब्लॉग का नाम
आप अपने ब्लॉग के लिए दो-तीन अच्छे-से नाम सोच कर रखिए। ख्याल रहे कि ये नाम किसी और पाठक के ब्लॉग के नाम से मिलते-जुलते न हों।
आप अपने ब्लॉग के लिए दो-तीन अच्छे-से नाम सोच कर रखिए। ख्याल रहे कि ये नाम किसी और पाठक के ब्लॉग के नाम से मिलते-जुलते न हों।
अपना संक्षिप्त परिचय
करीब 100-150 शब्दों में अपना परिचय पहले से तैयार करके रखिए। उसे आप परिचय पृष्ठ पर कॉपी पेस्ट कर सकते हैं। यदि आप हिंदी टाइपिंग नहीं जानते तो पेज पर ही अपना परिचय अंग्रेज़ी में लिखकर हिंदी में भी टाइप कर सकते हैं।
करीब 100-150 शब्दों में अपना परिचय पहले से तैयार करके रखिए। उसे आप परिचय पृष्ठ पर कॉपी पेस्ट कर सकते हैं। यदि आप हिंदी टाइपिंग नहीं जानते तो पेज पर ही अपना परिचय अंग्रेज़ी में लिखकर हिंदी में भी टाइप कर सकते हैं।
एक तस्वीर
वर्गाकार साइज़ की अपनी एक तस्वीर (जिसकी लंबाई और चौड़ाई बराबर हो) तैयार रखिए।
वर्गाकार साइज़ की अपनी एक तस्वीर (जिसकी लंबाई और चौड़ाई बराबर हो) तैयार रखिए।
यूनिकोड फॉन्ट में टाइप करने की क्षमता
आपके ब्लॉग में सिर्फ यूनिकोड (मंगल) फॉन्ट चलेगा। अगर आप इन्स्क्रिप्ट कीबोर्ड पर हिंदी टाइप कर सकते हैं तो बहुत ही बढ़िया। अगर नहीं भी कर सकते तो आपको हर लेवल पर ट्रांसलिटेरेशन की सुविधा दी गई है। आप अंग्रेज़ी अक्षरों में लिखकर हिंदी में टाइप कर सकते हैं।
अगर आपने ब्लॉग का नाम सोच लिया है और वर्गाकार तस्वीर तैयार हो तो यहां क्लिक करें।
आपके ब्लॉग में सिर्फ यूनिकोड (मंगल) फॉन्ट चलेगा। अगर आप इन्स्क्रिप्ट कीबोर्ड पर हिंदी टाइप कर सकते हैं तो बहुत ही बढ़िया। अगर नहीं भी कर सकते तो आपको हर लेवल पर ट्रांसलिटेरेशन की सुविधा दी गई है। आप अंग्रेज़ी अक्षरों में लिखकर हिंदी में टाइप कर सकते हैं।
अगर आपने ब्लॉग का नाम सोच लिया है और वर्गाकार तस्वीर तैयार हो तो यहां क्लिक करें।
नियम और शर्तें – कुछ मोटी-मोटी बातें
1. ब्लॉग लिखते समय शब्द सीमा का ध्यान रखें। आम तौर पर 600-1000 शब्दों की पोस्ट ज्यादा पढ़ी जाती हैं। ज़्यादा लंबी पोस्ट लिखने में जहां आप अपना कीमती समय देंगे, वहीं अगर ज़्यादा पाठकों ने उसे नहीं पढ़ा तो आपका मकसद भी पूरा नहीं होगा। यदि आप किसी ऐसे विषय पर लिखना चाहें जो कम शब्दों में पूरा नहीं होता हो तो उसे हिस्सों में लिखें।
2. पोस्ट लिखते समय मौलिकता का ख्याल रखें। जो भी लिखें, वह आपकी निजी रचना/विचार हों। यदि ‘अ’ ने कोई बात कही है और आप भी वही बात कह रहे हैं तो पाठक को नया कुछ नहीं मिलेगा। यदि विषय और विचार समान हों तो भी नई शैली और/या नए तर्कों का इस्तेमाल करें। अगर कभी किसी और की रचना/विचार/उद्धरण का इस्तेमाल करना ज़रूरी लगे तो उस व्यक्ति का वहां उल्लेख करें। कॉपी राइट वाली सामग्री का उपयोग उसके स्वामी की अनुमति से ही करें।
3. अपने ब्लॉग में किसी व्यक्ति, संस्था-संगठन या प्रॉडक्ट का प्रचार करने से बचें। यह मुमकिन है कि आप किसी संस्था, संगठन या विचारधारा से प्रभावित हों और आपकी लेखनी में उसकी झलक मिले। इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन यह अंध-समर्थन जैसा नहीं लगना चाहिए। यदि कोई पाठक आपके विचारों से सहमत न हो तो उसके तर्कों को भी समुचित सम्मान दें।
4.अपनी पोस्ट में गाली-गलौज या अनर्गल आरोपों का इस्तेमाल न करें। चाहे प्रधानमंत्री हो या सड़क पर काम करता हुआ मजदूर, सभी के लिए सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करें।
4. नवभारत टाइम्स रीडर्स ब्लॉग पर प्रकाशित किसी भी रचना का उपयोग आप उसके प्रकाशन के 48 घंटों के बाद किसी निजी या सार्वजनिक वेबसाइट पर कर सकते हैं। लेकिन हमारी प्रतिस्पर्धी वेबसाइटों पर उसका उपयोग नहीं कर पाएंगे।आप अपनी पोस्ट में टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड या टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप की प्रतिष्ठा और हितों को नुकसान पहुंचाने वाली कोई सामग्री नहीं डालेंगे।
5. नवभारत टाइम्स रीडर्स ब्लॉग में प्रकाशित सामग्री के लिए ब्लॉगर स्वयं जिम्मेदार होंगे। पोस्ट के कॉन्टेंट के लिए टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं होगा। यदि किसी ब्लॉगर ने ऐसी पोस्ट डाली जो देश के संविधान के खिलाफ है या कानून की नज़र में आपत्तिजनक है तो उसे तुंरत हटा दिया जाएगा।
6.नवभारत टाइम्स रीडर्स ब्लॉग में प्रकाशित रचनाओं के लिए कोई पारिश्रमिक नहीं दिया जाएगा। इसका एकमात्र मकसद हमारे रचनाशील और विचारशील पाठकों को एक मंच देना है ताकि वे अपने विचारों को सार्वजनिक कर सकें और समाज उससे लाभान्वित हो सके।
ये थे कुछ मोटे-मोटे बिंदु जो ब्लॉग शुरू करने से पहले आपके लिए जानना आवश्यक था। लेकिन यदि आप विस्तृत नियमों और शर्तों को पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।
स्टेप 3 (लॉग-इन करने) के लिए यहां क्लिक करें।
1. ब्लॉग लिखते समय शब्द सीमा का ध्यान रखें। आम तौर पर 600-1000 शब्दों की पोस्ट ज्यादा पढ़ी जाती हैं। ज़्यादा लंबी पोस्ट लिखने में जहां आप अपना कीमती समय देंगे, वहीं अगर ज़्यादा पाठकों ने उसे नहीं पढ़ा तो आपका मकसद भी पूरा नहीं होगा। यदि आप किसी ऐसे विषय पर लिखना चाहें जो कम शब्दों में पूरा नहीं होता हो तो उसे हिस्सों में लिखें।
2. पोस्ट लिखते समय मौलिकता का ख्याल रखें। जो भी लिखें, वह आपकी निजी रचना/विचार हों। यदि ‘अ’ ने कोई बात कही है और आप भी वही बात कह रहे हैं तो पाठक को नया कुछ नहीं मिलेगा। यदि विषय और विचार समान हों तो भी नई शैली और/या नए तर्कों का इस्तेमाल करें। अगर कभी किसी और की रचना/विचार/उद्धरण का इस्तेमाल करना ज़रूरी लगे तो उस व्यक्ति का वहां उल्लेख करें। कॉपी राइट वाली सामग्री का उपयोग उसके स्वामी की अनुमति से ही करें।
3. अपने ब्लॉग में किसी व्यक्ति, संस्था-संगठन या प्रॉडक्ट का प्रचार करने से बचें। यह मुमकिन है कि आप किसी संस्था, संगठन या विचारधारा से प्रभावित हों और आपकी लेखनी में उसकी झलक मिले। इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन यह अंध-समर्थन जैसा नहीं लगना चाहिए। यदि कोई पाठक आपके विचारों से सहमत न हो तो उसके तर्कों को भी समुचित सम्मान दें।
4.अपनी पोस्ट में गाली-गलौज या अनर्गल आरोपों का इस्तेमाल न करें। चाहे प्रधानमंत्री हो या सड़क पर काम करता हुआ मजदूर, सभी के लिए सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करें।
4. नवभारत टाइम्स रीडर्स ब्लॉग पर प्रकाशित किसी भी रचना का उपयोग आप उसके प्रकाशन के 48 घंटों के बाद किसी निजी या सार्वजनिक वेबसाइट पर कर सकते हैं। लेकिन हमारी प्रतिस्पर्धी वेबसाइटों पर उसका उपयोग नहीं कर पाएंगे।आप अपनी पोस्ट में टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड या टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप की प्रतिष्ठा और हितों को नुकसान पहुंचाने वाली कोई सामग्री नहीं डालेंगे।
5. नवभारत टाइम्स रीडर्स ब्लॉग में प्रकाशित सामग्री के लिए ब्लॉगर स्वयं जिम्मेदार होंगे। पोस्ट के कॉन्टेंट के लिए टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं होगा। यदि किसी ब्लॉगर ने ऐसी पोस्ट डाली जो देश के संविधान के खिलाफ है या कानून की नज़र में आपत्तिजनक है तो उसे तुंरत हटा दिया जाएगा।
6.नवभारत टाइम्स रीडर्स ब्लॉग में प्रकाशित रचनाओं के लिए कोई पारिश्रमिक नहीं दिया जाएगा। इसका एकमात्र मकसद हमारे रचनाशील और विचारशील पाठकों को एक मंच देना है ताकि वे अपने विचारों को सार्वजनिक कर सकें और समाज उससे लाभान्वित हो सके।
ये थे कुछ मोटे-मोटे बिंदु जो ब्लॉग शुरू करने से पहले आपके लिए जानना आवश्यक था। लेकिन यदि आप विस्तृत नियमों और शर्तों को पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।
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1 comments:
http://youtu.be/2yVUD5KgugY
http://dhwanita.blogspot.com/2011/07/blog-post_27.html
आमार मुक्ति आलोय आलोय
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