'हिन्दी ब्लागर्स फोरम इंटरनेश्नल' पर फिलहाल एक साथ कई मुद्दों पर बात चल रही है . आप भी देखें कि किस की बात सही है ?
नारी पर भी कई पोस्ट्स पर गर्मागर्म बहस चल रही है और बहुत से स्कॉलर अपनी अपनी राय रख रहे हैं .
http://hbfint.blogspot.com/2011/03/blog-post.html
सही बात कोई भी बताये उसे मान लेना चाहिए .
नारी पर भी कई पोस्ट्स पर गर्मागर्म बहस चल रही है और बहुत से स्कॉलर अपनी अपनी राय रख रहे हैं .
http://hbfint.blogspot.com/2011/03/blog-post.html
आजकल शतक का टाइम चल रहा है .
'हिंदी ब्लागर्स फोरम इंटरनेश्नल' का शतक पूरा हो चुका है और उसमें 105 पोस्ट्स नज़र आ रही हैं .
एकता में शक्ति के कारण ही हिंदी ब्लागर्स ने इतने कम समय में ऐसा प्रशंसनीय काम कर दिखाया है , सचमुच काबिले मुबारकबाद है पूरा समूह.
इस जैसी कोई दूसरी फोरम हिंदी ब्लाग जगत में नहीं है जहाँ कि वे लोग भी मेंबर बने हुए हैं जो कि इस फोरम के संस्थापक के नज़रिए का घोर विरोध करते हैं .
अगर आप का पैर अंधेरे में किसी में होल में पड़ने वाला है तो आपको इसकी सूचना जो भी देता है , इस पर ध्यान देने में ही भलाई है .'हिंदी ब्लागर्स फोरम इंटरनेश्नल' का शतक पूरा हो चुका है और उसमें 105 पोस्ट्स नज़र आ रही हैं .
एकता में शक्ति के कारण ही हिंदी ब्लागर्स ने इतने कम समय में ऐसा प्रशंसनीय काम कर दिखाया है , सचमुच काबिले मुबारकबाद है पूरा समूह.
इस जैसी कोई दूसरी फोरम हिंदी ब्लाग जगत में नहीं है जहाँ कि वे लोग भी मेंबर बने हुए हैं जो कि इस फोरम के संस्थापक के नज़रिए का घोर विरोध करते हैं .
अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा का ऐसा बेनज़ीर उदाहरण कम ही मिलता है . ब्लागिंग में अपनी कहो और फिर दुसरे की सुनो . दूसरा आपकी माने या न माने लेकिन आप अपनी ग़लत बात ज़रूर छोड़ दें अगर आपकी आत्मा जान ले कि हाँ यह बात ग़लत है. फिर इससे कोई अंतर नहीं पड़ता कि आपको ग़लती कि सूचना देने वाला आपका मित्र है या विरोधी ?
सही बात कोई भी बताये उसे मान लेना चाहिए .
3 comments:
मित्र इस बहस मे हम कैसे शामिल हो, गिरी महाराज अपनी पोस्ट पर बार-बार कमेंट डिलिट कर रहे हैं
गिरी जी पाकिस्तान अपनी करनी भुगतेगा, आपने कुरआन बारे में जो पूछा है वह कहीं नहीं, है ऐसा होता तो आज दुनिया में आज दुनिया का हर चौथा इन्सान- मुसलमान Every Fourth Person of This World is following ISLAM ! है, उन्हें हर एक को इस बात पर अमल करना होता तो आप कहां दिखायी देते
यह आपने गलत बात दी है, ऐसा 'हे मुसलमानों मारो तुम. उन सबको जो मुसलमान ना हो..'' कहां है कुरआन में बताईये?
स्वामी लक्ष्मिशंकाराचार्य जी राष्ट्रीय स्तर पर ऐसी बातों पर प्रचार के माफी मांग चुके इस्लामी ज्ञान बढाने वालों के लिए सभी को पढनी चाहिए उनकी किताब 'इस्लाम आतंक अया आदर्श'
http://siratalmustaqueem.blogspot.com/2010/09/blog-post_15.html
bahut bahut badhai.
satya post.
aabhar...
GREAT
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